नोवामैक्स का बस एक स्प्रे बदलते मौसम में फसल को देगा संपूर्ण सुरक्षा

NovaMaxx is a great tonic for crops
  • मौसम में अचानक बदलाव के कारण पौध विकास पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है, इससे फसलों को बचाने के लिए, करें नोवामैक्स का छिड़काव। 

  • नोवामैक्स हर फसल का च्यवनप्राश, जो रखेगा फसलों को तनाव मुक्त !

  • नोवामैक्स (जिब्रालिक अम्ल 0.001%) गेहूँ, सब्जीवर्गीय, धान, मक्का, अनाज, कपास, गन्ना, मूंगफली, सोयाबीन आदि फसलों के लिए बेहद प्रभावशाली है।

  • जो ठण्ड, सूखा, अधिक पानी और कीट बीमारी के हमले जैसे तनाव से फसल को बचाने में मदद करता है।

  • इससे पौधों और फल का आकार बढ़ता है साथ ही फूल उत्तेजित भी होते हैं। यह सल्फर और कॉपर आधारित उत्पाद के साथ मिश्रित नहीं होगा बाकि सभी कीटनाशक और उर्वरक के साथ मिलाया जा सकता है।

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कोहरा, शीतलहर और बर्फबारी के साथ कई इलाकों में बढ़ेगी बारिश

know the weather forecast,

अगले दो दिनों के दौरान उत्तर भारत में घना कोहरा छाया रहेगा जिससे दिन के तापमान सामान्य से बहुत नीचे बने रहेंगे। दिन के तापमान ज्यादा न उठने के कारण कई जगहों पर दिन बेहद ठंडा रहेगा। पहाड़ों पर 31 दिसंबर से 2 जनवरी के बीच हिमपात हो सकता है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बारिश की संभावना दिखाई दे रही है। दक्षिण पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में भी छुटपुट वर्षा हो सकती है। दक्षिण भारत में एक बार फिर बारिश की गतिविधियां बढ़ सकती है विशेष कर तमिलनाडु तथा दक्षिणी केरल में।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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कद्दू वर्गीय फसल में कुकम्बर मोज़ेक वाइरस के लक्षण एवं रोकथाम के उपाय!

Symptoms and preventive measures of Cucumber mosaic virus in Cucurbits crop
  • कुकम्बर मोज़ेक वाइरस का रोगवाहक माहु कीट है। कद्दु वर्गीय फसलें, कुकम्बर मोज़ेक वाइरस के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं। 

  • इसके प्रकोप से शुरुआत में पत्तियों पर पानी से भरे पीले धब्बे विकसित होते हैं। 

  • ये धब्बे तेजी से बढ़ते हैं और हल्के भूरे या सफेद केंद्र के साथ पहले गोलाकार आकृति लेते हैं और फिर अनियमित आकृति में बदल जाते हैं।

  • ये धब्बे आपस में मिलकर बड़े घाव में परिवर्तित हो जाते हैं।

  • पौधे गंभीर रूप से बौने हो जाते हैं और पत्तियां विकृत हो जाती हैं। 

  • फूल व फल निर्माण की अवस्था में संक्रमण होने पर इसके कारण फल विकृत हो जाते हैं और इसकी वजह से पैदावार में भारी कमी आती है। 

  • अंत में पत्तियां सूख जाती हैं और पौधा भी मर जाता है। 

रोकथाम के उपाय 

  • इस कीट के नियंत्रण के लिए, एडमायर (इमिडाक्लोप्रिड 70% डब्ल्यूजी) @ 14 ग्राम + सिलिकोमैक्स गोल्ड @ 50 मिली, प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें। 

