रतलाम मंडी में 8 जून को क्या रहे प्याज के भाव?

Onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 8 जून के दिन रतलाम के कृषि उपज मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: जागो किसान

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। वीडियो पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

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महिला किसानों को मुफ्त मिलेंगे मोठ के बीज, साथ ही किया जाएगा प्रशिक्षण

देशभर में खरीफ फसल की तैयारी शुरू होने वाली है। किसान भाई अपने क्षेत्र और जलवायु के हिसाब से खेतों में खरीफ फसलों की बुवाई करेंगे। अच्छी पैदावार के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बीज होने जरूरी हैं। ऐसे में राजस्थान सरकार ने राज्य की महिला किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए एक खास योजना का ऐलान किया है।

प्रदेश सरकार ने महिला किसानों को मोठ के बीज निः शुल्क देने का फैसला लिया है, ताकि फसलों का उत्पादन बढ़ाया जा सके। ‘मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना’ के तहत राज्य की लघु व सीमांत महिला किसानों को मोठ के प्रमाणित बीज की मिनीकिट्स मुफ्त में दी जाएगी। 

योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति व जनजाति और गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिला कृषकों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा जिन महिलाओं के पास सिंचाई सुविधा उपलब्ध है, वे भी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं। इसके साथ ही खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। राज्य सरकार ने योजना को लागू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।

स्रोत: किसान समाधान

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बैंगन में फोमोप्सिस ब्लाइट रोग के लक्षण एवं प्रबंधन के उपाय

👉🏻किसान भाइयों, बैंगन की फसल में रोग का कारक फोमोप्सिस वेक्संस नामक फफूंद है, जो की आम तौर पर बैंगन की फसल को निशाना बनाता है।

👉🏻रोग के लक्षण पत्ती, तना और फल पर दिखाई देते हैं। 

👉🏻पत्तियों पर छोटे धूसर से भूरे रंग के धब्बे दिखाई देते हैं, जो धीरे धीरे पूरी पत्ती पर फैल जाते हैं। अधिक संक्रमण की स्थिति में पत्तियाँ झुलस जाती हैं। 

👉🏻इसके साथ ही रोग के लक्षण फल और तने पर भी दिखाई देते हैं। फलों पर धंसे हुए भूरे रंग के धब्बे बन जाते हैं। जो आपस में जुड़कर पूरे फल को प्रभावित करते हैं। 

👉🏻जिसके परिणामस्वरूप फल सड़कर गिरने लगते हैं। 

रोकथाम के उपाय:-

👉🏻जटायु (क्लोरोथालोनिल 75% डब्ल्यूपी) @ 400 ग्राम या कोनिका (कासुगामायसिन 5% +  कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% डब्ल्यूपी) @ 300 ग्राम + सिलिको मैक्स (स्टीकर) @ 50 मिली प्रति एकड़ के हिसाब से 200 लीटर पानी के साथ छिड़काव करें।

👉🏻जैविक उपचार – मोनास-कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस) @ 250 -500 ग्राम/एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें।

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मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में शुरू होगी बारिश, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

मानसून अभी कमजोर ही बना हुआ है परंतु अब प्री मानसून गतिविधियां महाराष्ट्र के कई भागों में शुरू होंगी जिससे वहां तापमान गिरेंगे और राहत मिलेगी। पूर्वी गुजरात के कुछ भागों में हल्की बारिश शुरू हो सकती है। मध्यप्रदेश में भी 10 या 11 जून के बाद से बारिश की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। 11 जून से उत्तर भारत के कुछ इलाकों में धूल भरी आंधी के साथ बारिश या बौछारें कुछ राहत दे सकती हैं।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर जरूर करें।

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देश के विभिन्न मंडियों में 7 जून को क्या रहे फलों और फसलों के भाव?

Todays Mandi Rates

मंडी

कमोडिटी

न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में)

अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में)

