कपास की फसल में अल्टरनेरिया पत्ती धब्बा रोग के लक्षण एवं रोकथाम के उपाय

अल्टरनेरिया पत्ती धब्बा रोग:- यह बीज जनित रोग है, जो अल्टरनेरिया मेक्रोस्पोरा नामक फफूंद से होता है। इस रोग से पत्तियों की ऊपरी सतह पर भूरे रंग के छोटे-छोटे धब्बे बनते हैं, जो बाद में काले भूरे एवं गोलाकार हो जाते है। इन धब्बों में बनने वाली गोलाकार वलय इसकी पहचान का मुख्य लक्षण हैं। अंंत में अधिक रोग ग्रसित पत्तियां पौधों से झड़ जाती हैं। 

रोग प्रबंधन के उपाय:-

  • कॉम्बैट (ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम या मोनास-कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस 1 % डब्ल्यूपी) @ 500 ग्राम प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें 

  • टिल्ट (प्रोपिकोनाजोल 25% ईसी) @ 200 मिली या एंट्राकोल (प्रोपीनेब 70% डब्ल्यूपी) @ 600 ग्राम + सिलिकोमैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

    महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

देश की विभिन्न मंडियों में 17 अगस्त को क्या रहे फलों और फसलों के भाव?

Todays Mandi Rates

देश के विभिन्न शहरों में फलों और फसलों की कीमतें क्या हैं?

मंडी

फसल

न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में)

अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में)

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

14

गुवाहाटी

प्याज़

17

गुवाहाटी

प्याज़

18

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

13

गुवाहाटी

प्याज़

17

गुवाहाटी

प्याज़

18

गुवाहाटी

प्याज़

15

गुवाहाटी

प्याज़

16

गुवाहाटी

प्याज़

19

गुवाहाटी

प्याज़

21

गुवाहाटी

लहसुन

15

20

गुवाहाटी

लहसुन

22

28

गुवाहाटी

लहसुन

30

37

गुवाहाटी

लहसुन

38

42

गुवाहाटी

लहसुन

15

20

गुवाहाटी

लहसुन

22

27

गुवाहाटी

लहसुन

28

37

गुवाहाटी

लहसुन

38

42

लखनऊ

आलू

20

21

लखनऊ

प्याज़

12

13

लखनऊ

प्याज़

14

16

लखनऊ

प्याज़

9

10

लखनऊ

प्याज़

11

13

लखनऊ

प्याज़

14

15

लखनऊ

अनन्नास

25

28

लखनऊ

हरा नारियल

38

42

लखनऊ

लहसुन

20

25

लखनऊ

लहसुन

30

40

लखनऊ

लहसुन

45

50

लखनऊ

मोसंबी

28

रतलाम

अदरक

30

32

रतलाम

आलू

18

20

रतलाम

टमाटर

26

34

रतलाम

हरी मिर्च

50

56

रतलाम

भिन्डी

14

18

रतलाम

नींबू

22

25

रतलाम

फूलगोभी

25

30

रतलाम

पत्ता गोभी

35

40

रतलाम

बैंगन

13

14

रतलाम

करेला

35

36

रतलाम

कटहल

18

20

रतलाम

खीरा

13

14

रतलाम

शिमला मिर्च

36

40

रतलाम

केला

35

36

रतलाम

अनार

45

55

रतलाम

सेब

85

रतलाम

पपीता

30

34

लखनऊ

प्याज़

9

11

लखनऊ

प्याज़

12

13

लखनऊ

प्याज़

14

लखनऊ

प्याज़

15

लखनऊ

प्याज़

9

10

लखनऊ

प्याज़

11

12

लखनऊ

प्याज़

13

14

लखनऊ

प्याज़

15

16

लखनऊ

लहसुन

15

20

लखनऊ

लहसुन

25

32

लखनऊ

लहसुन

35

40

लखनऊ

लहसुन

45

50

रतलाम

प्याज़

3

6

रतलाम

प्याज़

6

8

रतलाम

प्याज़

8

12

रतलाम

प्याज़

12

14

रतलाम

लहसुन

7

9

रतलाम

लहसुन

10

16

रतलाम

लहसुन

17

24

रतलाम

लहसुन

25

35

Share

मध्यप्रदेश मंडियों में क्या चल रहे टमाटर के भाव?

