मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi rates,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे अलोट, बड़नगर, कालापीपल, झाबुआ, खातेगांव, छिंदवाड़ा और खरगोन आदि में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में गेहूं के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अजयगढ़

2130

2190

आलमपुर

2100

2165

बड़नगर

1850

2365

बड़नगर

1855

2208

बदनावर

2045

2465

बक्स्वाहा

2015

2050

भानपुरा

2020

2040

भीकनगांव

2100

2250

बीना

2000

2101

बीना

2210

2530

छिंदवाड़ा

2000

2392

धामनोद

1925

2323

गदरवाड़ा

2051

2200

गंधवानी

2230

2280

गोरखपुर

2000

2000

हरपालपुर

1890

2020

ईसागढ़

2350

2670

ईसागढ़

1850

2220

इटारसी

2120

2218

जीरापुर

1900

2150

झाबुआ

1970

2050

कालापीपाल

1850

2015

कालापीपाल

1900

2100

कालापीपाल

1895

2850

करही

2020

2020

केसली

2045

2100

खरगोन

2146

2368

खातेगांव

1950

2436

लश्कर

2080

2265

लटेरी

2135

2260

मन्दसौर

2000

2441

मेह्गओं

2035

2050

नसरुल्लागंज

1975

2390

पचौरी

1975

2230

पन्ना

2050

2200

पथरिया

2131

2274

पिपलिया

2025

2310

रायसेन

2170

2170

रामनगर

2300

2300

सनावद

2030

2282

सांवेर

1920

2121

सेमरी हरचंद

2100

2170

सेंधवा

2200

2200

शाहगढ़

1970

2158

शामगढ़

1852

2015

श्योपुरकलां

2195

2217

शिवपुरी

2065

2065

शुजालपुर

1950

2300

सिमरिया

2100

2150

स्रोत: एगमार्कनेट

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। जानकारी पसंद आये तो लाइक और शेयर जरूर करें।

Share

बैंगन की फसल में फल गलन/फल सड़न नियंत्रण के उपाय

  • किसान भाइयों, बैंगन की फसल में फल गलन फाइटोफ्थोरा निकोटियाना नामक फफूंद के कारण होता है।

  • इस रोग के लक्षण पत्ती, तना एवं फल पर दिखाई देता है। अधिक नमी के कारण बैंगन की फसल में रोग का प्रसार तेजी से होता है। 

  • जिसके कारण फलों पर जलीय सूखे हुए धब्बे दिखाई देने लगते हैं, जो बाद में धीरे-धीरे दूसरे फलो में भी फैलने लगता है। 

  • इस रोग से प्रभावित फल की ऊपरी सतह भूरे रंग की हो जाती है, जिस पर सफ़ेद रंग के कवक विकसित हो जाती है। अंत में फल पौध से टूट कर गिर जाता है। 

रोकथाम  के उपाय 

  • तमिलनाडु एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के द्वारा सुझाय गए उपाय अपनाकर इस समस्या से बचा जा सकता है।  

  • प्रभावित फलों को हटाना और नष्ट कर देना चाहिए। 

  • जैविक प्रबंधन : जैविक उपचार के रूप में मोनास कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस) @ 500 ग्राम/एकड़ 150 -200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

मध्यप्रदेश मंडियों में क्या चल रहे टमाटर के भाव?

आज मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे बड़वानी, खरगोन, देवास, धार, मन्दसौर, इंदौर और हाटपिपलिया आदि में क्या चल रहे हैं टमाटर के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में टमाटर के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

बड़वानी

1200

1200

देवास

300

900

धार

1850

2000

गुना

500

700

गुना

700

900

हाटपिपलिया

1200

1600

इंदौर

400

1600

खरगोन

800

1500

खरगोन

500

1000

कुक्षी

800

1300

मन्दसौर

500

1300

नरसिंहगढ़

500

900

नरसिंहगढ़

500

850

पंधाना

750

850

पिपरिया

600

2000

सांवेर

2500

2600

सिंगरोली

2000

2000

थांदला

1200

1600

टिमरनी

1500

2000

स्रोत: एगमार्कनेट प्रोजेक्ट

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  टमाटर जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। वीडियो पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