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

12

गुवाहाटी

प्याज़

13

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

12

गुवाहाटी

प्याज़

13

गुवाहाटी

प्याज़

14

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

16

गुवाहाटी

प्याज़

17

गुवाहाटी

प्याज़

19

गुवाहाटी

लहसुन

20

25

गुवाहाटी

लहसुन

28

34

गुवाहाटी

लहसुन

34

38

गुवाहाटी

लहसुन

38

42

गुवाहाटी

लहसुन

20

25

गुवाहाटी

लहसुन

27

33

गुवाहाटी

लहसुन

34

38

गुवाहाटी

लहसुन

38

42

जयपुर

अनन्नास

60

65

जयपुर

कटहल

18

जयपुर

नींबू

45

जयपुर

आम

45

52

जयपुर

आम

35

जयपुर

नींबू

45

जयपुर

हरा नारियल

36

38

जयपुर

अदरक

30

32

जयपुर

आलू

12

15

जयपुर

तरबूज

6

जयपुर

कच्चा आम

25

जयपुर

लीची

60

जयपुर

सेब

105

रतलाम

आलू

16

रतलाम

पपीता

10

14

रतलाम

हरी मिर्च

20

22

रतलाम

तरबूज

8

10

रतलाम

खरबूजा

12

16

रतलाम

टमाटर

32

35

रतलाम

केला

22

रतलाम

आम

35

रतलाम

आम

30

रतलाम

अनार

100

पटना

टमाटर

50

55

पटना

आलू

10

12

पटना

लहसुन

12

पटना

लहसुन

28

पटना

लहसुन

36

पटना

तरबूज

18

पटना

कटहल

20

पटना

अंगूर

55

पटना

खरबूजा

15

पटना

सेब

95

100

पटना

अनार

95

100

पटना

हरी मिर्च

25

पटना

करेला

30

पटना

खीरा

7

8

पटना

कद्दू

8

रतलाम

प्याज़

3

4

रतलाम

प्याज़

5

7

रतलाम

प्याज़

8

9

रतलाम

प्याज़

10

11

रतलाम

लहसुन

4

8

रतलाम

लहसुन

9

20

रतलाम

लहसुन

22

32

रतलाम

लहसुन

34

42

भुवनेश्वर

प्याज़

10

भुवनेश्वर

प्याज़

12

भुवनेश्वर

प्याज़

13

भुवनेश्वर

प्याज़

8

भुवनेश्वर

प्याज़

11

भुवनेश्वर

प्याज़

13

भुवनेश्वर

प्याज़

14

भुवनेश्वर

लहसुन

20

22

भुवनेश्वर

लहसुन

28

30

भुवनेश्वर

लहसुन

36

38

कानपुर

प्याज़

5

6

कानपुर

प्याज़

8

कानपुर

प्याज़

9

11

कानपुर

प्याज़

13

कानपुर

लहसुन

7

कानपुर

लहसुन

25

कानपुर

लहसुन

30

35

कानपुर

लहसुन

40

आगरा

आलू

23

आगरा

बैंगन

25

30

आगरा

हरी मिर्च

20

आगरा

भिन्डी

15

आगरा

शिमला मिर्च

30

आगरा

आम

50

आगरा

टमाटर

60

आगरा

खीरा

5

10

कोचीन

अनन्नास

53

कोचीन

अनन्नास

51

कोचीन

अनन्नास

50

विजयवाड़ा

गाजर

10

विजयवाड़ा

पत्ता गोभी

23

25

विजयवाड़ा

शिमला मिर्च

70

75

विजयवाड़ा

बैंगन

10

25

विजयवाड़ा

भिन्डी

15

20

विजयवाड़ा

अदरक

45

विजयवाड़ा

हरी मिर्च

40

विजयवाड़ा

आलू

18

25

विजयवाड़ा

लौकी

19

कोलकाता

आलू

20

कोलकाता

अदरक

33

कोलकाता

तरबूज

16

कोलकाता

अनन्नास

40

50

कोलकाता

सेब

127

140

कोलकाता

आम

55

65

कोलकाता

लीची

45

55

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चंदन की खेती से करें करोड़ों की कमाई, इन बातों का रखें ध्यान

चंदन सबसे महंगी लकड़ियों में से एक है। इसकी खुशबू और औषधीय गुणों की वजह से बाजार में इसकी खूब मांग रहती है। चंदन की खेती करके आप मालामाल हो सकते हैं। एक एकड़ में 600 चंदन के पेड़ लगाकर 12 साल में करीब 30 करोड़ की कमाई की जा सकती है। 

चंदन की खेती में रखें इन बातों का ध्यान

चंदन के पेड़ पूरे खेत के अलावा खेत के किनारे-किनारे भी लगाएं जा सकते हैं। इसके पौधे साल के किसी भी महीने में लगा सकते हैं। हालांकि ध्यान में रखने वाली बात यह है कि, पौधे लगाते वक्त इनकी उम्र दो से ढ़ाई साल होनी चाहिए। साथ ही जहां इनकी खेती की जाए, उस जगह को साफ सुधरा रखना चाहिए। 

