15 रुपए में मिल जायेगी एलपीजी गैस सिलिंडर, जानें क्या है तरीका

LPG gas cylinder will be available for 15 rupees

आपको पता ही होगा की रसोई गैस सिलिंडर के रेट आसमान छू रहे हैं। ऐसे में अगर आपको पता चले की आप यह सिलिंडर मात्र 15 रूपये में प्राप्त कर सकते हैं तब आपको आश्चर्य होगा, पर यह सच है।

यह शानदार मौका आपको पेटीएम एप दे रहा है। दरअसल पेटीएम अपने ग्राहकों के लिए एक खास ऑफर लेकर आया है। इसके अंतर्गत पेटीएम एप के माध्यम से एलपीजी गैस सिलिंडर की बुकिंग और पेमेंट करने पर उपभोक्ता को 815 रुपए वाला सिलेंडर मात्र 15 रुपए में मिल जाएगा। इस ऑफर में उपभोक्ता को 800 रूपये का कैशबैक मिलता है। यह लाभ कोई भी पेटीएम उभोक्ता पहली बार बुकिंग करते वक़्त उठा सकता है।

पेटीएम से कैसे बुक करें एलपीजी सिलेंडर?

पेटीएम ऐप के ‘recharge and Pay Bills’ विकल्प पर जाएं और फिर ‘Book a Cylinder’ (बुक ए सिलेंडर) विकल्प खोलें। अब भारत गैस प्रोवाइडर को सलेक्ट करें। यहां रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर या फिर LPG ID भरें। इसके बाद QR Code स्कैन करें। फिर ग्राहक ऑफर का लाभ उठा सकते हैं।

स्रोत: नवभारत टाइम्स

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जल्द आएगी पीएम किसान योजना की 9वीं क़िस्त, ऐसे चेक करें अपना स्टेटस

9th installment of PM Kisan Yojana will come soon

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत सभी पात्र किसानों के बैंक खातों में 2000 रुपये की अगली किस्त एक अगस्त से आनी शुरू हो जायेगी। बता दें की यह क़िस्त, इस योजना की 9वीं क़िस्त है और इससे पहले सात क़िस्त किसानों को दी जा चुकी है। इस योजना के तहत हर साल 3 किस्तों में 6000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है और किसानों के बैंक खाते में 2000-2000 रुपए की तीन किस्त भेजे जाते हैं।

अगर आप इस योजना के पात्र किसान हैं तो अपना स्टेटस चेक कर लें और यह निश्चित कर लें की आपके आवेदन में कोई त्रुटि तो नहीं है।

अपना स्टेटस चेक करने के लिए :

  • योजना की अधिकारिक वेबसाइट ? pmkisan.gov.in पर जाएँ और फार्मर कॉर्नर पर क्लिक करें। इसके बाद आपको लाभार्थी की स्थिति दिखाई देगी। अब आप उस पर क्लिक कर दें।

  • लाभार्थी की स्थिति पर क्लिक करने के बाद आपको अपना आधार नंबर, खाता नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा।

  • इतना करने के बाद आपको इस बात की जानकारी मिल जाएगी कि आपका नाम पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों की सूची में है या नहीं।

  • अगर आपका नाम इस लिस्ट में है और उसमें किसी प्रकार की गलती नहीं है, तो आपको योजना का लाभ जरूर मिलेगा।

स्रोत : कृषि जागरण

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मिट्टी में मैग्नीशियम की कमी व अधिकता के कारण एवं पौधे पर दिखने वाले लक्षण

Symptoms and reason of magnesium deficiency and its excess
  • मैग्नीशियम की कमी का कारण: जब मिट्टी में पोटेशियम या अमोनिया की मात्रा अधिक होती है या इन पोषक तत्वों का अत्यधिक उपयोग होता है, तो मैग्नीशियम की कमी हो सकती है, क्योंकि वे मिट्टी में उपस्थित मैग्नीशियम के विरुद्ध काम करते हैं।

  • मैग्नीशियम की अधिकता का कारण: उर्वरकों का आवश्यकता से अधिक उपयोग करने से मिट्टी में मैग्नीशियम की अधिकता हो जाती है। इसके कारण मिट्टी में जल का निकास बाधित होता है।