मध्यप्रदेश की चुनिंदा मंडियों में क्या चल रहे प्याज़ के ताजा भाव ?

onion Mandi Bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे बदनावर, देवास, कालापीपल, खंडवा, खरगोन, रतलाम और मन्दसौर आदि में क्या चल रहे हैं प्याज़ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में प्याज़ के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

बदनावर

500

1500

देवास

400

1000

देवास

400

1200

कालापीपाल

120

1250

खंडवा

300

1200

खरगोन

500

1000

खरगोन

500

1500

मन्दसौर

150

1199

पिपरिया

400

1200

रतलाम

401

1275

सैलान

100

1081

सांवेर

800

1000

थांदला

1000

1400

टिमरनी

1000

1000

स्रोत: एगमार्कनेट

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। लेख पसंद आया हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

50% अनुदान पर खरीदें पैडी ट्रांसप्लांटर, जानें आवेदन की प्रक्रिया

कृषि यंत्रों और नई तकनीकों ने कृषि क्षेत्र को काफी आसान बना दिया है। इनकी मदद से किसान भाईयों के समय और श्रम दोनों की बचत होती है। हालांकि हर किसान इन यंत्रों को खरीदने में सक्षम नहीं हैं। इस कारण उन्हें आधुनिक यंत्रों का लाभ प्राप्त नहीं हो पाता है। ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों के लिए एक खास योजना शुरू की है। 

प्रदेश सरकार ने धान रोपाई के लिए पैडी ट्रांसप्लांटर को सब्सिडी पर देने की घोषणा की है। इस योजना के तहत सभी वर्ग के किसानों को अलग अलग सब्सडी पर कृषि यंत्र देने का प्रावधान है। योजना के अंतर्गत पैडी ट्रांसप्लांटर की खरीदी पर 40% से 50% तक सब्सिडी प्रदान की जाएगी। किसान इस कृषि यंत्र की मदद से कम समय में ज्यादा काम कर सकते हैं। बता दें कि सरकार की इस योजना का उद्देश्य किसानों की लागत को कम करके आय में वृद्धि करना है। 

इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान भाई ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन फॉर्म भरते दौरान पंजीकृत मोबाईल नंबर पर OTP यानी वन टाइम पासवर्ड प्राप्त होगा। जिसे सबमिट करने के बाद ही आप आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर पाएंगें। तो समय बर्बाद किए बिना जल्द इस लाभकारी योजना के लिए पंजीयन कराएं।

स्रोत : कृषि समाधान

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

मक्का की फसल में मोथा घास नियंत्रण के उपाय

किसान भाइयों, मोथा घास (cyperus rotundus) एक बहुवर्षीय सकरी पत्ती वाला खरपतवार है। इसे नियंत्रित करना विशेष रूप से कठिन है, क्योंकि जमीन के ऊपर और मिट्टी के नीचे, प्रकन्द आसानी से जड़ पकड़ लेते हैं। इन्हीं प्रकन्द से ये तेजी से फैलता है। प्रकन्दों का बहुत ही सघन जड़ तन्त्र होता है, जो भूमि में काफी गहराई तक पहुँच सकता है। इसका प्रसारण बीज द्वारा बहुत कम होता है। मक्के की बेहतर फसल उत्पादन के लिए खरपतवार प्रबंधन समय – समय पर करना बहुत आवश्यक होता है।

इससे फसलों में होने वाले नुकसान 

ये हवा, पानी, प्रकाश, खाद, पोषक तत्व के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं। जिससे मक्के की बढ़वार कम होती है और पौधा कमजोर रह जाता है। इसे आरम्भिक अवस्था में यदि नियंत्रित न किया जाये, तो उपज में 40 से 50 % तक की गिरावट देखी जा सकती है।

नियंत्रण के उपाय 

यांत्रिक विधि :  मक्के से अच्छे उत्पादन के लिए, फसल में पहली निराई, बुवाई के 15-20 दिन बाद और दूसरी निराई बुवाई के 30 -45 दिनों बाद करनी जरूरी हो जाता है। 

