जानिए, मिर्च की नर्सरी में कब करें दूसरा छिड़काव

👉🏻प्रिय किसान, मिर्च की फसल में रस चूसक कीट जैसे थ्रिप्स, माहू, सफेद मक्खी एवं फफूंद जनित रोग आर्द्र गलन, जड़ सड़न से सुरक्षा के लिए फसल की 25 – 30 दिनों की अवस्था में या रोपाई के 5 दिन पहले छिड़काव करना अतिआवश्यक है।

👉🏻जिससे की स्वस्थ पौध की मुख्य खेत में रोपाई की जा सके तथा पौधे का उचित वृद्धि-विकास हो सके।  

👉🏻जरुरी छिड़काव:- 1.अबासिन (एबामेक्टिन 1.9% ईसी) @ 15 मिली + संचार (मेटालैक्सिल 4 % +  मैनकोज़ेब 64% डब्ल्यूपी) @ 60 ग्राम + मैक्सरुट 15 ग्राम, प्रति 15 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

देश के विभिन्न मंडियों में 8 जून को क्या रहे फलों और फसलों के भाव?

Todays Mandi Rates

मंडी

फसल

न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में)

अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में)

रतलाम

प्याज़

3

4

रतलाम

प्याज़

5

7

रतलाम

प्याज़

8

9

रतलाम

प्याज़

10

11

रतलाम

लहसुन

4

8

रतलाम

लहसुन

9

20

रतलाम

लहसुन

22

32

रतलाम

लहसुन

34

54

जयपुर

प्याज़

11

12

जयपुर

प्याज़

13

14

जयपुर

प्याज़

15

16

जयपुर

प्याज़

4

5

जयपुर

प्याज़

6

7

जयपुर

प्याज़

8

9

जयपुर

प्याज़

10

11

जयपुर

लहसुन

12

15

जयपुर

लहसुन

18

22

जयपुर

लहसुन

28

35

जयपुर

लहसुन

38

45

जयपुर

लहसुन

10

12

जयपुर

लहसुन

15

18

जयपुर

लहसुन

22

25

जयपुर

लहसुन

30

35

नासिक

प्याज़

5

6

नासिक

प्याज़

5

7

नासिक

प्याज़

8

12

नासिक

प्याज़

14

वाराणसी

प्याज़

9

11

वाराणसी

प्याज़

11

13

वाराणसी

प्याज़

12

14

वाराणसी

प्याज़

8

10

वाराणसी

प्याज़

12

13

वाराणसी

लहसुन

14

15

वाराणसी

लहसुन

9

15

वाराणसी

लहसुन

15

20

वाराणसी

लहसुन

20

25

वाराणसी

लहसुन

25

35

पटना

प्याज़

9

11

पटना

प्याज़

12

13

पटना

प्याज़

14

पटना

प्याज़

9

11

पटना

प्याज़

12

13

पटना

प्याज़

16

पटना

लहसुन

20

25

पटना

लहसुन

30

33

पटना

लहसुन

35

36

जयपुर

अनन्नास

65

70

जयपुर

कटहल

15

जयपुर

नींबू

45

जयपुर

आम

45

52

जयपुर

आम

35

जयपुर

नींबू

45

जयपुर

हरा नारियल

35

36

जयपुर

अदरक

30

32

जयपुर

आलू

12

15

जयपुर

तरबूज

6

जयपुर

कच्चा आम

25

जयपुर

लीची

60

जयपुर

सेब

105

लखनऊ

सेब

90

105

लखनऊ

आम

35

40

लखनऊ

लीची

55

65

लखनऊ

अदरक

24

25

लखनऊ

आलू

16

17

लखनऊ

प्याज़

14

लखनऊ

प्याज़

11

12

रतलाम

आलू

16

रतलाम

पपीता

10

15

रतलाम

हरी मिर्च

20

22

रतलाम

तरबूज

8

10

रतलाम

खरबूजा

12

14

रतलाम

टमाटर

30

36

रतलाम

केला

22

रतलाम

आम

38

रतलाम

आम

32

रतलाम

आम

30

34

रतलाम

अनार

100

पटना

टमाटर

50

55

पटना

आलू

10

12

पटना

लहसुन

12

पटना

लहसुन

28

पटना

लहसुन

36

पटना

तरबूज

18

पटना

कटहल

20

पटना

अंगूर

55

पटना

खरबूजा

15

पटना

सेब

95

100

पटना

अनार

95

100

पटना

हरी मिर्च

25

पटना

करेला

30

पटना

खीरा

7

8

पटना

कद्दू

8

विजयवाड़ा

आलू

30

विजयवाड़ा

टमाटर

55

विजयवाड़ा

हरी मिर्च

50

55

विजयवाड़ा

भिन्डी

30

35

विजयवाड़ा

बैंगन

42

विजयवाड़ा

खीरा