चंदन के पौधों के पास पानी का भराव न हो इस बात का पूरा ध्यान रखना चाहिए। बता दें कि, चंदन की खेती में ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है। यही कारण है कि चंदन के पेड़ निचले इलाकों में अच्छी तरह से नहीं बढ़ते हैं। इसके लिए मेड़ को थोड़ा ऊपर रखें, ताकि पानी का जमाव चंदन की जड़ों तक न पहुंच पाएं।

एक और जरूरी बात, चंदन के पौधों को अकेले नहीं लगाना चाहिए। चंदन के तेजी से विकास के लिए होस्ट के पौधे लगाना जरूरी है। होस्ट के पौधे इससे 4 से 5 फीट की दूरी पर लगाना चाहिए।

स्रोत: आज तक

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ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योग लगाने पर पाएं 40 लाख का अनुदान, यहां देखें पूरी जानकारी

भारत सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार द्वारा ‘एक उत्पाद एक जिला योजना’ की शुरूआत की गई है। इस योजना के माध्यम से कृषि क्षेत्र में ‘प्रसंस्करण उद्योग’ लगाने के इच्छुक किसानों की आर्थिक मदद की जाएगी। केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर यह अनुदान राशि प्रदान करेंगी।

इसी क्रम में राजस्थान सरकार ने केंद्र की मदद से राज्य में ‘उत्पाद प्रसंस्करण उद्योग’ लगाने पर अनुदान देने का फैसला किया है। यह अनुदान जिलों में सरकार के द्वारा तय उद्योग लगाने पर ही दिया जाएगा। इसके तहत सरकार ने जिलों के अनुसार प्रसंस्करण उद्योग के नाम जारी कर दिए हैं जो इस प्रकार हैं।

  • प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, कोटा और बारां में लहसुन प्रसंस्करण उद्योग

  • बाड़मेर और जालोर में अनार प्रसंस्करण उद्योग

  • झालावाड़ और भीलवाड़ा में संतरा प्रसंस्करण उद्योग

  • जयपुर में टमाटर और आंवला प्रसंस्करण उद्योग

  • अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर में सरसों प्रसंस्करण उद्योग

  • जोधपुर संभाग में जीरा और ईसबगोल  प्रसंस्करण उद्योग

इस योजना के तहत प्रथम 100 मिलेट्स प्रसंस्करण इकाईयों को पात्र परियोजना लागत का 50% अनुदान दिया जाएगा। इस अनुदान की अधिकतम राशि 40 लाख रूपए होगी। हालांकि जिस परियोजना की सहायता राशि 40 लाख रूपए से ज्यादा होगी, उन पर 25% अनुदान देय होगा।

 स्रोत: किसान समाधान

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देश के प्रमुख मंडियों में 7 जून को क्या रहे लहसुन के भाव?

Indore garlic Mandi bhaw

लहसुन भाव में कितनी तेजी या मंदी देखने को मिल रही है? वीडियो के माध्यम से देखें अलग अलग मंडियों में क्या चल रहा है लहसुन का भाव !

स्रोत: ऑल इनफार्मेशन

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गेहूँ भाव में तेजी जारी, देखें 7 जून को देश के प्रमुख मंडियों के भाव

wheat rates increasing

गेहूँ भाव में कितनी तेजी या मंदी देखने को मिल रही है? वीडियो के माध्यम से देखें अलग अलग मंडियों में क्या चल रहा है गेहूँ का भाव !

स्रोत: आज का सोयाबीन भाव

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मिट्टी में pH की अधिकता के कारण फसलों को होने वाले नुकसान

👉🏻किसान भाइयों, मिट्टी जिसमें क्षार व लवण उच्च मात्रा में पाए जाते हैं, जिसके कारण यह लवण भूरे-श्वेत रंग के रूप में  मिट्टी पर जमा हो जाता है। 

👉🏻इस प्रकार की मिट्टी पूर्णतया अनुपजाऊ एवं ऊसर होती हैं, जिसके कारण मृदा का पीएच. मान 7.5 से ज्यादा हो जाता है, इस प्रकार की मिट्टी क्षारीय कहलाती है।       

👉🏻मिट्टी में कैल्शियम एवं मैग्नीशियम उर्वरकों के अधिक उपयोग के कारण मिट्टी का pH अधिक हो जाता है, जिसके कारण मिट्टी में उर्वरक व पोषक तत्वों की उपलब्धता में कमी आ जाती है l फलस्वरूप फसल की पैदावार कम हो जाती है।

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