मिर्च की फसल में डाई बैक रोग की पहचान एवं रोकथाम के उपाय

डाई बैक:- मिर्च में डाई बैक एक प्रमुख समस्या है। यह रोग कोलेटोट्रिकम कैप्सिसि नामक फंगस की वजह से होता है। मिर्च के फल पर पीले रंग के धब्बे दिखाई देते हैं। जिस वजह से फल में सड़न होना शूरू हो जाती है। इस रोग के कारण कोमल टहनियों के सिरे पीछे की ओर से सड़ जाते हैं। शाखा या पौधे का पूरा शीर्ष मुरझा जाता है। प्रभावित टहनियों की सतह पर कई काले बिंदु बिखरे हुए दिखाई देते हैं। शीर्ष या कुछ किनारे की शाखाएं मृत हो जाती हैं, या फिर गंभीर संक्रमण की स्थिति में पूरा पौधा सूख जाता है। वहीं आंशिक रूप से प्रभावित पौधों में कम गुणवत्ता वाले फल लगते हैं। 

नियंत्रण के उपाय:- इसके नियंत्रण के लिए, स्कोर (डाइफेनोकोनाज़ोल 25% ईसी) @ 50 मिली प्रति 100 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें। या इंडेक्स (माइक्लोबुटानिल 10% डब्ल्यू पी) @ 80 ग्राम + सिलिकोमैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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4 लाख रूपए की सब्सिडी पर शुरू करें बकरी पालन

Get a loan on a huge subsidy from bank for goat farming

ग्रामीण इलाकों में लोगों के बीच बकरी पालन सबसे ज्यादा लोकप्रिय व्यवसाय है। इस व्यवसाय से लोगों को कम लागत में दूध और मांस के जरिए बढ़िया मुनाफा प्राप्त होता है। वहीं इनके पालन में भी ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती है। ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारें भी कई योजनाओं के माध्यम से बकरी पालन को बढ़ावा दे रही हैं। इसी कड़ी में नाबार्ड द्वारा बकरी पालन के लिए 2 लाख 50 हजार रूपए का अनुदान दिया जा रहा है। इसके अलावा कुछ भारतीय बैंक भी हैं, जो बकरी पालन पर 4 लाख रूपए तक का अनुदान दे रही हैं, ताकि किसान और पशुपालकों की आर्थिक मदद की जा सके।

योजना के तहत बकरी पालन के लिये ऋण लेने वाले किसानों और पशुपालकों को हर वर्ष 11.20% की दर से ऋण का भुगतान करना होता है।  बता दें कि यह सुविधा सिर्फ अच्छी नस्ल की बकरियों के पालन के लिए ही दी जा रही है, जिसकी मदद से 10 बकरियों का फार्म शुरु किया जा सकता है। 

नाबार्ड के अंतर्गत अनुसूचित, जाति एवं अनुसूचित जनजाति के साथ बीपीएल श्रेणी के किसान और पशुपालकों को 33% तक सब्सिडी देने का प्रावधान है। वहीं ओबीसी श्रेणी के लिए अधिकतम 25% सब्सिडी दी जा रही है। बता दें कि ये सुविधा नाबार्ड से जुड़ी वाणिज्यिक बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, राज्य सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक एवं राज्य सहकारी बैंक सहित शहरी बैंकों आदि संस्थाओं द्वारा प्रदान की जा रही हैं। ऐसे में अगर आप भी बकरी पालन करने की सोच रहे हैं तो, जल्द सरकार की इस लाभकारी योजना का लाभ उठाएं।

स्रोत: एबीपी

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

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सोयाबीन की फसल में लगने वाली प्रमुख इल्लियां एवं उनके नियंत्रण के उपाय

सोयाबीन फली छेदक

यह कीट सोयाबीन की फसल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाता है। इस कीट का आक्रमण सोयाबीन की फसल की शुरुआती अवस्था में ही हो जाता है। यह कीट पौधे के नरम भागों को सबसे पहले नुकसान पहुंचता है। उसके बाद सोयाबीन की फली, फिर बीज को नुकसान पहुंचाता है। यह इल्ली सोयाबीन की फली के अंदर घुसकर उसे नुकसान पहुंचाती है। 

