👉🏻एक ही क्षेत्र में दो या दो से अधिक फसलों को एक साथ अलग-अलग कतारों में एक ही समय में लेना इंटर क्रॉपिंग या अंतर-फसल पद्धति कहलाती है l
👉🏻कपास की पंक्तियों के बीच जो खाली जगह रहती है, उनके बीच उथली जड़ वाली और कम समय में तैयार होने वाली मूंग या उड़द जैसी फसल उगाई जा सकती है l
👉🏻इंटर क्रॉपिंग करने से अतिरिक्त मुनाफा भी बढ़ेगा और खाली जगह पर खरपतवार भी नहीं निकलेंगे l
👉🏻इंटरक्रॉपिंग से बरसात के दिनों में मिट्टी का कटाव रोकने में मदद मिलती है।
👉🏻इस पद्धति द्वारा फसलों में विविधता से रोग व कीट प्रकोप से फसल सुरक्षित रहती है।
👉🏻यह पद्धति अधिक या कम बारिश में फसलों की विफलता के खिलाफ एक बीमा के रूप में कार्य करती है।
👉🏻क्योंकि एक फसल के नष्ट हो जाने के बाद भी सहायक फसल से उपज मिल जाती है, जिससे किसान जोखिम से बच जाते हैं।
Shareमहत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।