कस्टम हायरिंग केंद्रों की स्थापना पर मिल रही बंपर सब्सिडी

Bumper subsidy on setting up of custom hiring centers

देशभर में कस्टम हायरिंग केंद्रों को स्थापित करने पर जोर दिया जा रहा है। इसे स्थापित करने का उद्देश्य खेती में आधुनिक कृषि यंत्रो को बढ़ावा देना है, ताकि हर किसान कम दरों पर कृषि यंत्रों का लाभ उठा सकें। इसके साथ ही कस्टम हायरिंग केंद्रों के जरिए ग्रामीणों को भी रोजगार प्राप्त होगा। इसकी स्थापना के लिए सरकार किसानों, ग्राम पंचायतों, उद्यमियों और सहकारी समितियों को अनुदान भी दे रही है। 

इसी क्रम में मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य में 3,000 नये कस्टम हायरिंग केंद्रों को स्थापित करने का ऐलान किया है। इस योजना के तहत सरकार कस्टम हायरिंग केंद्रों की स्थापना पर किसानों को 25 लाख तक का अनुदान दे रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण इस योजना से फायदा उठा सकें। इसके अलावा इस योजना से लोन पर 3% का एक्स्ट्रा ब्याज सब्सिडी के रूप में दिया जाएगा। कृषि क्षेत्र को उन्नत बनाने के लिए सरकार 4 नये कौशल विकास केंद्र शुरू करने की भी तैयारी कर रही है।

स्रोत: किसान समाधान

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बिजली उपभोक्ताओं को सरकार का तोहफा, होगा 780 रूपए तक का लाभ

Government's gift to electricity consumers there will be a benefit of up to Rs 780

राजस्थान सरकार राज्य के बिजली उपभोगक्ताओं के लिए एक तोहफा लेकर आई है। इसके तहत उपभोक्ताओं को बिजली बिल में 780 रूपए तक का फायदा होगा। इस योजना में बीपीएल, लघु घरेलु और सामान्य घरेलु उपभोक्तओं को शामिल किया गया है। जिन्हें प्रति यूनिट बिजली दर के हिसाब से बिजली बिल में 256 रूपए से लेकर अधिकतम 780 रूपए तक का लाभ होगा।

इस योजना के तहत 50 यूनिट बिजली खर्च करने पर उपभोक्ता को एक भी रूपए नहीं भरने होगें। कहने का मतलब यह है कि 50 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर न तो उसका फिक्स चार्ज भरना होगा और न ही टैक्स या और कुछ देना पड़ेगा। वहीं इस योजना का सबसे ज्यादा फायदा राज्य के बीपीएल और लघु घरेलू उपभोक्ताओं को होगा। वो इसलिए क्योंकि पहले से ही इन उपभोगक्ताओं को आम उपभोक्ताओं के मुकाबले प्रति यूनिट बिजली दर सस्ती मिल रही है। जहां इस योजना के बाद अब इन उपभोक्ताओं को दोगुना लाभ मिलेगा।

स्रोत: भास्कर

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कई राज्यों में तेज बारिश की संभावना, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

पंजाब हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश हो रही है। अब राजस्थान तथा दिल्ली में भी बारिश की संभावना है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल तथा बिहार का मौसम अभी शुष्क बना रहेगा। मुंबई में हल्की से माध्यम बारिश जारी रहेगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi rates

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे खातेगांव, झाबुआ, कालापीपल, करहिस और शामगढ़ आदि में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मंडी का नाम

न्यूनतम मूल्य (रु./क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (रु./क्विंटल)

झाबुआ

2150

2150

कालापीपल

1780

2025

कालापीपल

1850

2120

करहिस

2020

2020

खातेगांव

1980

2140

शामगढ़

1900

2020

स्रोत: एगमार्कनेट

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मध्यप्रदेश की चुनिंदा मंडियों में क्या चल रहे प्याज़ के ताजा भाव ?

Indore onion Mandi Bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे देवास, मन्दसौर, हाटपिपलिया, होशंगाबाद, हरदा और सांवेर आदि में क्या चल रहे हैं प्याज़ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मंडी का नाम

न्यूनतम मूल्य (रु./क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (रु./क्विंटल)

ब्यावरा

400

800

देवास

400

1500

हाटपिपलिया

900

1200

हरदा

750

800

होशंगाबाद

1200

1750

मन्दसौर

384

1212

पिपरिया

400

1600

सांवेर

825

1225

स्रोत: एगमार्कनेट

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कपास की फसल में 40-45 दिन की अवस्था में पोषक तत्व प्रबंधन?

