मध्यप्रदेश के कई जिले में बारिश के साथ बिजली गिरने की संभावना, जानें मौसम पूर्वानुमान

weather forecast

मध्य प्रदेश के जबलपुर बालाघाट होशंगाबाद से लेकर रतलाम तक हलकी बारिश की संभावना बनी हुई है। इंदौर उज्जैन देवास धार मंदसौर भोपाल और विदिशा आदि क्षेत्रों में बारिश के साथ बिजली गिरने की भी संभावना जताई जा रही है। बात मॉनसून की करें तो केरल में यह जल्द दस्तक दे सकता है।

वीडियो स्रोत: मौसम तक

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29 मई को मध्य प्रदेश में क्या रहे मंडी भाव?

Madhya pradesh Mandi bhaw

सोयाबीन के भाव

मंडी

न्यूनतम

अधिकतम

अलोट

5500

6666

नीमच

6931

7540

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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चुनें सोयाबीन के उन्नत बीज किस्म और बंपर उपज से कमाएं जबरदस्त मुनाफ़ा

Soybean Advanced Seed Variety

जे एस 2034, जे एस 95-60 

  • फसल पकने की अवधि 87-88 दिन

  • उपज 8-10 क्विंटल/एकड़ 

  • कई रोगो के प्रति प्रतिरोधी किस्म

  • कम और मध्यम बारिश एवं हल्की व मध्यम मृदा के लिए उपयुक्त

जे एस 2029 

  • जेएस 2029 एक नई किस्म हैं जो JNKVV  द्वारा विकसित की गई है

  • उपज लगभग 10 -12 क्विण्टल/एकड़

  • फसल पकने की अवधि 90-95 दिन

  • इसके 100 दानों का वजन 13 ग्राम होता हैं

जे एस 93-05

  • फसल पकने की अवधि: अगेती, 90-95 दिन

  • उपज  8 -10  क्विंटल/एकड़ 

  • 100 दाने का वजन 13 ग्राम से ज्यादा 

जे एस-335

  • फसल पकने की अवधि 95-110 दिन

  • अधिक शाखाओं वाले पौधे

  • उपज 10 -12  क्विंटल/एकड़

  • 100 दाने का वजन 10-13 ग्राम

जे एस 97-52

  • अवधि: 100-110 दिन

  • उपज 10 -12  क्विंटल/एकड़

  • 100 दाने का वजन 12-13 ग्राम 

  • रोग एवं कीट के प्रति सहनशील

  • अधिक नमी वाले क्षेत्रों के लिये उपयोगी 

जे एस 72-44

  • अवधि: 95-105 दिन

  •  पौधा सीधा और करीब 70 सेमी लम्बा होता है ।

  • उपज क्षमता 10 -12  क्विंटल/एकड़

जे एस 90-41

  • अवधि: 90-100 दिन  

  • फूल बैंगनी रंग के होते है तथा हर फली में 4 दाने होते हैं 

  • उपज क्षमता 10 -12  क्विंटल/एकड़

अहिल्या-3, अहिल्या-4

  • अवधि: 99-105 दिन 

  • उपज क्षमता 10 -12  क्विंटल/एकड़ 

  •  विभिन्न कीट-रोगों के लिए प्रतिरोधी किस्म

कृषि एवं कृषि उत्पादों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। उन्नत कृषि उत्पादों की खरीदी के लिए ग्रामोफ़ोन के बाजार विकल्प पर जाना ना भूलें। उपर्युक्त बताये गए बीजों की खरीदी के लिए एप के बाजार विकल्प पर जाएँ।

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मिलें उन करोड़पति किसानों ने जिन्होंने कृषि से कमाई के रिकॉर्ड तोड़ दिए

Meet the millionaire farmers who broke the record of Meet the millionaire farmers who broke the record of earninMeet the millionaire farmers who broke the record of earning from agricultureg from agriculturefrom agriculture

जब भी किसानों की बात आती है तो लोग वैसे किसानों की छवि महसूस करते हैं जो ज्यादा कमाई नहीं करते। हालांकि हमारे देश में ही ऐसे बहुत सारे किसान हैं जिन्होंने अपनी खेती से जबरदस्त कमाई की और करोड़पति किसान कहलाएं। आज देखिये ऐसे ही कुछ सफल किसानों के बारे में इस वीडियो के माध्यम से।

वीडियो स्रोत: ग्रीन टीवी

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अब इजरायल की तकनीक से बदलेंगे भारत के पारंपरिक खेत

Now India's traditional farms will be improved by Israeli technology

इजरायल कम पानी व आधुनिक तकनीक की सहायता से बेहतरीन खेती करने के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। अब इजरायल भारत में भी खेती को आधुनिक बनाने में मदद करेगा।

इस विषय पर बात करते हुए केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि “भारत और इजरायल के बीच 1993 से कृषि क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंध हैं। यह पांचवीं भारत-इजरायल कृषि कार्य योजना (आईआईएपी) है। अब तक हमने 4 कार्य योजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है। यह नयी कार्य योजना कृषि क्षेत्र में कृषक समुदाय के लाभ के लिए दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों और आपसी सहयोग को और मजबूत करेगी।”

