ग्रामीण इलाकों में बांस की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। एक बार बांस की फसल लगाने के बाद इससे 30 से 40 साल तक मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है। बांस का प्रयोग बल्ली, सीढ़ी, टोकरी, चटाई, फर्नीचर, खिलौने और सजावट के सामान से लेकर घर बनाने तक में भी किया जाता है। इस कारण बाजार में भी बांस की खूब मांग है। ऐसे में किसानों की आय बढ़ाने का यह एक बढ़िया स्रोत है। भारत सरकार भी देश में बांस की खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है।
इस दिशा में केंद्र सरकार द्वारा बांस की खेती को लेकर ‘राष्ट्रीय बांस मिशन’ चलाया जा रहा है। इसके माध्यम से बांस की खेती के लिए किसानों की आर्थिक मदद की जाती है। बता दें कि बांस की खेती करना बहुत ही आसान और फायदेमंद है। इस लेख में हम आपको बांस की खेती के फायदे के बारे में बताएंगे।
खेतों की मेड़ का ऐसे करें इस्तेमाल
आपके पास अगर बांस के पेड़ लगाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है तो, आप इसकी फसल के लिए मेड़ का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। ऐसा करने से खेत में लगी दूसरी फसलों को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। इसके साथ ही खेत में लगी फसलों की आवारा पशुओं से सुरक्षा भी होगी। इस तरह बांस की खेती से किसानों को दोहरा लाभ प्राप्त होगा।
सहफसली तकनीक से कमाएं दोहरा लाभ
सहफसली तकनीक से खेती करने के लिए बांस की फसल एक बढ़िया विकल्प है। बांस के हर पौधे की बीच में ठीक-ठाक जगह छोड़कर इसमें अदरक, हल्दी, लहसुन एवं अलसी की पौध लगाई जा सकती है। इस तरह खेती करने से किसान भाई बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं।
बांस को आप बीज, कटिंग या फिर राइजो़म तरीके से भी लगा सकते हैं। बता दें कि बांस के पेड़ की आयु लगभग 40 साल तक होती है, ऐसे में 150 से 250 बांस के पेड़ लगाकर किसान 40 सालों तक लाखों की कमाई कर सकते हैं।
स्रोत: आज तक
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