  • कपास की फसल की अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए मिट्टी में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों का होना आवश्यक है। यदि मिट्टी में ये पोषक तत्व फसल की आवश्यकता के अनुसार नहीं हैं तो, फसल बुवाई से पहले या जब भी फसल में उनकी कमी दिखाई देती है, ऐसे में अच्छी फसल प्राप्त करने के लिए उचित मात्रा में पोषक तत्व देना आवश्यक है।

  • कपास जब 40 से 45 दिन की हो जाये तब यूरिया 30 किलो + एम ओ पी 30 किग्रा + मैग्नीशियम सल्फेट 10 किग्रा को आपस में मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से मिट्टी में मिलाएं। 

  • 2 दिन बाद फूल लगने में मदद के लिए गोदरेज डबल (होमोब्रासिनोलॉइड 0.04 % डब्ल्यू/डब्ल्यू) 100 मिली + न्यूट्री फूल मैक्स (फुल्विक एसिड का अर्क- 20% + कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटाश ट्रेस मात्रा में- 5% + अमीनो एसिड) @ 250 मिली, प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें। प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें।

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सोयाबीन समृद्धि किट का उपयोग कब और कैसे करें?

सोयाबीन खरीफ मौसम में उगाई जाने वाली प्रमुख तिलहन, दलहनी फसलों में से एक है। इस समय आपने सोयाबीन की फसल बोई होगी। फसल की बेहतर वृद्धि के लिए बुवाई के 15 दिनों के भीतर आवश्यकता अनुसार ग्रामोफोन सोयाबीन समृद्धि किट का प्रयोग खेत में करें। इस किट के इस्तेमाल से फसल का विकास बहुत अच्छा होता है, साथ ही उत्पादन बढ़ाने में मदद करता है।

इस प्रकार करें किट का उपयोग 

सोयाबीन के बुवाई के 15 दिन के अंदर सोयाबीन समृद्धि किट (प्रो कॉम्बिमैक्स – 1 किग्रा, ट्राई कोट मैक्स – 4 किग्रा, जैव वाटिका आर – 1 किग्रा) 1 किट को उस समय दिए जाने वाले उर्वरक के साथ मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में भुरकाव करें। 

सोयाबीन समृद्धि किट उपयोग के फायदे 

  • यह उर्वरक की उपयोग क्षमता को बढ़ाता है 

  • यह अच्छे अंकुरण के लिए भी मदद करता है 

  • यह जड़ विकास को तेज करता है, और मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता है।

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तेज बारिश जारी रहने की संभावना, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

मुंबई तथा उसके आसपास के इलाकों में बारिश की गतिविधियां कम हुई हैं। उड़ीसा तेलंगाना विदर्भ मराठवाड़ा तथा दक्षिणी मध्य प्रदेश सहित गुजरात के कई भागों में तेज बारिश जारी रहने की संभावना है। कर्नाटक के तटीय जिलों में मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त रहेगा। उत्तर भारत के राज्यों को भी जल्दी ही अच्छी बारिश मिल सकती है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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देश के विभिन्न मंडियों में 8 जुलाई को क्या रहे फलों और फसलों के भाव?

Todays Mandi Rates

देश के विभिन्न शहरों में फलों और फसलों की कीमतें क्या हैं?

मंडी

कमोडिटी

न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में)

अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में)

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

15

गुवाहाटी

प्याज़

16

गुवाहाटी

प्याज़

17

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

15

गुवाहाटी

प्याज़

16

गुवाहाटी

प्याज़

17

गुवाहाटी

प्याज़

16

गुवाहाटी

प्याज़

22

गुवाहाटी

प्याज़

24

गुवाहाटी

प्याज़

25

गुवाहाटी

लहसुन

22

27

गुवाहाटी

लहसुन

28

35

गुवाहाटी

लहसुन

35

40

गुवाहाटी

लहसुन

40

42

गुवाहाटी

लहसुन

23

26

गुवाहाटी

लहसुन

27

35

गुवाहाटी

लहसुन

35

40

गुवाहाटी

लहसुन

40

42

नासिक

प्याज़

3

6

नासिक

प्याज़

4

7

नासिक

प्याज़

6

14

नासिक

प्याज़

9

16

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किसानों को गोपालन और डेयरी संचालन के लिए मिल रहा बंपर अनुदान

Farmers are getting bumper grant for farming and dairy operations

छत्तीसगढ़ सरकार ने गौठान और गोधन की सफलता से सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए सरकार ने श्वेत क्रांति के लिए भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके तहत राज्य में गोपालन पर जोर दिया जा रहा है, ताकि गौठानों की मदद से दुग्ध उत्पादन में वृद्धि की जा सके।

बता दें कि सरकार की इस योजना का उद्देश्य राज्य में दूध की हो रही कमी को पूरा करना है। दरअसल छत्तीसगढ़ में दूध की मांग और आपूर्ति के बीच भारी अंतर बना हुआ है। इस अंतर को खत्म करने के लिए राज्य सरकार श्वेत क्रांति पर जोर दे रही है। इसके लिए सरकार ने पशुधन विकास विभाग को जिम्मेदारियां सौंपी हैं।

इसके तहत डेयरी संचालन और गोपलन के लिए किसानों द्वारा गाय खरीदने पर अनुदान दिया जा रहा है। जहां सामान्य वर्ग के किसानों को 50% और अनुसूचित वर्ग के किसानों 66% का अनुदान प्रदान किया जाता है। वहीं सरकार के अनुसार इस योजन के माध्यम से स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा दुग्ध उत्पादन व उत्पादकता में वृद्धि होगी।

स्रोत: नई दुनिया

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