  • 3 दिन बाद, प्रिवेंटल BV @ 100 ग्राम, प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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मध्य और पूर्वी भारत में होगी हल्की बारिश, अभी छाया रहेगा कोहरा

know the weather forecast,

वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहाड़ों पर पहुंचेगा परंतु इससे बहुत हल्की बर्फबारी और हल्की बारिश ही होगी। राजस्थान में बारिश की संभावना कम होती जा रही है परंतु मध्य प्रदेश के कई जिलों में बारिश हो सकती है। दक्षिणी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तरी उड़ीसा और उत्तरी छत्तीसगढ़ में भी हल्की बारिश की संभावना है। गंगा के मैदानी क्षेत्र में अभी कोहरा छाया रहेगा तथा यातायात बाधित रहेगा।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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कंबाइन हार्वेस्टर पर मिल रही है अधिकतम 11 लाख तक की सब्सिडी

combine harvester

खेती को आसान बनाने के लिए बाजार में कई आधुनिक यंत्र उपलब्ध है। जिनकी मदद से किसान भाई कम लागत, समय एवं श्रम के साथ ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। ऐसी ही एक मशीन है कंबाइन हार्वेस्टर। यह मशीन फसल काटने के साथ उनका बंडल बनाने का काम भी करती है। इस मशीन का इस्तेमाल सबसे ज्यादा श्रमिकों की कमी होने पर किया जाता है। इस मशीन की मदद से समय और धन दोनों की बचत होती है। वहीं इसकी खासियत यह है कि ये यंत्र खेतों में लगी झाड़ियों को भी आसानी से काट देता है। इतनी सारी खूबियों को देखते हुए इसे हर किसान अपने पास रखना चाहता है पर ज्यादातर किसान अपनी आर्थिक स्थिति की वजह से इसे अपने पास नहीं रख पाता। किसानों की इसी समस्या को दूर करने के लिए सरकार इसपर भारी सब्सिडी देती है।

किसानों को इसके लिए सब्सिडी “कृषि यंत्रीकरण” पर उप-मिशन के तहत दी जाती है। कंबाइन हार्वेस्टर के लिए वित्तीय मदद का पैटर्न नीचे दिए टेबल से पता कर सकते हैं। इसके अलावा अधिक जानकारी हेतु अधिकारिक वेबसाइट https://farmech.gov.in पर जा सकते हैं।

क्रम संख्या कृषि मशीनरी का प्रकार – कम्बाइन हार्वेस्टर प्रति लाभार्थी अधिकतम अनुमेय सब्सिडी प्रति मशीन उपकरण (एससी, एसटी, छोटे और सीमांत किसानों, महिलाओं के लिए) सहायता का पैटर्न (एससी एसटी लघु और सीमांत किसान महिलाओंऔर पूर्वोत्तर राज्य लाभार्थी के लिए) प्रति लाभार्थी अधिकतम अनुमेय सब्सिडी प्रति मशीन उपकरण (अन्य लाभार्थी के लिए) सहायता का पैटर्न (अन्य लाभार्थी के लिए)
(i) कंबाइन हार्वेस्टर (स्वचालित) ₹8.00 लाख 50% ₹6.40 लाख 40%
(ii) कंबाइन हार्वेस्टर – ट्रैक्टर चालित (ट्रैक्टर के बिना) ₹3.00 लाख 50% ₹2.40 लाख 40%
(iii) कंबाइन हार्वेस्टर – ट्रैक्टर चालित (ट्रैक्टर के साथ) ₹7.25 लाख 50% ₹5.80 लाख 40%
(iv) कंबाइन हार्वेस्टर-चॉपर-कलेक्टर – ट्रैक्टर पर स्थापित (ट्रैक्टर के बिना) ₹3.50 लाख 50% ₹2.80 लाख 40%
(v) कंबाइन हार्वेस्टर-चॉपर-कलेक्टर – ट्रैक्टर पर स्थापित (ट्रैक्टर के साथ) ₹7. 75 लाख 50% ₹6.20 लाख 40%
(vi) कंबाइन हार्वेस्टर (ट्रैक प्रकार) – <6 फीट कटर बार चौड़ाई ₹7.00 लाख 50% ₹5.60 लाख 40%
(vii) कंबाइन हार्वेस्टर (ट्रैक प्रकार) > 6 फीट कटर बार चौड़ाई ₹11.00 लाख 50% ₹8.80 लाख 40%
(viii) आलू, मूंगफली और अन्य कंदीय फसलों के लिए कंबाइन हार्वेस्टर (ट्रैक्टर चालित)। ₹10.00 लाख 50% ₹8.00 लाख 40%
(ix) गन्ना हार्वेस्टर (स्वचालित) – व्हील प्रकार/ट्रैक प्रकार (पूर्ण/आधा}(केवल कस्टम हायरिंग केंद्रों द्वारा खरीदा जाएगा) ₹50.00 लाख 50% ₹40.00 लाख 40%
(x) मक्का कंबाइन हार्वेस्टर (स्वचालित) ₹10.00 लाख 50% ₹8.00 लाख 40%