40

विजयवाड़ा

गाजर

55

विजयवाड़ा

लौकी

15

विजयवाड़ा

पत्ता गोभी

35

विजयवाड़ा

अदरक

58

सिलीगुड़ी

आलू

10

सिलीगुड़ी

अदरक

23

सिलीगुड़ी

अनन्नास

40

सिलीगुड़ी

सेब

120

सिलीगुड़ी

लहसुन

17

18

सिलीगुड़ी

लहसुन

25

सिलीगुड़ी

लहसुन

33

36

कानपुर

प्याज़

5

6

कानपुर

प्याज़

8

कानपुर

प्याज़

9

11

कानपुर

प्याज़

13

कानपुर

लहसुन

8

कानपुर

लहसुन

25

कानपुर

लहसुन

30

32

कानपुर

लहसुन

40

42

वाराणसी

आलू

14

15

वाराणसी

अदरक

27

28

वाराणसी

आम

30

40

वाराणसी

अनन्नास

18

24

वाराणसी

लीची

50

60

Share

इन कारणों से मिट्टी से खत्म हो रहे पोषक तत्व, क्या आप भी कर रहे हैं ये गलतियां?

भारत में कृषि एक मात्र व्यवसाय है जो सदियों से चलता आ रहा है। आधुनिकता के बढ़ते इस दौर में कृषि क्षेत्र में भी कई बदलाव हुए हैं। कम समय में अधिक उत्पादकता और मुनाफा पाने के लिए रसायनिक खाद और कम लागत का फॉर्मूला अपनाया जा रहा है। जिस कारण मिट्टी धीरे-धीरे अंदर से कमजोर होती जा रही है।

इसके अलावा ग्लोबल वार्मिंग की वजह से मौसम के व्यवहार में बहुत बदलाव हुआ है। जिसके चलते कहीं बाढ़, तो कहीं सूखा देखने को मिला है। जहां देश के लगभग 80% किसान बारिश पर निर्भर रहते हैं, इस कारण मौसम का सबसे ज्यादा असर कृषि क्षेत्र पर हुआ है। ऐसी में लाभ पाने के लिए किसान भाई खेती के दौरान कई गलतियां कर देते हैं, जिसका असर मिट्टी की उपज क्षमता पर पड़ता है। 

मिट्टी से घटते पोषक तत्वों की वजह

  • फसलों में गोबर, हरी खाद या वर्मी कम्पोस्ट का इस्तेमाल न करना

  • बिना मृदा परीक्षण के अंधाधुंध उर्वरकों का प्रयोग करना

  • फसल चक्र के अनुसार खेती न करना

  • लगातार अधिक उत्पादन देने वाली फसल की खेती करना

  • सिंचाई के लिए लवणीय जल का उपयोग करना

  • ज्यादा गहरी जुताई करना, जिस कारण मिट्टी में जिंक, सल्फर और नाइट्रोजन की कमी हो जाती है

  • खेतों को मेड़ बंद न करना, जिस कारण पानी के साथ मिट्टी के पोषक तत्व भी बह जाते हैं

सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश के पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, गुजरात, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में यह स्थिति ज्यादा देखने को मिली है। अगर इन गलतियों को न सुधारा गया तो आगे आने वाले समय में भूमि को बंजर होने से रोकना मुश्किल होगा।

स्रोत: आज तक

कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

सोयाबीन भाव में दिखी भयंकर तेजी, देखें 8 जून के मंडी भाव

soyabean mandi bhaw

सोयाबीन भाव में आज कितनी तेजी या मंदी देखने को मिली? वीडियो के माध्यम से देखें की आज मंडी में कैसा चल रहा है सोयाबीन का भाव !

स्रोत: नीमच मंडी भाव

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

मंदसौर मंडी में 8 जून को क्या रहे लहसुन के भाव?

Indore garlic Mandi bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 8 जून के दिन मंदसौर के कृषि उपज मंडी में क्या रहे लहसुन के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: नीमच मंडी भाव

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। वीडियो पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

रतलाम मंडी में 8 जून को क्या रहे प्याज के भाव?

Onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 8 जून के दिन रतलाम के कृषि उपज मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: जागो किसान

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। वीडियो पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

महिला किसानों को मुफ्त मिलेंगे मोठ के बीज, साथ ही किया जाएगा प्रशिक्षण

देशभर में खरीफ फसल की तैयारी शुरू होने वाली है। किसान भाई अपने क्षेत्र और जलवायु के हिसाब से खेतों में खरीफ फसलों की बुवाई करेंगे। अच्छी पैदावार के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बीज होने जरूरी हैं। ऐसे में राजस्थान सरकार ने राज्य की महिला किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए एक खास योजना का ऐलान किया है।

प्रदेश सरकार ने महिला किसानों को मोठ के बीज निः शुल्क देने का फैसला लिया है, ताकि फसलों का उत्पादन बढ़ाया जा सके। ‘मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना’ के तहत राज्य की लघु व सीमांत महिला किसानों को मोठ के प्रमाणित बीज की मिनीकिट्स मुफ्त में दी जाएगी। 

योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति व जनजाति और गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिला कृषकों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा जिन महिलाओं के पास सिंचाई सुविधा उपलब्ध है, वे भी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं। इसके साथ ही खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। राज्य सरकार ने योजना को लागू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।

स्रोत: किसान समाधान

कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

बैंगन में फोमोप्सिस ब्लाइट रोग के लक्षण एवं प्रबंधन के उपाय

👉🏻किसान भाइयों, बैंगन की फसल में रोग का कारक फोमोप्सिस वेक्संस नामक फफूंद है, जो की आम तौर पर बैंगन की फसल को निशाना बनाता है।

👉🏻रोग के लक्षण पत्ती, तना और फल पर दिखाई देते हैं। 

👉🏻पत्तियों पर छोटे धूसर से भूरे रंग के धब्बे दिखाई देते हैं, जो धीरे धीरे पूरी पत्ती पर फैल जाते हैं। अधिक संक्रमण की स्थिति में पत्तियाँ झुलस जाती हैं। 

👉🏻इसके साथ ही रोग के लक्षण फल और तने पर भी दिखाई देते हैं। फलों पर धंसे हुए भूरे रंग के धब्बे बन जाते हैं। जो आपस में जुड़कर पूरे फल को प्रभावित करते हैं। 

👉🏻जिसके परिणामस्वरूप फल सड़कर गिरने लगते हैं। 

रोकथाम के उपाय:-

👉🏻जटायु (क्लोरोथालोनिल 75% डब्ल्यूपी) @ 400 ग्राम या कोनिका (कासुगामायसिन 5% +  कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% डब्ल्यूपी) @ 300 ग्राम + सिलिको मैक्स (स्टीकर) @ 50 मिली प्रति एकड़ के हिसाब से 200 लीटर पानी के साथ छिड़काव करें।

👉🏻जैविक उपचार – मोनास-कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस) @ 250 -500 ग्राम/एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें।

महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

देश के विभिन्न मंडियों में 7 जून को क्या रहे फलों और फसलों के भाव?

Todays Mandi Rates

मंडी

कमोडिटी

न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में)

अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में)

