स्वदेशी गौवंशीय पशु नस्लों के विकास व संरक्षण में मददगार है ये योजना

Rashtriya Gokul Mission Yojana

देशी गायों के विकास व संरक्षण के साथ साथ पशुपालन से जुड़े लोगों की कमाई में वृद्धि करने के उद्देश्य से साल 2014 में राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना शुरू की गई थी। इस योजना के अंतर्गत दिसम्बर 2020 तक करीब 1841.75 करोड़ रूपये खर्च किये गए हैं।

इस योजना के माध्यम से गौवंशीय पशुओं के नस्ल में सुधार, संरक्षण के अलावा दूध उत्पादन की गुणवत्ता को सुधारने का कार्य किया जाता है। यह योजना देश के सभी राज्यों में लागू किया गया है।

स्रोत: किसान समाधान

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

मध्य प्रदेश समेत इन क्षेत्रों में अगले 24 घंटे में हो सकती है बारिश, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather report

मध्य भारत के कुछ क्षेत्रों में बारिश की संभावना बन रही है। मध्य प्रदेश के साथ साथ  छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश की गतिविधियां शुरू होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में बारिश की गतिविधि 14-15 अप्रैल तक जारी रह सकती है। 

स्रोत : स्काईमेट वीडियो

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

मिट्टी में मौजूद विद्युत चालकता की जानकारी रखें और पाएं बेहतर उपज

What is the meaning of Electrical conductivity
  • मिट्टी की विद्युत चालकता (ईसी) एक अप्रत्यक्ष माप है जो मिट्टी के भौतिक और रासायनिक गुणों के साथ बहुत गहरा संबंध रखता है। विद्युत चालकता मिट्टी में पोषक तत्वों की उपलब्धता का एक संकेत है।
  • विद्युत चालकता (ईसी) पर मिट्टी की क्षारीयता एवं अम्लीयता का मापन भी बहुत निर्भर करता है।
  • मिट्टी में लवणों की अधिक सांद्रता पोषक तत्वों के अवशोषण की क्रिया पर हानिकारक प्रभाव छोड़ती है।
  • विद्युत चालकता स्तर का बहुत कम होना कम उपलब्ध पोषक तत्वों को इंगित करते हैं, और बहुत अधिक ईसी स्तर पोषक तत्वों की अधिकता का संकेत देते हैं।
  • कम ईसी वाले अक्सर रेतीली मिट्टी में कम कार्बनिक पदार्थ के स्तर के साथ पाए जाते हैं, जबकि उच्च ईसी स्तर आमतौर पर मिट्टी में उच्च मिट्टी सामग्री (अधिक क्ले) के साथ पाए जाते हैं।
  • मिट्टी के कणों की बनावट, लवणता और नमी मिट्टी के गुण हैं जो ईसी स्तर को सबसे अधिक प्रभावित करते हैं।

आधुनिक और स्मार्ट खेती से जुड़ी ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए पढ़ते रहे ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने किसान मित्रों से भी करें साझा।

Share

अपने खेत की मिट्टी के गुणों की इस प्रकार करें पहचान

What are the qualities of good soil

✔️ अच्छी मिट्टी इस प्रकार की मिट्टी को कहा जाएगा जिसका pH मान आदर्श हो और मिट्टी में उपलब्ध पोषक तत्वों की मात्रा बहुत संतुलित हो।

? अच्छी मिट्टी पौधों की वृद्धि के लिए सर्वोत्तम होती है।

? इस प्रकार की मिट्टी के कणों में बहुत अधिक जल धारण क्षमता होती है।

? यह पानी की पर्याप्त मात्रा को रोके रहती है और इसमें वायु संचार भी भली-भाँति होती रहती है।

आधुनिक और स्मार्ट खेती से जुड़ी ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए पढ़ते रहे ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने किसान मित्रों से भी करें साझा।

Share

उत्तरी हवाओं के कारण मध्य प्रदेश समेत इन राज्यों में तापमान में होगी गिरावट

Weather Forecast

मध्य भारत के सभी क्षेत्रों में तापमान में गिरावट देखने को मिली है। इसकी वजह से इन इलाकों में गर्मी से थोड़ी सी राहत मिल रही है। उत्तर दिशाओं से जो हवाएं चल रही थी उसके कारण तापमान गिरने लगे हैं। इन इलाकों में अगले 3-4 दिनों तक हीटवेव की स्थिति थम जायेगी।

स्रोत : स्काईमेट वीडियो

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

सरकार ने शुरू किया मधुक्रांति पोर्टल, जानें मधुमक्खी पालकों को इससे होंगे क्या फायदे?

Government launches Madhukranti portal

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को मधुक्रांति पोर्टल का उद्घाटन किया। इसकी शुरुआत राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन के अंतर्गत की गई है। यह पोर्टल मधुमक्खी पालकों एवं इसके व्यापार से संबंधित लोगों के लिए काफी लाभकारी होगा।

सभी मधुमक्खी पालकों एवं इसके व्यापार से सम्बंधित लोगों को इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इस पोर्टल पर शहद की खरीदी और बिक्री से संबंधित सूचनाएं मिलेंगी। बता दें कि सरकार मधुमक्खी पालन क्षेत्र पर भी काफी ध्यान दे रही है और इसके लिए ‘मीठी क्रांति’ करने की तैयारी में भी है।

स्रोत: टीवी 9

कृषि एवं कृषि से सम्बंधित अन्य क्षेत्रों से जुड़ी ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख रोजाना जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करें।