रासायनिक विधि : मोथा के अच्छे नियंत्रण के लिए 2 से 3 पत्ती की अवस्था में खरपतवार नाशक सेम्प्रा  (हैलोसल्फ्यूरॉन मिथाइल 75% डब्ल्यू जी) @ 36 ग्राम + सिलिको मैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़, 150 – 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें। छिड़काव के समय फ्लैट फेन नोजल का प्रयोग करें एवं खेत में नमी बनाये रखें।

महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

कपास की फसल में सफेद मक्खी नियंत्रण के उपाय

सफेद मक्खी:- इस कीट के शिशु और व्यस्क दोनों ही पत्तों की निचली सतह पर चिपककर रस चूसते हैं। भूरे रंग की शिशु अवस्था पूरी होने के बाद, उसी जगह पर रहकर प्यूपा में बदल जाते हैं। जिन पर काली फंफूदी लग जाती है। इस कारण ग्रसित पौधे पीले व तैलीय दिखाई देते हैं। यह कीड़े न केवल रस चूसकर फसल को नुकसान करते हैं।

सफेद मक्खी पौधों पर चिपचिपा पदार्थ छोड़ती हैं जिससे फफूंद जनित रोग की सम्भावना बढ़ जाती है। इसका प्रकोप होने पर पौधों की पत्तियां सुकड़कर मुड़ने लगती है।

नियंत्रण के उपाय – 

  • नोवाफेन (पायरिप्रोक्सीफेन 05% + डायफेंथियूरोन 25% एसई) @ 400 मिली + स्टिकर (सिलिकोमैक्स) @ 50 मिली प्रति एकड़ 150 -200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें। 

  • जैविक नियंत्रण के लिए, बवे-कर्ब (बवेरिया बेसियाना) @ 500 ग्राम/एकड़ 150 -200 लीटर पानी के हिसाब से  छिड़काव करें।

  • इसके अलावा किसान भाई कीट प्रकोप की सूचना के लिए पीले चिपचिपे ट्रैप (येलो स्टिकी ट्रैप ) @ 8 -10, प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में स्थापित करें। यह कीट प्रकोप को इंगित करेगा जिसके आधार पर किसान भाई ऊपर बताय गए उपाय अपनाकर फसल को कीट प्रकोप से बचा सकते हैं।

महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

देश के विभिन्न मंडियों में 26 जुलाई को क्या रहे फलों और फसलों के भाव?

Todays Mandi Rates

देश के विभिन्न शहरों में फलों और फसलों की कीमतें क्या हैं?

शहर

मंडी

कमोडिटी

वैरायटी

ग्रेड (एवरेज/सुपर)

न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में)

अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में)

