प्याज की रोपाई के 75 दिनों बाद करें ये जरूरी छिड़काव

Important tips to be done after 75 days of onion transplanting
  • किसान भाइयों प्याज की अच्छी फसल बढ़वार प्राप्त करने के लिए उर्वरक एवं पोषण प्रबंधन की जानकारी होना बेहद जरूरी है। संतुलित मात्रा में खाद, उर्वरक एवं कृषि रसायनों के प्रयोग से आप उच्च गुणवत्ता के साथ रोग एवं कीट रहित फसल प्राप्त कर सकेंगे। 

  • यदि आपकी प्याज की फसल रोपाई के बाद 75 दिनों के लगभग है तो निम्न सिफारिशें उपयोग में ला सकते हैं। 

  • जल घुलनशील उर्वरक 00:00:50 @ 1 किलोग्राम + फोलिक्योर (टेबुकोनाज़ोल 25.9% ईसी) @ 200 मिली + बेनेविया (सायंट्रानिलिप्रोल 10.26% ओडी) @ 250 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें l 

  • उपर्युक्त छिड़काव के साथ सिलिकोमैक्स (सिलिकॉन आधारित स्टिकर) @ 5 मिली 15 लीटर पानी के साथ मिला कर छिड़काव अवश्य करें l

  • जैविक नियंत्रण के लिए मोनास कर्ब (स्यूडोमोनास )@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव कर सकते है। 

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बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर से इन राज्यों पर होगा असर, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast

दक्षिण अंडमान सागर से सटे बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। गुजरात मुंबई तथा राजस्थान के दक्षिणी जिलों में भीषण लू का कहर जारी है। 2 दिनों के बाद हल्की राहत मिलने की संभावना है। उत्तर पश्चिम मध्य तथा दक्षिण भारत सहित पूर्वी भारत के कुछ भागों में तापमान सामान्य से ऊपर बने हुए हैं।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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मंहगाई के दौर में एक ऐसा गांव, जहां मुफ्त में मिलता है दूध और फल

A village in the era of inflation where milk and fruits are available for free

आज के समय जहां लोगों को पीने के लिए पानी भी खरीदना पड़ता है, वहीं मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक ऐसा गांव है जहां मुफ्त में लोगों को दूध और फल दिए जाते हैं। आपको सुनकर हैरानी होगी लेकिन मंहगाई के इस दौर में भी बैतूल जिले के चूड़िया गांव में दूध और फल को नहीं बेचा जाता है।

3 हज़ार के आबादी वाले इस गांव में कभी कोई दूध और फल का व्यापार नहीं करता है। इस गांव में 40 प्रतिशत आदिवासी निवास करते हैं, साथ ही यहां 40 प्रतिशत निवासी ग्वाले हैं। इसके बावजूद भी यहां दूध का व्यापार नहीं होता है। यहां मान्यता है कि अगर कोई भी दूध और फलों का व्यापार करने की कोशिश करता है वह बर्बाद हो जाता है।

इस गांव में इस मान्यता से जुड़ी एक कथा है, जिसके अनुसार कभी चूड़िया गांव में एक चिन्ध्या बाबा रहा करते थे। इन्होंने गांव के हित के लिए लोगों को सीख दी थी। बाबा का कहना था कि दूध में मिलावट करना या उसे बेचना पाप है। बाबा ने ऐसा इसलिए कहा था ताकि गांव में रहने वाला हर तबके का परिवार इसका उपयोग कर सके और गांव स्वस्थ रहे। जिसके बाद से आज भी गांव के लोग इस परम्परा को मान रहे हैं।

स्रोत: बंसल न्यूज़

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किसानों को सरकार की सौगात, इस पद्धति से मिलेगी बंपर उपज

A gift to the farmers of MP this method will give bumper yield

किसान देश के अन्नदाता और विधाता हैं, इसी बात को महत्व देते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने 2022-23 बजट में कई कृषि योजनाओं की घोषणा की हैं। इनमें प्राकृतिक खेती पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। इसके तहत सरकार द्वारा योजनाबद्ध तरीके से लगभग 1 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल पर प्राकृतिक खेती करने की योजना है।

प्राकृतिक खेती करने से लाभ

बता दें कि इस योजना का उद्देश्य प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना है। इस पद्धति को अपनाने से खेती में रासायनिक खाद पर निर्भरता कम होगी और लागत में कमी आएगी। इतना ही नहीं खाद का उपयोग न होने से भूमि की उपज क्षमता बढ़ेगी। वहीं भूमि के उपजाऊ होने से फसलों की उपज में भी वृद्धि होगी। जहां आज के समय जैविक उत्पादों की बाज़ार में मांग ज्यादा है। ऐसे में जैविक खेती के द्वारा किसान अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगे।

प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए शिवराज सरकार ने राज्य के हर पंचायत और ग्राम स्तर पर इसके प्रचार-प्रसार करने की तैयारियां शुरू कर दी है। इस पद्धति को अपनाकर आप भी अपनी फसल की उपज और आय में वृद्धि कर सकते हैं।

स्रोत: टीवी 9

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

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रतलाम मंडी में 15 मार्च को क्या रहे नए गेहूँ के भाव?

