हर भारतीय किसान की यही ख़्वाहिश रहती है की उसकी खेती की लागत कम हो और मुनाफ़े में बढ़ोतरी हो। पर हमारे देश के ज्यादातर किसान आज भी पारंपरिक खेती करते हैं जिस वजह से उन्हें कम उत्पादन से ही संतोष करना पड़ता है और कृषि लागत भी बहुत ज्यादा हो जाती है। पर आज के आधुनिक दौर में जो किसान आधुनिक विधियों का इस्तेमाल खेती में करते हैं वे स्मार्ट किसान कहलाते हैं। ग्रामोफ़ोन भी किसानों को स्मार्ट तरीके से खेती करवाने के कार्य में पिछले 4 सालों से लगा हुआ है।
ग्रामोफ़ोन एप से जुड़कर कई किसान भाई स्मार्ट खेती कर रहे हैं। बड़वानी जिले के 21 वर्षीय युवा किसान हरिओम वास्कले ने ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप का इस्तेमाल कर खेती करते हुए बेहद कम लागत में 11 एकड़ के खेत में कपास की 100 क्विंटल उपज प्राप्त की। कपास की खेती करने वाले किसान भाई जानते होंगे की कपास की खेती बड़ी खर्चीली होती है और इस साल बहुत सारे किसानों की कपास की फसल मौसम की मार तथा कीट/रोग आदि के प्रकोप के कारण बर्बाद हो गई। ऐसे समय में युवा हरिओम ने ग्रामोफ़ोन की सलाह पर पहले की तुलना में कम और किफायती छिड़काव की। इससे कृषि लागत के घटने के साथ साथ उपज में भी वृद्धि हुई।
हरिओम वास्कले ने बुआई के समय ही अपनी कपास की फसल को ग्रामोफ़ोन एप से जोड़ दिया था। ऐसा करने से उन्हें रोग और कीटों के प्रकोप सम्बन्धी जानकारियाँ पहले ही कृषि विशेषज्ञों द्वारा मिल जाती थी साथ ही कृषि विशेषज्ञ उन्हें बचाव के उपाय भी पहले ही बता देते थे। इस तरह हरिओम ने अपनी फसल को पूरे फसल चक्र के दौरान रोगों और कीटों के प्रकोप से बचा कर रखा। इस मेहनत का फल हरिओम को 100 क्विंटल ज़बरदस्त उपज प्राप्त होने पर मिला।
अगर आप भी हरिओम की तरह अपनी कृषि में इसी प्रकार का बड़ा अंतर लाना चाहते हैं और स्मार्ट किसान बनना चाहते हैं तो आप भी ग्रामोफ़ोन के साथ जुड़ सकते हैं। ग्रामोफ़ोन से जुड़ने के लिए आप या तो टोल फ्री नंबर 18003157566 पर मिस्डकॉल करें या फिर ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप पर लॉगिन करें।
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