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

12

गुवाहाटी

प्याज़

13

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

12

गुवाहाटी

प्याज़

13

गुवाहाटी

प्याज़

14

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

16

गुवाहाटी

प्याज़

17

गुवाहाटी

प्याज़

19

गुवाहाटी

लहसुन

20

25

गुवाहाटी

लहसुन

28

34

गुवाहाटी

लहसुन

34

38

गुवाहाटी

लहसुन

38

42

गुवाहाटी

लहसुन

20

25

गुवाहाटी

लहसुन

27

33

गुवाहाटी

लहसुन

34

38

गुवाहाटी

लहसुन

38

42

जयपुर

अनन्नास

60

65

जयपुर

कटहल

18

जयपुर

नींबू

45

जयपुर

आम

45

52

जयपुर

आम

35

जयपुर

नींबू

45

जयपुर

हरा नारियल

36

38

जयपुर

अदरक

30

32

जयपुर

आलू

12

15

जयपुर

तरबूज

6

जयपुर

कच्चा आम

25

जयपुर

लीची

60

जयपुर

सेब

105

रतलाम

आलू

16

रतलाम

पपीता

10

14

रतलाम

हरी मिर्च

20

22

रतलाम

तरबूज

8

10

रतलाम

खरबूजा

12

16

रतलाम

टमाटर

32

35

रतलाम

केला

22

रतलाम

आम

35

रतलाम

आम

30

रतलाम

अनार

100

पटना

टमाटर

50

55

पटना

आलू

10

12

पटना

लहसुन

12

पटना

लहसुन

28

पटना

लहसुन

36

पटना

तरबूज

18

पटना

कटहल

20

पटना

अंगूर

55

पटना

खरबूजा

15

पटना

सेब

95

100

पटना

अनार

95

100

पटना

हरी मिर्च

25

पटना

करेला

30

पटना

खीरा

7

8

पटना

कद्दू

8

रतलाम

प्याज़

3

4

रतलाम

प्याज़

5

7

रतलाम

प्याज़

8

9

रतलाम

प्याज़

10

11

रतलाम

लहसुन

4

8

रतलाम

लहसुन

9

20

रतलाम

लहसुन

22

32

रतलाम

लहसुन

34

42

भुवनेश्वर

प्याज़

10

भुवनेश्वर

प्याज़

12

भुवनेश्वर

प्याज़

13

भुवनेश्वर

प्याज़

8

भुवनेश्वर

प्याज़

11

भुवनेश्वर

प्याज़

13

भुवनेश्वर

प्याज़

14

भुवनेश्वर

लहसुन

20

22

भुवनेश्वर

लहसुन

28

30

भुवनेश्वर

लहसुन

36

38

कानपुर

प्याज़

5

6

कानपुर

प्याज़

8

कानपुर

प्याज़

9

11

कानपुर

प्याज़

13

कानपुर

लहसुन

7

कानपुर

लहसुन

25

कानपुर

लहसुन

30

35

कानपुर

लहसुन

40

आगरा

आलू

23

आगरा

बैंगन

25

30

आगरा

हरी मिर्च

20

आगरा

भिन्डी

15

आगरा

शिमला मिर्च

30

आगरा

आम

50

आगरा

टमाटर

60

आगरा

खीरा

5

10

कोचीन

अनन्नास

53

कोचीन

अनन्नास

51

कोचीन

अनन्नास

50

विजयवाड़ा

गाजर

10

विजयवाड़ा

पत्ता गोभी

23

25

विजयवाड़ा

शिमला मिर्च

70

75

विजयवाड़ा

बैंगन

10

25

विजयवाड़ा

भिन्डी

15

20

विजयवाड़ा

अदरक

45

विजयवाड़ा

हरी मिर्च

40

विजयवाड़ा

आलू

18

25

विजयवाड़ा

लौकी

19

कोलकाता

आलू

20

कोलकाता

अदरक

33

कोलकाता

तरबूज

16

कोलकाता

अनन्नास

40

50

कोलकाता

सेब

127

140

कोलकाता

आम

55

65

कोलकाता

लीची

45

55

Share

चंदन की खेती से करें करोड़ों की कमाई, इन बातों का रखें ध्यान

चंदन सबसे महंगी लकड़ियों में से एक है। इसकी खुशबू और औषधीय गुणों की वजह से बाजार में इसकी खूब मांग रहती है। चंदन की खेती करके आप मालामाल हो सकते हैं। एक एकड़ में 600 चंदन के पेड़ लगाकर 12 साल में करीब 30 करोड़ की कमाई की जा सकती है। 

चंदन की खेती में रखें इन बातों का ध्यान

चंदन के पेड़ पूरे खेत के अलावा खेत के किनारे-किनारे भी लगाएं जा सकते हैं। इसके पौधे साल के किसी भी महीने में लगा सकते हैं। हालांकि ध्यान में रखने वाली बात यह है कि, पौधे लगाते वक्त इनकी उम्र दो से ढ़ाई साल होनी चाहिए। साथ ही जहां इनकी खेती की जाए, उस जगह को साफ सुधरा रखना चाहिए। 

चंदन के पौधों के पास पानी का भराव न हो इस बात का पूरा ध्यान रखना चाहिए। बता दें कि, चंदन की खेती में ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है। यही कारण है कि चंदन के पेड़ निचले इलाकों में अच्छी तरह से नहीं बढ़ते हैं। इसके लिए मेड़ को थोड़ा ऊपर रखें, ताकि पानी का जमाव चंदन की जड़ों तक न पहुंच पाएं।

एक और जरूरी बात, चंदन के पौधों को अकेले नहीं लगाना चाहिए। चंदन के तेजी से विकास के लिए होस्ट के पौधे लगाना जरूरी है। होस्ट के पौधे इससे 4 से 5 फीट की दूरी पर लगाना चाहिए।

स्रोत: आज तक

कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share