Ratlam Mandi wheat Rate

नए गेहूँ भाव में आज कितनी तेजी या मंदी देखने को मिली? वीडियो के माध्यम से देखें की आज मंडी में कैसा चल रहा है गेहूँ का भाव !

स्रोत: यूट्यूब

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इंदौर मंडी में 15 मार्च को लहसुन के भाव क्या रहे?

Mandsaur garlic Mandi bhaw,

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के इंदौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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इंदौर मंडी में 15 मार्च को क्या रहे प्याज भाव?

Indore onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 15 मार्च के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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कद्दू वर्गीय फसलों में मधुमक्खी होता है एक अच्छा पोलिनेटर, जानें कैसे?

Honeybee is a good pollinator in cucurbits
  • किसान भाइयों जायद के मौसम में कद्दू वर्गीय फसलें जैसे लौकी, गिलकी, तोरई, कद्दू, परवल, तरबूज, खरबूज आदि बहुत अधिक क्षेत्र में लगायी जाती है। 

  • मौसम एवं तापमान में परिवर्तन के कारण कद्दू वर्गीय फसलों में फूल आने के बाद फल विकास में बहुत समस्या आती है। 

  • मधुमक्खियां कद्दू वर्गीय फसलों में प्राकृतिक रूप से परागण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 

  • कद्दू वर्गीय फसलों में मधुमक्खी के द्वारा परागण की क्रिया को 80% तक पूरा किया जाता है।

  • मधुमक्खियों के शरीर में बाल अधिक संख्या में पाए जाते है जिनमें पराग कण चिपक जाते हैं इसके बाद जब मधुमक्खियां दूसरे मादा पुष्पों पर जाकर बैठती हैं तो पराग कणों को छोड़ देती है। 

  • मधुमक्खियों से फसलों को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है।

  • उपर्युक्त क्रिया के बाद निषेचन की क्रिया पूरी हो जाती है। इसके बाद पौधे में फूल से फल बनने की क्रिया शुरू हो जाती है।

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मूंग की फसल में खरपतवार नियंत्रण के ये हैं सटीक उपाय

Weed management in Green gram crop
  • किसान भाइयों मूंग प्रमुख दलहनी फसलों में शामिल है एवं कम समय में अच्छा उत्पादन देने वाली फसल है। 

  • फसल की शुरुआती अवस्था में बुवाई के 15 से 45 दिन के मध्य फसलों को खरपतवारों से मुक्त रखना बेहद जरूरी होता है। 

  • सामान्यत: खरपतवारों को निराई-गुड़ाई कर निकाल देना चाहिए। इसके लिए पहली निराई-गुड़ाई बुवाई के 15-20 दिन के अंदर व दूसरी निराई-गुड़ाई बुवाई के 30-35 दिनों पर करने से खरपतवारों का नियंत्रण प्रभावी ढंग से किया जा सकता है।  

  • यदि यांत्रिक और भौतिक नियंत्रण उपायों को नहीं अपनाया जाता है तो बीज बुवाई के 0-3 दिनों के अंदर धानु टॉप सुपर (पेंडीमिथलीन 38.7%) @ 700 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव कर सकते हैं।  

  • मूंग की बीज बुवाई के 10-15 दिनों बाद खरपतवारों की 2-4 पत्ती अवस्था में वीडब्लॉक (इमाज़ेथापायर 10% एसएल + सर्फैक्टेंट) @ 300 मिली प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।

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कई राज्यों में बढ़ेगा लू का प्रकोप, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

मुंबई में भीषण गर्मी से बुरा हाल है। गुजरात के कई जिलों में सीवियर हीटवेव चल रही है। पश्चिमी मध्य प्रदेश विदर्भ दक्षिणी राजस्थान तथा उड़ीसा में भी हीटवेव के आसार हैं। अब दिल्ली सहित आधे हिंदुस्तान में गर्मी बढ़ेगी तथा तापमान सामान्य से अधिक बने रहेंगे।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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