जयपुर

मुहाना मंडी

अनन्नास

क्वीन

54

55

जयपुर

मुहाना मंडी

तरबूज

बैंगलोर

14

15

जयपुर

मुहाना मंडी

अदरक

हसन

28

29

जयपुर

मुहाना मंडी

कटहल

केरल

28

30

जयपुर

मुहाना मंडी

कच्चा आम

केरल

50

55

जयपुर

मुहाना मंडी

कच्चा आम

तमिलनाडु

55

60

जयपुर

मुहाना मंडी

टमाटर

12

15

जयपुर

मुहाना मंडी

हरा नारियल

बैंगलोर

30

32

जयपुर

मुहाना मंडी

आलू

चिप्सोना

सुपर

10

12

जयपुर

मुहाना मंडी

आलू

पुखराज

10

12

जयपुर

मुहाना मंडी

प्याज

नासिक

14

15

जयपुर

मुहाना मंडी

प्याज

कुचामन

7

9

जयपुर

मुहाना मंडी

प्याज

सीकर

12

13

जयपुर

मुहाना मंडी

लहसुन

फूल

40

42

जयपुर

मुहाना मंडी

लहसुन

मिडियम

34

35

जयपुर

मुहाना मंडी

लहसुन

छोटा

30

31

जयपुर

मुहाना मंडी

नींबू

महाराष्ट्रा

110

115

आगरा

सिकंदरा मंडी

प्याज

सागर

10

11

आगरा

सिकंदरा मंडी

प्याज

नासिक

12

13

आगरा

सिकंदरा मंडी

लहसुन

8

13

आगरा

सिकंदरा मंडी

लहसुन

न्यू

30

35

आगरा

सिकंदरा मंडी

कटहल

24

आगरा

सिकंदरा मंडी

अदरक

औरंगाबाद

22

आगरा

सिकंदरा मंडी

हरी मिर्च

कोलकाता

40

45

आगरा

सिकंदरा मंडी

नींबू

मद्रास

85

आगरा

सिकंदरा मंडी

नींबू

महाराष्ट्रा

105

आगरा

सिकंदरा मंडी

अनन्नास

किंग

35

आगरा

सिकंदरा मंडी

आलू

पुखराज

7

8

आगरा

सिकंदरा मंडी

आलू

ख्याति

7

8

आगरा

सिकंदरा मंडी

आलू

चिप्सोना

10

11

आगरा

सिकंदरा मंडी

आलू

गुल्ला

5

आगरा

सिकंदरा मंडी

तरबूज

महाराष्ट्रा

15

16

Share

आधुनिक यंत्र और नई तकनीक पर मिल रहा भारी अनुदान, जल्द कराएं आवेदन

देशभर में सभी किसानों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। किसानों को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई लाभकारी योजनाएं चला रही हैं। इसी क्रम में सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में आधुनिकता को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि किसानों को खेती बाड़ी में ज्यादा लाभ प्राप्त हो सके। इसके लिए सरकार कृषि यंत्र और नई तकनीक की खरीदी पर अनुदान प्रदान कर रही है। 

सोलर पंप, ड्रिप, फार्मपौण्ड व डिग्गी पर अनुदान

इसी कड़ी में राजस्थान सरकार अपने राज्य के किसानों को अनुदान पर ड्रिप इरिगेशन के लिए सिंचाई संयंत्र उपलब्ध करा रही है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने 1.60 लाख कृषकों को सिंचाई संयंत्र उपलब्ध कराने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। वहीं पहले से ही 9,738 फार्मपौण्ड और 1,892 डिग्गियों के निर्माण के लिए सब्सिडी देने की घोषणा की जा चुकी है। इसके अलावा प्रेदश में 22,807 सोलर पंप स्थापित करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। 

जल्द कराएं आवेदन

इस योजना का लाभ उठाने के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://rajkisan.rajasthan.gov.in पर जाएं। यहां पर फार्मपौण्ड, डिग्गी, ड्रिप इरिगेशन एवं सोलर पंप से लेकर खेती बाड़ी से जुड़ी सभी योजनाओं के विकल्प दिए गए हैं। जिसकी मदद से आप राज्य सरकार की सभी योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही इसी पोर्टल पर आप ऑनलाइन आवदेन भी कर सकते हैं। 

स्रोत : किसान समाधान

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi rates

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे अलोट, बड़वानी, भांडेर, जावरा और खातेगांव आदि में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में गेहूं के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अलोट

2000

2190

बड़वानी

2200

2200

बागली

1910

1915

बक्तारा

2000

2130

भांडेर

2015

2015

भीकनगांव

1970

2200

चंदेरी

2180

2190

गंधवानी

2115

2115

हटा

1900

1910

जैसीनगर

2025

2075

जावरा

2110

2110

खानिअधना

2015

2125

खातेगांव

1800

2240

खातेगांव

1980

2158

लोहर्दा

2100

2100

पंधाना

2150

2150

रामनगर

2000

2000

रहली

1950

2050

सागर

2000

2400

सतना

1800

1900

सेगाँव

2160

2200

शाहगढ़

2100

2100

सोनकच्छ

1920

2359

स्रोत: एगमार्कनेट

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। जानकारी पसंद आये तो लाइक और शेयर जरूर करें।

Share