  • मैग्नीशियम की कमी के पौधों पर लक्षण: मैग्नीशियम की कमी के लक्षण सबसे पहले परिपक्व पत्तियों पर दिखाई देते है, मैग्नीशियम की कमी के कारण पत्तियों का आकार अनियमित हो जाता है एवं पत्तियां खुरदरी हो जाती हैं। मैग्नीशियम की कमी के कारण पत्तियों की शिराएं हरे-पीले रंग की दिखाई देती हैं। गंभीर रूप से प्रभावित पत्तियों के किनारों पर हल्के भूरे रंग के धब्बे दिखाई देते हैं। मैग्नीशियम की कमी के कारण पत्तियों के किनारों पर पीलापन दिखाई देता है जिसके कारण जड़ का विकास नहीं होता है और फसल कमजोर हो जाती है।

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उत्तरी जिलों को छोड़ कर पूरे मध्य प्रदेश में होगी बारिश, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather report

मध्य प्रदेश के उत्तरी जिलों को छोड़ कर पूरे मध्य प्रदेश में बारिश हो रही है और आज भी बारिश की सम्भवना बनी हुई है। मध्य प्रदेश के उत्तरी और पश्चिमी जिलों में मानसून कुछ देर से पहुंचेगा इसलिए इन इलाकों में कम बारिश देखने को मिली है। पूर्वी भारत में भारी बारिश जारी है। नेपाल तथा बिहार में भारी बारिश के चलते कई स्थानों पर बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। महाराष्ट्र कर्नाटक तथा केरल के तटीय क्षेत्रों में भी भारी बारिश के आसार हैं। दिल्ली सहित पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात मैं देर से पहुंच सकता है मानसून।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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17 जून को मध्य प्रदेश की मंडियों में क्या रहे अलग अलग फसलों के भाव

Mandi Bhaw Madhya Pradesh

मंडी

फसल

न्यूनतम

अधिकतम

मॉडल

रतलाम _(नामली मंडी)

गेहूँ लोकवन

1646

1740

1680

रतलाम _(नामली मंडी)

यलो सोयाबीन

4203

6700

6150

हरसूद

सोयाबीन

4852

6920

6800

हरसूद

गेहूँ

1500

1674

1650

हरसूद

चना

4250

4600

4500

हरसूद

मूंग

5600

6350

6240

रतलाम _(सेलाना मंडी)

सोयाबीन

6051

9000

7525

रतलाम _(सेलाना मंडी)

गेहूँ

1625

2231

1928

रतलाम _(सेलाना मंडी)

चना

4091

4839

4465

रतलाम _(सेलाना मंडी)

डॉलर चना

7001

7001

7001

रतलाम _(सेलाना मंडी)

मसूर

5253

5390

5321

रतलाम _(सेलाना मंडी)

मेधी दाना

5200

6900

6050

रतलाम _(सेलाना मंडी)

अलसी

6830

6926

6878

रतलाम _(सेलाना मंडी)

मक्का

1199

1330

1264

अपनी फसल की बिक्री के लिए ना हों परेशान, ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार पर घर बैठे भरोसेमंद खरीददारों से करें डायरेक्ट बात और सौदा करें तय।

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इंदौर मंडी में 17 जून को क्या रहे प्याज लहसुन और आलू के भाव?

Indore Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 17 जून के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज, लहसुन और आलू जैसे फसलों के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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एमएसपी पर मूंग की बिक्री हेतु मध्य प्रदेश के किसान इस तारीख तक करवा सकते हैं पंजीयन

Farmers of Madhya Pradesh can register till this date for sale of Green Gram at MSP

मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से एमएसपी पर मूंग की खरीदी का काम 15 जून से शुरू होने वाला था पर इस तारीख से यह कार्य शुरू नहीं हो पाया। इस बीच प्रदेश के कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने ग्रीष्मकालीन मूंग एवं उड़द के एमएसपी पर उपार्जन के लिए पंजीयन व सत्यापन की तिथि को 20 जून तक बढ़ा दिया है। पहले इस कार्य के लिए आखिरी तारीख 16 जून 2021 तक थी।