Share

फूल गोभी की उन्नत खेती के लिए ऐसे करें नर्सरी की तैयारी

How to prepare nursery for Cauliflower
  • फूलगोभी की रोपाई से पूर्व इसके बीजों की बुआई नर्सरी में की जाती है।
  • जब गोभी की नर्सरी तैयार की जा रही हो तब इस बात का ध्यान रखें की निदाई, पानी, निराई आदि की प्रक्रिया आसानी से हो सके।
  • जिस खेत में भारी मिट्टी होती है वहाँ पर जल भराव की समस्या से बचने के लिए बेड की ऊंचाई अधिक रखी जानी चाहिए।
  • बुआई से पहले गोभी के बीजों को कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% @ 2.5 ग्राम/किलो बीज या कार्बोक्सिन 17.5% + थायरम 17.5% @ 2.5 मिली/किलो बीज से बीज उपचार करें।
  • नर्सरी में बीजों के बुआई के पूर्व नर्सरी में मिट्टी उपचार करना भी बहुत आवश्यक होता है। इससे मिट्टी जनित रोगों की रोकथाम होती है।
  • मिट्टी उपचार के लिए फिप्रोनिल 0.3% GR@ 25 ग्राम/नर्सरी और ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 25 ग्राम/नर्सरी और सी वीड + एमिनो + मायकोराइज़ा@ 25 ग्राम/नर्सरी की दर से उपचारित करें।
  • यह भी ध्यान रखें की बुआई के समय भूमि में पर्याप्त नमी जरूर हो।

आधुनिक और स्मार्ट खेती से जुड़ी ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए पढ़ते रहे ग्रामोफ़ोन के लेख और कृषि सलाहों के लिए अपने खेत को मेरे खेत विकल्प से जरूर जोड़ें। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने किसान मित्रों से भी करें साझा।

Share

मध्य प्रदेश के मंडियों में 7 अप्रैल को क्या रहे फसलों के भाव

Mandi Bhaw Madhya Pradesh

 

मंडी फसल न्यूनतम अधिकतम मॉडल
रतलाम _(नामली मंडी) गेहूं 1650 2081 1850
रतलाम _(नामली मंडी) सोयाबीन 6475 6500 6500
रतलाम _(नामली मंडी) चना 5060 5151 5151
रतलाम _(नामली मंडी) मेथी 5700 6001 6001
खरगोन कपास 4800 6605 5700
खरगोन गेहूं 1601 2025 1750
खरगोन चना 4671 5100 4780
खरगोन मक्का 1113 1411 1260
खरगोन सोयाबीन 6251 6281 6281
खरगोन डॉलर चना 7272 8196 7890
खरगोन तुवर 5000 6456 6320
हरसूद सोयाबीन 3501 6200 5901
हरसूद तुवर 4801 6000 5875
हरसूद गेहूं 1580 2000 1711
हरसूद चना 4600 4971 4825
हरसूद मक्का 1201 1271 1207
हरसूद सरसो 4001 4601 4400

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपने फसल की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

13 अप्रैल से शुरू होगी चैत्र नवरात्रि, जानें कलश स्थापना की शुभ मुहूर्त

chaitra Navratri

चैत्र माह में चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाता है। इस बार इस पर्व की शुरुआत 13 अप्रैल से हो रही है। नवरात्रि नौ दिन तक चलता है और इसके प्रथम दिन कलश स्थापना की जाती है। कलश स्थापना के साथ नवरात्रि पर्व का आरंभ हो जाता है।

नवरात्रि में कलश की स्थापना शुभ मुहूर्त पर ही किया जाना चाहिए। पंचांग के अनुसार कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त इस बार 13 अप्रैल को सुबह 05 बजकर 28 मिनट से सुबह 10 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। अतः इसी दौरान कलश की स्थापना करें और फिर नौ दिन तक विधिवत पूजा करें।

स्रोत: एबीपी लाइव

Share

गर्मियों के मौसम इस तरह नष्ट करें सफेद लट्ट के अंडे

How to control white grub eggs in the summer season in crops
  • सफ़ेद लट्ट या ग्रब सफेद रंग का कीट होता है जो खेत में सुप्तावस्था में ग्रब के रूप में रहता है। आमतौर पर प्रारंभिक रूप में ये जड़ों में नुकसान पहुंचाते हैं।
  • सफेद ग्रब के प्रकोप के लक्षण फसलों पर देखे जा सकते है, जैसे कि पौधे का एक दम से मुरझा जाना, पौधे की बढ़वार रूक जाना और बाद में पौधे का मर जाना इसका मुख्य लक्षण है।
  • इस कीट का नियंत्रण जून माह में और जुलाई के शुरुआती सप्ताह में कर लेना चाहिए।
  • इसके लिए गर्मियों में खेत की गहरी जुताई करें एवं मेट्राजियम (kalichakra) 2 किलो + 50-75 किलो FYM/कम्पोस्ट के साथ मिलकर प्रति एकड़ की दर से खाली खेत में भुरकाव करें।
  • लेकिन यदि फसल की अपरिपक्व अवस्था में भी इस कीट का प्रकोप दिखाई दे रहा हो तो सफेद ग्रब के नियंत्रण के लिए रासायनिक उपचार भी किया जा सकता है।
  • इसके लिए फेनप्रोप्रेथ्रिन 10% EC @ 500 मिली/एकड़ या क्लोथियानिडिन 50.00% WG @ (डोन्टोटसु) 100 ग्राम/एकड़ या क्लोरपायरीफोस 20% EC@ 1 लीटर/एकड़ की दर से मिट्टी में मिला कर उपयोग करें।

आधुनिक और स्मार्ट खेती से जुड़ी ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए पढ़ते रहे ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने किसान मित्रों से भी करें साझा।

Share