चने की इल्ली

यह इल्ली पौधे के सभी हिस्सों पर आक्रमण करती है, लेकिन ये फूल और फली को खाना अधिक पसंद करते है। प्रभावित फली पर काला छिद्र दिखाई देता है, जिसमें से लार्वा भोजन करते दौरान फली से बाहर लटका हुआ दिखाई देता है। व्यस्क इल्ली पत्तियों के क्लोरोफिल को खुरच -खुरच कर खाती है, जिससे पत्तियाँ कंकाल में परिवर्तित हो जाती है। गंभीर संक्रमण की अवस्था में पत्तियां टूट कर गिरने लगती हैं, जिस कारण अंत में पौधा सूखकर मर जाता है।

तम्बाकू की इल्ली

इस कीट की इल्ली सोयाबीन की पत्तियों के क्लोरोफिल को खुरचकर खाती है, जिससे खाये गए पत्ते पर सफ़ेद पीले रंग की रचना दिखाई देती है। अत्यधिक प्रकोप होने पर ये तना, कलिया, फूल और फलों को भी नुकसान पहुंचाती है। जिस कारण अंत में पौधों पर सिर्फ डन्डीया ही दिखाई देती हैं। 

नियंत्रण के उपाय:-  इसके नियंत्रण के लिए, प्लेथोरा (नोवलूरॉन 05.25% + इंडोक्साकार्ब 4.50 % एससी) @ 350 मिली या फेम (फ्लुबेंडियामाइड 39.35% एससी) @ 60 मिली + सिलिकोमैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़ 150 -200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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देश की विभिन्न मंडियों में 21 अगस्त को क्या रहे फलों और फसलों के भाव?

Todays Mandi Rates

देश के विभिन्न शहरों में फलों और फसलों की कीमतें क्या हैं?

मंडी

कमोडिटी

न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में)

अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में)

रतलाम

अदरक

30

32

रतलाम

आलू

20

22

रतलाम

टमाटर

26

34

रतलाम

हरी मिर्च

50

56

रतलाम

भिन्डी

14

18

रतलाम

नींबू

22

25

रतलाम

फूलगोभी

25

30

रतलाम

पत्ता गोभी

35

40

रतलाम

बैंगन

13

14

रतलाम

करेला

35

36

रतलाम

कटहल

12

14

रतलाम

खीरा

14

16

रतलाम

शिमला मिर्च

36

40

रतलाम

केला

26

30

रतलाम

अनार

45

55

रतलाम

सेब

80

रतलाम

पपीता

30

34

रतलाम

केला

18

22

लखनऊ

भिन्डी

20

लखनऊ

हरी मिर्च

55

60

लखनऊ

शिमला मिर्च

45

55

लखनऊ

कद्दू

24

लखनऊ

नींबू

48

लखनऊ

खीरा

35

40

लखनऊ

अदरक

50

लखनऊ

गाजर

30

लखनऊ

मोसंबी

28

लखनऊ

केला

15

लखनऊ

आलू

18

19

लखनऊ

अनन्नास

25

28

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

14

गुवाहाटी

प्याज़

18

गुवाहाटी

प्याज़

19

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

13

गुवाहाटी

प्याज़

17

गुवाहाटी

प्याज़

18

गुवाहाटी

प्याज़

15

गुवाहाटी

प्याज़

16

गुवाहाटी

प्याज़

20

गुवाहाटी

प्याज़

21

गुवाहाटी

लहसुन

15

20

गुवाहाटी

लहसुन

20

25

गुवाहाटी

लहसुन

25

32

गुवाहाटी

लहसुन

35

38

गुवाहाटी

लहसुन

15

20

गुवाहाटी

लहसुन

22

25

गुवाहाटी

लहसुन

25

32

गुवाहाटी

लहसुन

35

40

रतलाम

प्याज़

3

6

रतलाम

प्याज़

6

8

रतलाम

प्याज़

8

12

रतलाम

प्याज़

11

13

रतलाम

लहसुन

7

9

रतलाम

लहसुन

10

16

रतलाम

लहसुन

17

24

रतलाम

लहसुन

26

32

शाजापुर

प्याज़

7

9

शाजापुर

प्याज़

8

10

शाजापुर

प्याज़

11

13

शाजापुर

प्याज़

12

15

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मध्यप्रदेश की चुनिंदा मंडियों में क्या चल रहे प्याज़ के ताजा भाव?