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे बड़वाह, बड़वानी, भोपाल, देवास, धार, गुना, इंदौर और मंदसौर आदि में क्या चल रहे हैं टमाटर के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में टमाटर के ताजा मंडी भाव

जिला

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

खरगोन

बड़वाह

775

1500

बड़वानी

बड़वानी

1400

1400

भोपाल

भोपाल

1000

2000

देवास

देवास

400

1000

देवास

देवास

400

1000

धार

धार

1800

1900

गुना

गुना

490

650

इंदौर

इंदौर

400

1400

इंदौर

इंदौर

600

2000

होशंगाबाद

इटारसी

1600

1800

जबलपुर

जबलपुर

1200

1600

खंडवा

खंडवा

600

1500

खरगोन

खरगोन

500

800

खरगोन

खरगोन

500

2000

धार

कुक्षी

700

1100

मंदसौर

मंदसौर

1200

3000

मंदसौर

मंदसौर

1200

2000

सागर

सागर

800

1200

राजगढ़

सारंगपुर

700

2000

राजगढ़

सारंगपुर

800

1900

बड़वानी

सेंधवा

1500

2000

हरदा

सिराली

4000

4000

श्योपुर

स्योपुरकलां

2000

3000

झाबुआ

थांदला

800

1200

हरदा

टिमरनी

1500

2500

स्रोत: एगमार्कनेट प्रोजेक्ट

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  टमाटर जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। वीडियो पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

50% अनुदान पर कराएं जल स्रोतों का निर्माण

फसल उत्पादकता बढ़ाने के लिए सिंचाई व्यवस्था का बेहतर होना जरूरी है। हालांकि  आर्थिक तंगी के कारण सभी किसान सिंचाई के साधन नहीं जुटा पाते हैं। ऐसे में किसानों की मदद हेतु मध्यप्रदेश सरकार सिंचाई के संसाधन उपलब्ध कराने के लिए कई योजनाएं चला रही है।

इन्हीं योजनाओं में से एक ‘एकीकृत बागवानी विकास मिशन MIDH’ है, जिसके माध्यम से किसान अनुदान पर जल स्रोतों जैसे तालाब, नलकूप या कुएं का निर्माण करवा सकते हैं। योजना के तहत (20*20*03) मीटर क्षेत्रफल में जल स्रोत बनवाने के लिए 125 रूपए/घनमीटर की दर से अनुदान दिया जा रहा है। सरकार के अनुसार ईकाई लागत 1 लाख 50 हजार रूपए तय की गई है, जिसमें 50% यानी 75 हजार रूपए अनुदान के तौर पर प्रदान किया जा रहा है।

16 अगस्त 2022 के दिन से आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इच्छुक किसान राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट https://mpfsts.mp.gov.in/mphd पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। योजना से जुड़ी सभी जानकारी भी इसी वेबसाइट पर प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो बिना देरी करें जल्द आवेदन करें।

स्रोत: किसान समाधान

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

मध्यप्रदेश की चुनिंदा मंडियों में क्या चल रहे सोयाबीन के भाव?

