सब्सिडी पर मिलेंगे कृषि उपकरण, इस योजना से मिलेगा लाभ

e-Krishi Yantra Anudan Schem

भारतीय अर्थव्यवस्था कृषि पर बहुत ज्यादा निर्भर करती है। इसीलिए सरकार कृषि उत्पादन की बढ़ाने के लिए कई कदम उठाती रहती है। इन्हीं क़दमों में से एक है मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के किसानों के लिए शुरू की गई ‘ई-कृषि यंत्र अनुदान योजना’

इस योजना के माध्यम से किसानों को कई प्रकार के कृषि यंत्रों पर सब्सिडी यानी की अनुदान दी जाती है। इसके लिए जारी सूची में नाम आ जाने पर किसान सब्सिडी पर कृषि यंत्र खरीद सकते हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को नई तकनीकी उपकरण से परिचित करवाना है ताकि इसके उपयोग से वे अपनी कृषि उपज बढ़ा सके।

इन योजना के अंतर्गत सरकार समय समय पर किसानों से आवेदन आमंत्रित करती रहती है और इसके माध्यम से किसान लाभ प्राप्त करते रहते हैं। किसान इस योजना में आवेदन करने के लिए ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल (https://dbt.mpdage.org/index.htm) पर आवेदन की नई तिथि देखते रहें और नई तिथि आने पर तुरंत आवेदन कर दें। ग़ौरतलब है की जून महीने में भी कई किसानों ने इस योजना का लाभ उठाया है।

कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल: https://dbt.mpdage.org/index.htm

स्रोत: पत्रिका

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इस योजना से मध्यप्रदेश के किसान विदेश जाकर सीख सकते हैं आधुनिक कृषि तकनीक

Mukhyamantri Kisan Videsh Adhyayn Yatra Yojana

मध्य प्रदेश के किसानों को विकसित देशों में आधुनिक कृषि तकनीकों से रूबरू करवाने और इसकी प्रायोगिक जानकारी दिलवाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा एक योजना चलाई जाती है जिसका लाभ किसान भाई प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना का नाम है मुख्यमंत्री किसान विदेश अध्ययन यात्रा योजना।

इस योजना का लाभ मध्यप्रदेश के सभी वर्ग के लघु तथा सीमांत किसान उठा सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत चयनित होने पर कुल व्यय का 90%, अजजा एवं अजा वर्ग के किसानों को 75% तथा अन्य किसानों को 50% तक का अनुदान सरकार प्रदान करती है।

पिछले कुछ वर्षों में इस योजना के अंतर्गत किसानों के विभिन्न दल विदेश यात्रा पर गए। इस दौरान उन्होंने उन्नत कृषि, उद्धनिकी कृषि अभियांत्रिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन से जुड़ी आधुनिक तकनीकें ब्राजील – आर्जेन्टीना, फिलिपिन्स – ताईवान जैसे देशों में सीखी।

अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर जाएँ http://mpkrishi.mp.gov.in/hindisite_New/pdfs//Videsh_Yatra.pdf

स्रोत: किसान समाधान

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किसानों को मिलेंगे सालाना 42000 रुपए, जानें पूरी प्रक्रिया

Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi

आपको पता होगा की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से किसानों को तीन किश्तों में सालाना 6000 रूपये मिलते हैं। पर शायद आप इस योजना के माध्यम से पेंशन के रूप में मिलने वाले सालाना 36000 रूपये के बारे में नहीं जानते होंगे। 

दरअसल पीएम किसान योजना के अंतर्गत खाता खुलवाने के साथ ही खुद-ब-खुद पीएम किसान मानधन योजना में भी रजिस्ट्रेशन हो जाता है।  पीएम किसान मानधन योजना के अंतर्गत ही 60 साल से अधिक उम्र के किसानों को पेंशन के रूप में हर महीने 3 हजार रुपए दिए जाते हैं। इस तरह साल में पेंशन के रूप में कम से कम 36 हजार रुपए का लाभ होता है।

पीएम किसान योजना से किसानों को 6 हजार रुपए मिलते हैं। वहीं पेंशन योजना में हर महीने 55 रुपए और ज्यादा से ज्यादा 200 रुपए का योगदान देना होता है। इस तरह साल में अधिकतम योगदान 2400 रुपए और कम से कम योगदान 660 रुपए का होता है। अब 6 हजार रुपए में से अधिकतम योगदान 2400 रुपए को घटा लीजिए, तो पीएम किसान योजना के खाते में 3600 रुपए शेष रह जाएंगे।

इस प्रक्रिया से जब आपकी उम्र 60 से अधिक होगी तब आपको हर महीने 3 हजार रुपए की पेंशन मिलेगी साथ ही साथ 2 हजार की 3 किस्त भी आती रहेगी। इस तरह 60 साल की उम्र के बाद किसान कुल 42 हजार रुपए सालाना का लाभ ले सकेंगे।