Onion Mandi Bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे बदनावर, हरदा, कालापीपल, शुजालपुर और थांदला आदि में क्या चल रहे हैं प्याज़ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में प्याज़ के ताजा मंडी भाव

जिला

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

धार

बदनावर

500

1350

हरदा

हरदा

500

600

हरदा

हरदा

600

700

होशंगाबाद

इटारसी

500

1200

जबलपुर

जबलपुर

1200

1600

शाजापुर

कालापीपल

100

1120

शाजापुर

कालापीपल

110

1210

खरगोन

खरगोन

500

1000

खरगोन

खरगोन

500

1500

मुरैना

मुरैना

1000

1000

होशंगाबाद

पिपरिया

400

1200

मंदसौर

शामगढ़

400

610

मंदसौर

शामगढ़

430

620

शाजापुर

शुजालपुर

800

800

मंदसौर

सीतमऊ

100

700

झाबुआ

थांदला

1000

1400

हरदा

टिमरनी

1000

1000

स्रोत: एगमार्कनेट

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धान की फसल में पत्ती लपेटक कीट की पहचान एवं नियंत्रण

पत्ती लपेटक:- इस कीट की मादा धान की पत्तियों के शिराओं के पास समूह में अंडे देती हैं। इन अण्डों से 6-8 दिन में सूड़ियां बाहर आती हैं। ये सूड़ियां पहले मुलायम पत्तियों को खाती हैं। इसके बाद अपने लार द्वारा रेशमी धागा बनाकर पत्ती को किनारों से मोड़ देती हैं और अन्दर ही अन्दर खुरच कर खाती रहती हैं। इस कीट का प्रकोप अगस्त – सितम्बर माह में अधिक दिखाई देता है। इस रोग के प्रकोप से प्रभावित खेत में धान की पत्तियां सफ़ेद एवं झुलसी हुई दिखायी देती है।

नियंत्रण के उपाय:-

इसके नियंत्रण के लिए, सुपर 505 (क्लोरपायरीफॉस 50% + साइपरमेथ्रिन 5% ईसी) @ 280 मिली या लेमनोवा (लैम्ब्डा-साइहलोथ्रिन 4.90% सीएस) @ 100 मिली +  सिलिकोमैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़ 150 -200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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देश की विभिन्न मंडियों में 20 अगस्त को क्या रहे फलों और फसलों के भाव?

Todays Mandi Rates

देश के विभिन्न शहरों में फलों और फसलों की कीमतें क्या हैं?

मंडी

कमोडिटी

न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में)

अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में)

रतलाम

अदरक

30

32

रतलाम

आलू

21

23

रतलाम

टमाटर

28

35

रतलाम

हरी मिर्च

50

54

रतलाम

भिन्डी

20

22

रतलाम

नींबू

22

25

रतलाम

फूलगोभी

25

30

रतलाम

पत्ता गोभी

35

40

रतलाम

बैंगन

13

14

रतलाम

करेला

35

36

रतलाम

कटहल

12

14

रतलाम

खीरा

13

14

रतलाम

शिमला मिर्च

36

40

रतलाम

केला

32

रतलाम

अनार

45

55

रतलाम

सेब

85

रतलाम

पपीता

30

34

रतलाम

केला

18

22

लखनऊ

भिन्डी

20

लखनऊ

हरी मिर्च

55

60

लखनऊ

शिमला मिर्च

45

55

लखनऊ

कद्दू

24

लखनऊ

नींबू

48

लखनऊ

खीरा

35

40

लखनऊ

अदरक

50

लखनऊ

गाजर

30

लखनऊ

मोसंबी

28

लखनऊ

केला

15

लखनऊ

आलू

18

19

लखनऊ

अनन्नास

25

28

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

14

गुवाहाटी

प्याज़

18

गुवाहाटी

प्याज़

19

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

13

गुवाहाटी

प्याज़

17

गुवाहाटी

प्याज़

18

गुवाहाटी

प्याज़

15

गुवाहाटी

प्याज़

16

गुवाहाटी

प्याज़

20

गुवाहाटी

प्याज़

21

गुवाहाटी

लहसुन

15

20

गुवाहाटी

लहसुन

20

25

गुवाहाटी

लहसुन

25

32

गुवाहाटी

लहसुन

35

38

गुवाहाटी

लहसुन

15

20

गुवाहाटी

लहसुन

22

25

गुवाहाटी

लहसुन

25

32

गुवाहाटी

लहसुन

35

40

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मध्यप्रदेश की चुनिंदा मंडियों में क्या चल रहे लहसुन के भाव?