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे महू, राहतगढ़ और सोनकच्छ  आदि में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव

जिला

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

इंदौर

महू

3400

3400

इंदौर

महू

3400

3400

सागर

राहतगढ़

6150

6160

देवास

सोनकच्छ

5450

6250

स्रोत: एगमार्कनेट

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  सोयाबीन जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। लेख पसंद आया हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi rates

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे बड़ा मलहरा, बकतरास, भीकनगांव, छपरा, डबरा, खंडवा और खटोरा आदि में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में गेहूं के ताजा मंडी भाव

जिला

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

छतरपुर

बड़ा मलहरा

2150

2200

सीहोर

बकतरास

2050

2120

खरगोन

भीकनगांव

1870

2210

खरगोन

भीकनगांव

2200

2347

राजगढ़

छपरा

1990

2190

ग्वालियर

डबरा

2275

2275

ग्वालियर

डबरा

2300

2300

धार

गंधवानी

2020

2020

दमोह

जावेरा

2021

2025

झाबुआ

झाबुआ

2100

2150

खंडवा

खंडवा

2112

2382

देवास

खातेगांव

1963

2230

देवास

खातेगांव

1900

2147

शिवपुरी

खटोरा

2015

2015

शिवपुरी

खटोरा

2015

2015

ग्वालियर

लश्कर

2250

2270

श्योपुर

श्योपुरबडोद

2186

2186

श्योपुर

श्योपुरकलां

2000

2000

श्योपुर

श्योपुरकलां

2000

2000

देवास

सोनकच्छ

2000

2327

देवास

सोनकच्छ

2000

2327

उमरिया

उमरिया

1820

2020

स्रोत: एगमार्कनेट

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। जानकारी पसंद आये तो लाइक और शेयर जरूर करें।

Share

भारी सब्सिडी पर शुरू करें मधुमक्खी पालन, जानें आवदेन की पूरी प्रक्रिया

बागवानी करने वाले किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा कई योजनाएं शुरू की गई हैं। इसी क्रम में मधुमक्खी पालन के तहत राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं हनी मिशन योजना चलाई जा रही है। इस योजना का उद्देश्य मधुमक्खी पालन को भूमिहीन एवं सीमांत किसानों के लिए आय का एक बेहतर स्रोत बनाना है। 

इस योजना के माध्यम से मधुमक्खी पालकों को 80% से 85% का अनुदान दिया जा रहा है। जिसकी मदद से लाभार्थियों को व्यवसाय शुरू करने के लिए सिर्फ 15% से 20% की लागत ही लगानी होगी। इसके साथ ही विशेषज्ञों के अनुसार मधुमक्खियां पर्यावरण के लिए बेहद उपयोगी और फायदेमंद जीव है। ऐसे में इस योजना के अंतर्गत मधुमक्खियों के संरक्षण में भी काफी मदद मिलेगी और इनकी घट रही संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। 

इसी कड़ी में हरियाणा सरकार ने मधुमक्खी पालन के लिए पंजीयन कराने की घोषणा कर दी है। आवदेन के लिए अंतिम तारीख 20 अगस्त 2022 निर्धारित की गई है। इसके तहत आवेदक मधुमक्खी पालन कॉलोनियों, मधुमक्खी के बक्से, मधुमक्खी पालन उपकरण व ट्रेनिंग के लिए एकिकृत बागवानी मिशन के माध्यम से लाभ उठा सकते हैं।

आवदेन की प्रक्रिया

आवेदन के लिए आपको केंद्र सरकार की आधिकारिक वेबसाइट www.india.gov.in पर जाना होगा। यहां पर मधुमक्खी पालन लोन योजना के विकल्प को सर्च करें। इसके बाद वेबसाइट से आवेदन फॉर्म को डाउनलॉड करें। इस फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरकर संबंधित दस्तावेजों के साथ मधुमक्खी पालन केंद्र में जमा कर दें।

स्रोत : कृषि जागरण

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

जानिए, कपास की फसल में पत्तियों के लाल होने के कारण

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण :- 

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण सर्वप्रथम पुरानी पत्तियों पर दिखाई देते हैं, इसकी कमी से पत्तियों में हरिमाहीनता हो जाती है। पत्तियों की शिरा हरे रंग की रहती हैं, एवं शिराओं को छोड़कर बाकि पत्ती का रंग लाल भूरे रंग का दिखाई देता है। जिस कारण समय से पहले ही पत्ती गिर जाती हैं।