स्त्रोत: कृषि जागरण

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डेयरी फार्म खोलने के लिए इस योजना के तहत मिलता है लोन

Loan is provided under the Dairy Entrepreneurship Development Scheme for opening a dairy farm

दूध और दूध से बने सभी उत्पादों की मांग बाजार में हमेशा ही रहती है इसीलिए डेयरी फ़ार्म खोलने का व्यवसाय हमेशा ही मुनाफ़े का सौदा होता है। चाहे कैसी भी परिस्थिति हो डेयरी क्षेत्र में कभी भी मंदी नहीं आती है इसीलिए सरकार भी इस क्षेत्र को बढ़ावा दे रही है।

ग़ौरतलब है की सरकार डेयरी फार्म लगाने के लिए लोन उपलब्ध करवाती है। इसके लिए सरकार डेयरी उद्यमिता विकास योजना लेकर आई है। इस योजना का उद्देश्य है लोगों को आसानी से डेयरी फार्म लगाने में मदद करना।

बैंक तथा एनबीएफसी संस्था डेयरी फार्म व्यवसाय शुरू करने के लिए लोन देती है। इसके माध्यम से डेयरी फार्म के लिए लोन लिया जा सकता है। लोन उपलब्ध करवाने वाले बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया प्रमुख है।

स्रोत: कृषि जागरण

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मवेशी की मौत पर सरकार देगी पैसा, इस योजना से किसानों को मिलेगा लाभ

Pashudhan Bima Yojana

बीमारी, मौसम या दुर्घटना आदि के कारण कई बार किसानों को अपने मवेशियों को खोना पड़ जाता है। मवेशियों के मौत की वजह से किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। इसी नुकसान की भरपाई के लिए सरकार पशुधन बीमा योजना चला रही है।

इस योजना के अंतर्गत किसानों को अपने पशु का बीमा करवाने के लिए अपने जिले के पशु चिकित्सालय में जानकारी देनी होगी। इसके बाद पशु चिकित्सालय का डॉक्टर और बीमा कंपनी का एजेंट उस पशु के स्वास्थ की जांच करेगा और पशु के स्वस्थ्य होने पर एक हेल्थ सर्टिफ़िकेट देगा।

बता दें की पशु का बीमा करने के समय बीमा कंपनी पशु के कान में एक टैग लगाएगा और किसान की पशु के साथ एक फोटो भी ली जाएगी। इसके बाद बीमा पॉलिसी जारी कर दी जाएगी।

स्रोत: न्यूज़ 18

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ग्रामोफ़ोन एप से की स्मार्ट खेती तो किसान की आय में 40% और मुनाफ़े में हुई 49% की वृद्धि

Farmer Success Story

दुनिया डिजिटल हो रही है, दुनिया की हर जानकारी मोबाइल के एक टच पर कहीं भी कोई भी प्राप्त कर सकता है। दुनिया के इस डिजिटलीकरण में भारतीय किसान के लिए भी बहुत सारी संभावनाएं हैं और इन्हीं संभावनाओं के दरवाज़े पर बंद पड़े तालों को खोलने की कोशिश पिछले 4 साल से ग्रामोफ़ोन कर रहा है। अब किसानों को कृषि संबंधित हर जानकारी ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप के माध्यम से स्मार्ट फ़ोन के एक टच पर मिल रही है। खंडवा के सोयाबीन किसान देवेंद्र राठौर भी ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप की मदद से स्मार्ट खेती कर रहे हैं।

ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप इस्तेमाल करने वाले देवेंद्र राठौर को उनके गांव के लोग स्मार्ट किसान कहते हैं। देवेंद्र फसल बुआई के साथ अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप से जोड़ देते हैं और उन्हें सही समय पर अपनी फसल से जुड़ी हर समस्याओं के अलर्ट और निदान के उपाय मिलते रहते हैं। इस प्रक्रिया से पहले की तुलना में देवेंद्र को आय में 40% और मुनाफ़े में 49% की वृद्धि हुई है साथ ही कृषि लागत में भी काफी कमी आई है।

देवेंद्र की ही तरह लाखों किसान ग्रामोफ़ोन एप का इस्तेमाल कर रहे हैं और इसका लाभ ले रहे हैं। आप भी देवेंद्र की तरह एक स्मार्ट किसान बनें और अपना खेत ग्रामोफ़ोन के मेरे खेत विकल्प से जरूर जोड़ें।

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मध्य प्रदेश में अब आग से हुई फसल-क्षति की भरपाई करेगी सरकार

Government will now compensate for crop damage caused by fire in Madhya Pradesh

किसानों को कई बार आगजनी के कारण भी अपनी फसलों का नुकसान झेलना पड़ता है। इसी नुकसान की भरपाई के लिए अब मध्य प्रदेश सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। मध्यप्रदेश सरकार के किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने इस बाबत कहा कि “सरकार आग से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के रूप में किसानों को आरबीसी-6 (4) में राहत राशि उपलब्ध करायेगी।”