कृषि मंत्री ने बताया कि “पूर्व में मूंग के उपार्जन में 27 जिलों को शामिल किया गया था। अब बुरहानपुर , भोपाल और श्योपुर कला को भी शामिल कर लिया गया है। इस प्रकार अब प्रदेश के 30 जिलों में ग्रीष्मकालीन मूंग का उपार्जन किया जाएगा ।” अब सम्भवना जताई जा रही है की उपार्जन का कार्य 20 जून के बाद ही शुरू हो पायेगा।

स्रोत: कृषक जागरण

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किन फसलों के भाव में आएगी तेजी, जानें बाजार विषेशज्ञों का आकलन

Prices of which crops will increase

वीडियो के माध्यम से जानें आने वाले दिनों में किस फसल के भाव में आ सकती है तेजी।

वीडियो स्रोत: मार्केट टाइम्स टीवी

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अब कराएं कोरोना वैक्सीनेशन और पाएं मुफ्त मोबाइल रिचार्ज, पढ़ें पूरी खबर

Now get corona vaccination and get free mobile recharge

मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीन करवाने वालों को इसके लिए जागरूक करने के उद्देश्य से कई लोग अपने निजी स्तर पर भी कई कदम उठा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों सामने आया है। बैरसिया से विधायक विष्णु खत्री ने 100% कोरोना वैक्‍सीनेशन के लक्ष्य को पूरा कर लेने पर पंचायतों को 20 लाख रुपये देने का ऐलान किया है।

इस घोषणा के अलावा विधायक विष्णु खत्री ने एक और ऐलान किया है। उन्होंने कहा की कोरोना वैक्‍सीनेशन कराने वालों को मोबाइल रिचार्ज कराने का ऑफर दिया गया है। ऐसा उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में कोरोना वैक्सीनेशन के कार्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया है। देखना दिलचस्प होगा की इस ऐलान के बाद क्षेत्र के लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता बढ़ती है या नहीं।

स्रोत: न्यूज़ ट्रैक

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क्यों होती है मिट्टी में कैल्शियम की कमी एवं अधिकता?

Why is there a deficiency and excess of calcium in the soil
  • कैल्शियम की कमी का कारण: अगर सिंचाई के बीच अधिक अंतर हो तो मिट्टी अधिक सूख जाती है जिसके कारण कैल्शियम की कमी हो जाती है। कम पीएच वाली मिट्टी, उच्च खारा पानी या अमोनियम समृद्ध मिट्टी भी कैल्शियम की कमी पैदा कर सकती हैं।

  • कैल्शियम की अधिकता के कारण: एसएसपी युक्त उर्वरक के अनियमित एवं अधिक उपयोग के कारण कैल्शियम की अधिकता होती है।

  • कैल्शियम की कमी के लक्षण: पौधे के ऊतकों में कैल्शियम की बहुत कम गतिशीलता के कारण कमी के लक्षण मुख्य रूप से तेजी से पौधे के वृद्धि करते हुए भागों पर दिखाई देते हैं। इसके कारण पत्तियां पीली हो जाती हैं और धीरे-धीरे सूखने लगती है। कैल्शियम की कमी के लक्षण पत्तियों के आधार वाले भागों पर भी दिखाई देते हैं।

  • कैल्शियम की कमी के लक्षण पौधे के तने पर सूखे मृत धब्बों के रूप में दिखाई देते हैं तथा तने का ऊपरी वृद्धि करने वाले भाग मृत हो जाते हैं। कैल्शियम की कमी के कारण फलों में ब्लॉसम एन्ड रॉट के लक्षण दिखाई देते हैं।

  • कैल्शियम की अधिकता के कारण मिट्टी का pH मान बढ़ जाता है।

स्मार्ट कृषि एवं उन्नत कृषि उत्पादों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। उन्नत कृषि उत्पादों व यंत्रों की खरीदी के लिए ग्रामोफ़ोन के बाजार विकल्प पर जाना ना भूलें।

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