स्रोत: कृषक जगत

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मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के उच्च भाव 6000 रुपए तक पहुंचे

soybean mandi Bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
रतलाम अलोट सोयाबीन 3551 4836
शाजापुर आगर सोयाबीन 1100 4935
शाजापुर अकोदिया सोयाबीन 3000 4761
आलीराजपुर आलीराजपुर सोयाबीन 4200 4700
अनुपुर अनुपपुर सोयाबीन 4500 4500
गुना एरोन सोयाबीन 4011 4700
अशोकनगर अशोकनगर सोयाबीन 2940 4945
अशोकनगर अशोकनगर अन्य 4590 4590
सीहोर आष्टा पीला 2201 5245
सीहोर आष्टा सोयाबीन 3760 5460
शिवपुरी बदरवास सोयाबीन 4395 4615
उज्जैन बड़नगर पीला 2003 4870
उज्जैन बड़नगर सोयाबीन 4390 6000
धार बदनावर पीला 2450 5995
धार बदनावर सोयाबीन 3300 5475
शाजापुर बड़ोद सोयाबीन 4000 4675
खरगोन बड़वाह सोयाबीन 3730 4375
बड़वानी बड़वानी सोयाबीन 4500 4500
सागर बामोरा पीला 4646 4728
सागर बामोरा सोयाबीन 4611 4733
शिवपुरी बराड़ सोयाबीन 4100 4535
रायसेन बेगमगंज सोयाबीन 4150 4645
भोपाल बैरसिया पीला 2805 4785
बेतुल बेतुल पीला 4001 4801
बेतुल बेतुल सोयाबीन 4000 5000
खरगोन भीकनगांव सोयाबीन 1401 5590
भोपाल भोपाल सोयाबीन 2891 4660
राजगढ़ ब्यावरा पीला 4300 4315
राजगढ़ ब्यावरा सोयाबीन 3605 4945
सागर बीना सोयाबीन 2701 4800
सागर बीना अन्य 4657 4657
गुना बीनागंज सोयाबीन 3500 4630
बुरहानपुर बुरहानपुर सोयाबीन 4300 4600
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा पीला 4511 4790
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा सोयाबीन 4700 4756
मन्दसौर दलौदा सोयाबीन 4107 4853
मन्दसौर दलौदा अन्य 3020 4400
देवास देवास सोयाबीन 1000 5051
धार धामनोद पीला 4490 5305
धार धामनोद सोयाबीन 3715 4700
धार धार पीला 3600 4790
धार धार सोयाबीन 1600 5600
नरसिंहपुर गाडरवाड़ा सोयाबीन 4301 4750
रायसेन गैरतगंज सोयाबीन 4065 4065
विदिशा गंज बासौदा पीला 3400 5000
विदिशा गंज बासौदा सोयाबीन 3200 4700
सागर गढ़ाकोटा सोयाबीन 4255 4735
इंदौर गौतमपुरा पीला 4413 4666
इंदौर गौतमपुरा सोयाबीन 3305 4700
डिंडोरी गोरखपुर पीला 4300 4400

स्रोत: एगमार्कनेट

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मटर की फसल में फली छेदक इल्ली के क्षति के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय!