Indore garlic Mandi bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे देवास, कुक्षी, सिहोर और थांदला आदि में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव

जिला

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

देवास

देवास

300

800

धार

कुक्षी

700

1200

सिहोर

सिहोर

300

4451

झाबुआ

थांदला

800

1200

स्रोत: एगमार्कनेट

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  लहसुन जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। लेख पसंद आया हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

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जैविक खाद बनाने के लिए 50% अनुदान पर खरीदें एचडीपीई बेड

जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई योजनाएं चला रही हैं, ताकि ज्यादा संख्या में किसान जैविक खेती को अपनाकर पर्यावरण संरक्षण में मदद कर सकें। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश सरकार राज्य के किसानों को जैविक खाद उत्पादन के लिए वर्मी खाद इकाई यानी एचडीपीई बेड की खरीद पर अनुदान दे रही है। इस योजना का उद्देश्य जैविक खाद निर्माण के लिए आर्थिक स्तर पर किसानों की मदद करना है।

योजना के तहत प्रदेश के किसानों को एचडीपीई बेड की खरीद पर 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। सरकार की ओर से एचडीपीई वर्मी बेड के लिए 96 घन फ़ीट (12*4*2) की प्रति इकाई लागत 16,000 रुपए निर्धारित की गई है। इस हिसाब से किसानों को अधिकतम 8 हजार रुपए प्रति इकाई का अनुदान प्रदान किया जाएगा।

16 अगस्त 2022 से आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इच्छुक किसान राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट https://mpfsts.mp.gov.in/mphd पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। योजना से जुड़ी सभी जानकारी भी इसी वेबसाइट पर प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो बिना देरी करें जल्द आवेदन करें।

स्रोत : कृषि समाधान

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

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मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi rates

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे बदनगर, बैतूल, कालापीपल, रतलाम, खरगोन, खंडवा और मंदसौर आदि में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में गेहूं के ताजा मंडी भाव

जिला

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

पन्ना

अजयगढ़

2200

2220

भिंड

आलमपुर

2150

2275

उज्जैन

बड़नगर

2080

2450

उज्जैन

बड़नगर

2055

2330

धार

बदनावर

2090

2395

शाजापुर

बेरछा

1990

2300

बैतूल

बैतूल

2192

2400

खरगोन

भीकनगांव

1900

2310

भिंड

भिंड

2301

2340

धार

धामनोद

2178

2403

नरसिंहपुर

गदरवाड़ा

2222

2320

छतरपुर

हरपालपुर

2100

2300

राजगढ़

जीरापुर

2000

2270

झाबुआ

झाबुआ

2100

2200

शाजापुर

कालापीपल

1890

2025

शाजापुर

कालापीपल

1800

2015

शाजापुर

कालापीपल

1900

2220

खरगोन

करही

2100

2100

खरगोन

खरगोन

2287

2470

देवास

खातेगांव

2071

2437

राजगढ़

खुजनेर

2100

2308

शिवपुरी

कोलारस

2100

2275

धार

कुक्षी

2000

2250

ग्वालियर

लश्कर

2249

2329

विदिशा

लटेरी

2200

2280

मंदसौर

मंदसौर

2140

2621

भिंड

मेहगाँव

2060

2060

शाजापुर

नलकेहदा

1701

2270

राजगढ़

पचौरी

2140

2330

पन्ना

पन्ना

2200

2350

दमोह

पथरिया

2159

2288

पन्ना

पवई

1950

1950

मुरैना

पोरसा

2105

2180

रतलाम

रतलाम

2135

2555

रतलाम

रतलाम

2613

2613

खरगोन

सनावद

2155

2383

इंदौर

सांवेर

2000

2130

सीहोर

सीहोर

2240

2619

सीहोर

सीहोर

2600

2720

होशंगाबाद

सेमरी हरचंद

2171

2186

श्योपुर

श्योपुरकलां

2191

2287

पन्ना

सिमरिया

2000

2300

विदिशा

सिरोंज

2090

2880

शाजापुर

सुसनेर

2060

2300

रायसेन

उदयपुरा

2150

2290

स्रोत: एगमार्कनेट

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। जानकारी पसंद आये तो लाइक और शेयर जरूर करें।

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