लाल पत्ती रोग के कारण :-

किसान भाइयों, कपास में पत्तियों के लाल होने को लाल पत्ती रोग के नाम से भी जाना जाता है। शुरुआत में पत्ती का किनारा पीला हो जाता है और बाद में लाल रंग का हो जाता है। यह विकार एक पर्यावरणीय कारक एवं नाइट्रोजन, मैग्नीशियम आपूर्ति एवं अत्यधिक जल भराव के कारण, होता है। यह किसी भी विकास के चरण में हो सकता है। रस चूसक कीट के लक्षण एवं लाल पत्ती  के लक्षण में कोई खास अंतर नहीं होता है। अक्सर लक्षण परिपक्व पत्तियों में देखा जाता है और धीरे-धीरे पूरे पत्तों  में फैल जाता है। अंत में पूरी पत्तियां सूख जाती है। 

बचाव के उपाय :-

प्राकृतिक कारक से बचने के लिए समय से बुवाई करनी चाहिए एवं खेतों में जलभराव से बचने के लिए पर्याप्त जल निकासी होना चाहिए एवं बुवाई के 40 से 45 दिन बाद, यूरिया 30 किग्रा + मैग्नीशियम सल्फेट 10 किग्रा प्रति एकड़ के हिसाब से प्रयोग करें।

महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share

शून्य ब्याज पर पाएं 3 लाख का लोन, जानें योजना की जानकारी

देश में ज्यादातर किसानों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इस वजह से अधिकतर किसानों को खेती करने के लिए लोन लेने की जरूरत पड़ जाती है। कई बार किसान साहुकारों और निजी संस्थाओं से ज्यादा ब्याज पर लोन प्राप्त कर लेते हैं। ऐसी स्थिति में किसानों को लोन चुकाना काफी भारी पड़ जाता है। ऐसी स्थिति में किसानों की आर्थिक मदद हेतु केंद्र सरकार किसान क्रडिट कार्ड योजना चला रही है। 

इस योजना के तहत 4% के ब्याज दर किसानों को लोन उपलब्ध कराया जाता है। इसके अतिरिक्त कई राज्यों में किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर लोन उपलब्ध कराया जाता है। जिसकी मदद से किसानों को काफी लाभ प्राप्त हुआ है। इस बात को ध्यान में रखते हुए योजना को वर्ष 2022-23 में भी जारी करने का निर्णय लिया है।

योजना के अनुसार राज्य शासन द्वारा किसानों को 3 लाख रूपये तक के अल्पावधि फसल ऋण पर  ब्याज अनुदान उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही 10% के अंतर्गत खरीफ और रबी सीजन में अल्पाविधि फसल लेने वाले सभी किसानों के लिए 3% ब्याज अनुदान दिया जा रहा है। इसके साथ ही बकाया ऋण वाले किसानों को 4% अतिरिक्त ब्याज अनुदान प्रोत्साहन स्वरूप दिया जा रहा है। 

स्रोत: किसान समाधान

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

सोयाबीन की फसल में सरकोस्पोरा लीफ स्पॉट की समस्या एवं रोकथाम

क्षति के लक्षण 

इस रोग का संक्रमण सबसे पहले पुरानी पत्तियों पर दिखाई देता है | सर्वप्रथम पत्तियों की ऊपरी सतह पर छोटे भूरे, एवं हल्के बैंगनी रंग के अनियमित, कोणीय धब्बे के रूप में प्रकट होता है और धीरे-धीरे गोलाकार धब्बों में विकसित होता है, बाद में ये धब्बे आपस में मिलकर, बड़े धब्बों में बदल जाते हैं। इससे अधिक प्रभावित पत्ते गहरे बैंगनी रंग की हो जाती हैं। अंत में सनबर्न (जली हुई) की तरह दिखाई देती है।

रोकथाम के उपाय 

जैविक नियंत्रण – मोनास-कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस 1% डब्ल्यूपी) @ 500 ग्राम/एकड़ के हिसाब से 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

Share