उन्होंने आगे कहा की “इजरायली आधारित कार्य योजनाओं के तहत स्थापित ये उत्कृष्टता केंद्र किसानों की आय को दोगुना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। भारत और इजरायल के बीच प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान से बागवानी की उत्पादकता और गुणवत्ता में काफी सुधार होगा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।”

स्रोत: गांव कनेक्शन

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मिर्च की नर्सरी में ऐसे करें इल्ली का नियंत्रण

How to control the caterpillar in the chilli nursery
  • मिर्च की नर्सरी में बीज की बुआई के 15-20 दिन के अंदर बदलते मौसम के कारण कैटरपिलर का हमला हो सकता है।

  • इल्ली के प्रकोप के कारण मिर्च की पौध की वृद्धि ठीक से नहीं हो पाती है।

  • इल्ली मिर्च की पौध की कोमल पत्तियों को खाकर नष्ट कर देती है।

  • इसके नियंत्रण के लिए क्लोरानट्रानिलीप्रोल 18.5% SC @ 60 मिली/एकड़ या नोवालूरान 5.25% + इमामेक्टिन बेंजोएट 0.9% SC@ 600 मिली/एकड़ या प्रोफेनोफोस 40% + सायपरमेथ्रिन 4% EC@ 400 मिली/एकड़ या इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG@ 100 ग्राम/एकड़ की दर छिड़काव करें।

  • जैविक उपचार रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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तूफान यास का असर अभी भी जारी, जानें मौसम पूर्वानुमान

Yaas storm wreaked havoc on many states of the country

तूफान यास के असर से कई राज्यों में अभी भी बारिश हो रही है। यह चक्रवातीय तूफान अब कमजोर होकर निम्न दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया है, लेकिन इसके प्रभाव से पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में बारिश लगातार जारी है। दिल्ली सहित उत्तर भारत में भी आंशिक बादल छाने के आसार हैं। इसके साथ ही केरल में मानसून के जल्द आगमन की संभावना भी बन गई है। जो धीरे धीरे आगे बढ़ेगा और पूरे देश में बारिश करवाएगा।

वीडियो स्रोत: मौसम तक

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28 मई को मध्य प्रदेश में क्या रहे प्याज, लहसुन, आलू और सोयाबीन के भाव?

Madhya pradesh Mandi bhaw

प्याज के भाव

मंडी

न्यूनतम

अधिकतम

देवास

400

800

धार

800

1500

पोरसा

1000

1000

रतलाम

500

1400

लहसुन के भाव

मंडी

न्यूनतम

अधिकतम

पिपल्या

2000

6800

आलू के भाव

मंडी

न्यूनतम

अधिकतम

देवरी

1000

1200

देवास

800

1200

पोरसा

800

800

स्योपुरकलान

1300

1400

सोयाबीन के भाव

मंडी

न्यूनतम

अधिकतम

अलोट

5500

6666

रतलाम

4500

6300

तिरमणी

3801

7041

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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करेले की फसल को पोटाश से मिलते हैं कई लाभ

Importance of Potash in bitter gourd crops
  • करेले की फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने में पोटाश तत्व का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

  • पोटाश की संतुलित मात्रा करेले की फसल में बहुत सारी प्रतिकूल परिस्थितियों जैसे बीमारियां, कीट प्रकोप, पोषण की कमी आदि के प्रति प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

  • करेले के फल में चमक, वज़न बढ़ाने में भी यह सहायक होता है एवं फसलों की पैदावार एवं की गुणवत्ता को भी यह बेहतर करता है।

  • पोटाश फसल में जड़ के अच्छे विकास एवं मज़बूत तने के विकास में मदद करता है जिसके कारण पौधे की मिट्टी में पकड़ मजबूत हो जाती है।

  • पोटाश की संतुलित मात्रा मिट्टी में जल धारण क्षमता का विकास करती है।

  • इसके कारण पत्तियों का रंग गहरा हो जाता है।

  • इसकी कमी से करेले की फसल का विकास प्रभावित होता है।

  • पोटाश की कमी से फसल की पुरानी पत्तियां किनारे से पीली पड़ने लग जाती हैं एवं पत्तियों के ऊतक मर जाते है और बाद में पत्तियां सूख जाती हैं।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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यास तूफान से बिगड़े हालात में मध्यप्रदेश में रोक दी गई है गेहूं की खरीदी

Wheat procurement has been stopped in MP under the circumstances of Yaas storm

बंगाल की खाड़ी से शुरू हुए यास तूफान का कहर मध्य प्रदेश के भी कई जिलों में देखने की मिला है। इस तूफ़ान के कारण आगामी कुछ दिनों में मध्यप्रदेश में भारी बारिश की आशंका है। बारिश की इसी आशंका को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के 15 जिलों में शासन की तरफ से गेहूं की खरीद पर रोक लगा दी गई है।

शासन की तरफ से इस बाबत साफ निर्देश दिया गया है कि जब तक हालात बेहतर नहीं हो जाते हैं, तब तक गेहूं की खरीद पर रोक लगी रहेगी। जिन जिले में यह रोक लगाई गई है उनमें रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, जबलपुर, डिंडोरी, मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, कटनी, बालाघाट एवं छिंदवाड़ा शामिल हैं।

स्रोत: कृषि जागरण

अपनी फसल की बिक्री के लिए ना हों परेशान, ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार पर घर बैठे भरोसेमंद खरीददारों से करें डायरेक्ट बात और सौदा करें तय।

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