कम दाम में आ जायेंगे बेहतरीन क्वालिटी वाले ये स्मार्ट मोबाइल फ़ोन

These smartphones of better quality will come at a lower price

अगर आपको स्मार्टफोन खरीदना है और आपका बजट बहुत ज्यादा नहीं है तो आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे 8000 रुपये से कम कीमत में आ जाने वाले बेहतरीन कैमरा वाले स्मार्टफोन।

सैमसंग M02: इस मोबाइल में दो रियर कैमरे, 13 मेगापिक्सल का मुख्य कैमरा, और 2 मेगापिक्सल का एक मैक्रो कैमरा है। इसका फ्रंट कैमरा 5 मेगापिक्सल का है। इसमें 6.5 इंच के PLS IPS डिस्प्ले, मीडिया टेक MT6739 प्रोसेसर, 3GB रैम और 32GB इंटरनल स्टोरेज और 5,000mAh की बैटरी भी है। इसकी शुरुआती कीमत 6799 रुपये है।

माइक्रोमैक्स IN 1b: यह 2GB रैम, 32GB स्टोरेज वर्जन और 4GB रैम, 64GB स्टोरेज वर्जन में मौजूद है और दोनों की कीमत क्रमशः 6999 और 7999 रुपये है। इसमें डुअल सिम की सुविधा है और एंड्रॉयड 10 ऑपरेटिंग सिस्टम तथा 6.52 इंच का एचडी प्लस डिस्प्ले है। बैक साइड में दो कैमरे हैं जिनमे एक 13 मेगापिक्सल और दूसरा 5 मेगापिक्सल का है। इसका फ्रंट कैमरा 8 मेगापिक्सल का है। इसकी बैटरी 5000mAh की है।

पोको C3: इसकी कीमत 7499 रुपये है। इसमें ट्रिपल रियर कैमरा है। इसमें 13 मेगापिक्सल का कैमरा, 2 मेगापिक्सल का मैक्रो कैमरा, 2 मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर, 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है। इसमें 6.53 इंच का एचडी प्लस LCD डिस्प्ले है। इसका रैम 4GB का है और 64GB तक का ऑनबोर्ड स्टोरेज है। इसमें 5000mAh की बैटरी है।

रियलमी C11: इसकी कीमत 7499 रुपये है। इसमें 6.5 इंच का एचडी प्लस मिनी ड्रॉप डिस्प्ले है। इसका रैम 2GB का रैम है और 32GB का ऑनबोर्ड स्टोरेज भी है। इसमें 5000mAh की बैटरी है।

स्रोत: फाइनेंसियल एक्सप्रेस

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लवणीय मिट्टी के कारण खेत की उपज क्षमता पर पड़ता है बुरा असर

Saline soil affects the yield potential of the farm
  • जिस मिट्टी में घुलनशील लवणों की अधिकता होती है उसे लवणीय मिट्टी कहा जाता है।

  • लवणीय मिट्टी के कारण बीज का अंकुरण एवं पौधे का विकास बहुत प्रभावित होता है।

  • इस तरह की मिट्टी की सतह पर कैल्शियम, मैग्नीशियम व पोटेशियम के क्लोराइड एवं सल्फेट आयन अपेक्षाकृत अधिक मात्रा में पाये जाते हैं।

  • लवणीय मिट्टी में अधिक मात्रा में जल ग्रहण की समस्या होती है।

  • सामान्य तौर पर लवणीय मिट्टी में ऊपरी सतह पर सफेद पपड़ी बन जाती है।

  • लवणीय मिट्टी के कारण पौधों के विकास एवं उपज पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।

अपने खेत की मिट्टी की समस्याओं को पहचानें और पाएं निदान के उपाय, सुपर फसल प्रोग्राम से करवाएं मिट्टी परीक्षण।

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हर्बल पौधों की खेती करने पर सरकार दे रही 75% की सब्सिडी

Government is giving 75% subsidy on cultivation of herbal plants

कृषि में नई नई तकनीकों का समावेश हो रहा है और किसान भी इसमें बढ़चढ़ कर भाग ले रहे हैं। इसी कड़ी में हर्बल पौधों की खेती को सरकार काफी बढ़ावा दे रही है और किसानों को इसके लिए प्रोत्साहित भी कर रही है। इसके अंतर्गत किसानों को कई प्रकार की सहायता भी दी जा रही है।

हर्बल यानी औषधीय खेती को बढ़ावा देने एवं किसानों को इसके लिए सहायता देने के लिए 140 प्रजातियों की सूची तैयार कर ली गई है। इसके साथ ही सरकार ने औषधीय खेती में आने वाले कुल खर्च का 75% सब्सिडी के रूप में देने का प्रावधान भी किया है।

स्रोत: TV 9 भारतवर्ष

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यह योजना ग्रामीणों को बनाएगी आत्मनिर्भर, लोन लेना होगा आसान

Swamitva Yojna

डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी कई लाभकारी योजनाएं ला रही है जिससे गांवों का भी डिजिटलीकरण हो जाए। ऐसी ही एक महत्वाकांक्षी योजना है स्वामित्व योजना जिसकी शुरुआत पिछले महीने हो गई है।

इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण आवासीय संपत्ति का ब्योरा एकत्रित किया जायेगा और ग्रामीण लोगों को संपत्ति कार्ड जारी किए जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना के शुरुआत के साथ एक लाख लोगों को उनके संपत्ति कार्ड जारी किये।

इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में घरों के मालिकों के मालिकाना हक का रिकॉर्ड डिजिटली सहेज कर रखा जाएगा और संपत्ति से जुड़े विवादों को इसके जरिये खत्म किया जाएगा।

इस योजना का सबसे बड़ा लाभ ग्रामीणों को बैंक लोन लेने में होगा। सरकार के इस कदम से ग्रामीणों द्वारा ऋण लेने और अन्य वित्तीय लाभ के लिए संपत्ति को वित्तीय संपत्ति के रूप में उपयोग करने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।

स्रोत: प्रभात खबर

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10 मई से कई राज्यों में बढ़ेगी बारिश की गतिविधि, जानें मौसम पूर्वानुमान

weather forecast

मध्य प्रदेश में तो अगले कुछ दिन मौसम शुष्क रहने की संभावना है पर पहाड़ों पर अगले कई दिनों तक बारिश जारी रहने की बात मौसम विशेषज्ञ कह रहे हैं। पूर्वोत्तर में भी भारी बारिश की आशंका है। पूर्वी बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में अच्छी बारिश के आसार हैं। दिल्ली सहित पंजाब, हरियाणा, राजस्थान तथा उत्तर प्रदेश में 10 या 11 मई से आंधी और बारिश हो सकती है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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बीटी कपास से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी, गुण एवं विशेषताएं

Important information properties and characteristics related to BT cotton
  • बीटी कपास (BT cotton) एक आनुवांशिक संशोधित कपास है। यह मोनसेंटो नामक कम्पनी द्वारा उत्पादित है।

  • बीटी कपास अनुवांशिक परिवर्तित कपास की फसल है जिसमें बैसिलस थुरिंजिनिसिस बैक्टीरिया के एक या दो जीन फसल के बीज में आनुवंशिकीय अभियांत्रिकी तकनीक से डाल दिये गए है, जो पौधे के अन्दर क्रिस्टल प्रोटीन उत्पन्न करते हैं जिससे विषैला पदार्थ उत्पन्न होकर कीट को नष्ट कर देता है।

  • बीटी कपास कीट प्रतिरोधी किस्मे होती है।

  • बीटी कपास की फसल किसान द्वारा लगाई जाने पर फसल की लागत बहुत कम आती है।

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मध्य प्रदेश के 75 लाख किसानों के बैंक खाते में 2000 रुपये डालेगी सरकार

Government will put 2000 rupees in bank accounts of 75 lakh farmers of MP

मध्य प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की तर्ज पर “मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना” चलाती है। इसके तहत पीएम किसान योजना के लाभार्थियों को दो किस्तों में 4000 रुपये दिए जाते हैं। इसी कड़ी में प्रदेश के 75 लाख किसानों के खाते में 2 हजार रुपये की किश्त भेजी जा रही है।

बता दें की इस बार मध्यप्रदेश सरकार इस योजना के माध्यम से 75 लाख किसानों को 1500 करोड़ रूपये देने वाली है। यह राशि किसानों के बैंक खातों में आज से ही पहुंचनी शुरू हो जायेगी।

स्रोत: किसान समाधान

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हरी खाद का इस्तेमाल आपकी खेती और खेत दोनों के लिए है लाभकारी

Use of green manure is beneficial for both your farming and field
  • मिट्टी की उर्वरता एवं उत्पादकता बढ़ाने के लिए हरी खाद का प्रयोग बहुत पहले से होता आ रहा है।

  • हालांकि कृषि कार्य के लिए फसलों के अंतर्गत क्षेत्रफल बढ़ने के कारण हरी खाद के प्रयोग में निश्चय ही कमी आई है।

  • गोबर की खाद जैसे अन्य कार्बनिक स्रोतों की सीमित आपूर्ति से आज हरी खाद का महत्व और भी बढ़ गया है।

  • हरी खाद के लिए उगाई जाने वाली फसल का चुनाव भूमि जलवायु तथा उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए।

  • हरी खाद भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

  • हरी खाद ऑर्गेनिक पदार्थों का बहुत अच्छा स्रोत होती है और यह ह्यूमस से भरपूर होती है।

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सब्जियों की पौध तैयार करते समय इन बातों का रखें ध्यान

How to prepare vegetable seedlings
  • अधिकतर सब्जी वाली फसलों की बुआई से पहले नर्सरी में पौध तैयार की जाती है जैसे कि टमाटर, गोभी, प्याज, मिर्च आदि।

  • इन फसलों के बीज़ छोटे व पतले होते हैं। इनकी स्वस्थ व उन्नत पौध तैयार कर लेना ही आधी फसल उगाने के बराबर होता है।

  • नर्सरी का स्थान ऊंचाई पर होना चाहिए जहां से पानी का निकास उचित हो एवं यह खुले स्थान में होना चाहिए जहां सूर्य की पहली किरण पहुंचे।

  • इसके लिए भूमि दुमट बलुई होनी चाहिए जिसका पीएच मान लगभग 6.5 हो।

  • नर्सरी की क्यारियाँ 15-20 से. मी. ऊँची उठी होनी चाहिए | इनकी चौड़ाई लगभग 1 मीटर तथा लंबाई 3 मीटर होनी चाहिए जो कि सुविधा के अनुसार घटाई-बढ़ाई जा सकती है |

  • बीज़ की बुआई के बाद समय समय पर क्यारियों की हल्की सिंचाई करते रहनी चाहिए।

अपनी सब्जी वाली फसलों के खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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