मंत्री कमल पटेल ने पिछले दिनों प्रदेश के कुछ जिले में आग से हुए फसलों के नुकसान का सर्वे करवाने के निर्देश दिए थे। मंत्री कमल पटेल ने ये बातें ग्राम उंदराखेड़ी में आयोजित किये गए एक कार्यक्रम में कही।

स्रोत: युएनआई वार्ता

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किसानों के लिए जरूरी खबर, रहें सतर्क नहीं तो चुकानी पड़ सकती है भारी कीमत

Kisan Credit Card

किसान क्रेडिट कार्ड से लाखों किसान लाभ ले रहे हैं। पर इसके माध्यम से ऋण लेने वाले किसान सतर्क हो जाएँ। दरअसल कार्ड से प्राप्त हुई राशि को ब्याज के साथ लौटाने के लिए अब सिर्फ 28 दिन बाकी बचे हैं। अगर किसान 31 मार्च तक बैंक को ये राशि ब्याज के साथ नहीं लौटाते हैं तो उन्हें 4% की जगह 7% तक ब्याज देना पड़ेगा।

बता दें की अगर किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए आप 3 लाख रूपए का लोन लेते हैं तो आपको नियमों के अनुसार 7% तक ब्याज देना पड़ता हैं। हालांकि केंद्र सरकार द्वारा किसानों का आर्थिक बोझ कम करते हुए इस पर 2% तक की सब्सिडी भी दी जाती हैं। इसके अलावा नियमों का पालन करते हुए उन किसानों को 3% तक अतिरिक्त ब्याज पर छूट दी जाती है।

स्रोत : कृषि जागरण

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किसान क्रेडिट कार्ड से अब मिलेगा ज्यादा ऋण, पढ़ें पूरी जानकारी

Now more loan will be available from Kisan Credit Card

‘किसान क्रेडिट कार्ड’ के माध्यम से जहाँ पहले किसान 15 लाख रूपए तक की रकम प्राप्त कर सकते थे वहीं अब इस रकम को बढ़ा कर 16.5 लाख रूपए करने का निर्णय लिया गया है। सरकार ने यह निर्णय किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर करने के लिए लिया है। 

बता दें की वर्तमान में लाखों किसान ‘किसान क्रेडिट कार्ड’ का लाभ ले रहे हैं। सरकार आने वाले दिनों में 2.50 करोड़ किसानों तक किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा पहुंचाना चाहती है। ग़ौरतलब है की किसान क्रेडिट कार्ड कृषि, पशुपालन व मछली पालन आदि कार्यों से जुड़ा कोई भी किसान ले सकता है। इसके अलावा किसी दूसरे व्यक्ति के खेतों में खेती करने वाला किसान भी इसका लाभ ले सकता है। इस योजना का लाभ 18 से 75 वर्ष के किसान ले सकते हैं।

स्रोत: कृषि जागरण

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इंदौर की मंडी में क्या है अलग अलग फसलों के भाव

Mandi Bhaw

 

फसल न्यूनतम भाव अधिकतम भाव
डॉलर चना 3010 6700
गेहु 1451 1997
चना मौसमी 3665 5320
सोयाबीन 1290 4995
मसूर 4920 5100
बटला 3695 3825
तुअर 5725 5725
धनिया 5410 5410
मिर्ची 5800 12860
सरसों 1500 5280
प्याज के भाव
नई लाल प्याज (आवक 15000 कट्टे ) 2500 – 4100 ₹
किस्मे न्यूनतम भाव अधिकतम भाव
सुपर 3600 3900
एवरेज 3000 3500
गोलटा 2800 3300
गोलटी 1800 2400
छाटन 400 1800
लहसन के भाव
आवक – 22000+ कट्टे
किस्मे न्यूनतम भाव अधिकतम भाव
सुपर ऊटी 6000 7000
देशी मोटा 5000 6000
लड्डू देशी 3800 4800
मीडियम 3800 3500
बारीक 800 1500
हल्की 800 2000
नया आलु
आवक – 28000 + कट्टे
किस्मे न्यूनतम भाव अधिकतम भाव
चिप्स 800 1000
ज्योति 900 1050
गुल्ला 700 800
छर्री 200 350
छाटन 600 900
सब्जियों के भाव
फसल न्यूनतम भाव अधिकतम भाव
भिन्डी 1500 3500
लौकी 1500 2500
बेंगन 400 1000
पत्ता गोभी 200 400
शिमला मिर्च 1500 3500
गाजर 400 800
फुल गोभी 400 1000
हरा धनिया 600 1000
खीरा 1000 2000
अदरक 600 1600
हरी मिर्च 1500 3000
मैथी 600 1000
प्याज 1500 4000
पपीता 800 1600
आलू 200 1100
कद्दू 400 800
पालक 400 1000
टमाटर 200 1000
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