भारत सरकार आत्मनिर्भर भारत की दिशा में लगातार कदम बढ़ा रही है और इसी कड़ी में सरकार ने कई ऐसी योजनाएं शुरू की हैं, जिनके तहत लोग बिना किसी गारंटी के अपना व्यापार शुरू करने या उसे बढ़ाने के लिए लोन प्राप्त कर सकते हैं। ये योजनाएं खासकर छोटे व्यापारियों, स्ट्रीट वेंडर्स और पारंपरिक कारीगरों के लिए एक बड़ा सहारा बनी हैं।
1. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY)
यह योजना स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। इसमें शिशु, किशोर, तरुण के तहत 50,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी मिलता है। अब ‘तरुण प्लस’ कैटेगरी में 20 लाख रुपये तक का लोन भी बिना गारंटी दिया जा रहा है, अगर पिछला लोन समय पर चुकाया गया हो। आवेदन के लिए udyamimitra.in पर ऑनलाइन अप्लाई किया जा सकता है।
2. प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना
यह योजना स्ट्रीट वेंडर्स के लिए खास है। इसमें पहले चरण में ₹10,000, समय पर भुगतान करने पर ₹20,000 और फिर ₹50,000 तक का लोन मिलता है। साथ ही डिजिटल लेन-देन और समय पर भुगतान करने वालों को सब्सिडी और ब्याज में छूट भी दी जाती है।
3. प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना
इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों जैसे बढ़ई, सुनार, लोहार आदि को सशक्त बनाना है। योजना के तहत पहले चरण में ₹1 लाख और दूसरे चरण में ₹2 लाख तक का लोन बिना किसी गारंटी के दिया जाता है। साथ में प्रशिक्षण, टूलकिट और सब्सिडी भी प्रदान की जाती है।
इन योजनाओं के माध्यम से सरकार न केवल रोजगार के नए अवसर खोल रही है, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को आत्मनिर्भर बनने का मजबूत अवसर भी दे रही है।
स्रोत: कृषि जागरण
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