बागवानी करने वाले किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा कई योजनाएं शुरू की गई हैं। इसी क्रम में मधुमक्खी पालन के तहत राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं हनी मिशन योजना चलाई जा रही है। इस योजना का उद्देश्य मधुमक्खी पालन को भूमिहीन एवं सीमांत किसानों के लिए आय का एक बेहतर स्रोत बनाना है।
इस योजना के माध्यम से मधुमक्खी पालकों को 80% से 85% का अनुदान दिया जा रहा है। जिसकी मदद से लाभार्थियों को व्यवसाय शुरू करने के लिए सिर्फ 15% से 20% की लागत ही लगानी होगी। इसके साथ ही विशेषज्ञों के अनुसार मधुमक्खियां पर्यावरण के लिए बेहद उपयोगी और फायदेमंद जीव है। ऐसे में इस योजना के अंतर्गत मधुमक्खियों के संरक्षण में भी काफी मदद मिलेगी और इनकी घट रही संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।
इसी कड़ी में हरियाणा सरकार ने मधुमक्खी पालन के लिए पंजीयन कराने की घोषणा कर दी है। आवदेन के लिए अंतिम तारीख 20 अगस्त 2022 निर्धारित की गई है। इसके तहत आवेदक मधुमक्खी पालन कॉलोनियों, मधुमक्खी के बक्से, मधुमक्खी पालन उपकरण व ट्रेनिंग के लिए एकिकृत बागवानी मिशन के माध्यम से लाभ उठा सकते हैं।
आवदेन की प्रक्रिया
आवेदन के लिए आपको केंद्र सरकार की आधिकारिक वेबसाइट www.india.gov.in पर जाना होगा। यहां पर मधुमक्खी पालन लोन योजना के विकल्प को सर्च करें। इसके बाद वेबसाइट से आवेदन फॉर्म को डाउनलॉड करें। इस फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरकर संबंधित दस्तावेजों के साथ मधुमक्खी पालन केंद्र में जमा कर दें।
स्रोत : कृषि जागरण
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