Symptoms and control measures of pod borer caterpillars in pea crops

फल छेदक इल्ली के क्षति के लक्षण: प्रारंभिक अवस्था में ये पत्तियों को खाते हैं। फूल एवं फली की अवस्था में गंभीर रूप से विकासशील फली में छेद करते हैं और बीजों को खाते हैं। इसकी इल्ली सिर को आमतौर पर फली के अंदर और शरीर के अधिकांश हिस्से को बाहर की ओर रखती है।

नियंत्रण के उपाय: इस कीट के नियंत्रण के लिए, तुस्क (मैलाथियान 50.00% ईसी) @ 600 मिली + सिलिकोमैक्स गोल्ड @ 50 मिली, प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश से होते हुए बिहार तक बारिश के आसार

know the weather forecast,

उत्तर भारत में घना कोहरा छाया हुआ है परंतु 24 घंटे बाद कोहरे से राहत मिल सकती है। एक नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहाड़ों पर 30 दिसंबर को पहुंचेगा जिससे पहाड़ों पर बर्फबारी हो सकती है और हल्की बारिश भी हो सकती है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य बने रहने की संभावना है। पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश से दक्षिणी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और उड़ीसा सहित छत्तीसगढ़ में बारिश 30 दिसंबर से शुरू होकर 3 जनवरी तक रहेगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना से प्रति एकड़ की दर से मिलेंगे 5 हजार रूपये

Mukhyamantri Krishi Ashirwad Yojana

आर्थिक दृष्टि से कमजोर किसानों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से केंद्र और राज्य सरकारें कई प्रकार की योजनाएं चला रही हैं। इन योजनाओं की मदद से किसानों को आर्थिक मदद उपलब्ध की जा रही है। इसी कड़ी में झारखंड राज्य के किसानों के लिए राज्य सरकार मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना चला रही है। इस योजना के अंतर्गत आपको प्रति एकड़ 5 हजार रुपये की राशि दी जाएगी।

बता दें की इस योजना का लाभ 5 एकड़ या फिर उससे कम खेत वाले किसानों को मिलेगी। इसके अंतर्गत मिलने वाली 5 हजार रुपये प्रति एकड़ की राशि हर साल दी जायेगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को खेती के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाना है। किसानों को मिलने वाली 5000 रुपये की रकम सीधे बैंक खाते में भेजी जायेगी।

इस योजना का लाभ लेने के इच्छुक किसान अपने जिले के कृषि कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके आवेदन पत्र में किसान को आवेदक का नाम, पता, आधार नंबर, बैंक अकाउंट नंबर और अन्य आवश्यक जानकारी देनी पड़ती है। इस योजना के लिए अगर आप ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो आप आधिकारिक वेबसाइट mmkay.jharkhand.gov.in पर जा सकते हैं।

स्रोत: कृषि जागरण

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आलू की फसल में पछेती झुलसा के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय!

Symptoms and control measures of late blight in potato crops

क्षति के लक्षण: इस रोग से पौधों के पत्ते, तने एवं कंद प्रभावित होते हैं। सबसे पहले रोग के ये लक्षण पत्तियों के सिरों और किनारों पर पानी से लथपथ छोटे-छोटे भूरे धब्बे विकसित होते हैं। इन धब्बों के चारों ओर कवक की एक सफेद कपास जैसी संरचना दिखाई देती है। अनुकूल मौसम की स्थिति में जैसे – कम तापमान, उच्च आर्द्रता में रोग तेजी से फैलता है और पूरी फसल 10-14 दिनों के भीतर नष्ट हो सकती है और झुलसा हुआ रूप ले सकती है।

नियंत्रण के उपाय: इस रोग के नियंत्रण के लिए, नोवाक्रस्ट (एज़ोक्सिस्ट्रोबिन 11% + टेबुकनाज़ोल 18.3% एससी) @ 300 मिली या करमानोवा (कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% डब्ल्यूपी) @ 700 ग्राम + नोवामैक्स (जिब्रेलिक एसिड 0.001 % एल) 300 मिली + सिलिकोमैक्स गोल्ड 50 मिली, प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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