- फूलगोभी की रोपाई से पूर्व इसके बीजों की बुआई नर्सरी में की जाती है।
- जब गोभी की नर्सरी तैयार की जा रही हो तब इस बात का ध्यान रखें की निदाई, पानी, निराई आदि की प्रक्रिया आसानी से हो सके।
- जिस खेत में भारी मिट्टी होती है वहाँ पर जल भराव की समस्या से बचने के लिए बेड की ऊंचाई अधिक रखी जानी चाहिए।
- बुआई से पहले गोभी के बीजों को कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% @ 2.5 ग्राम/किलो बीज या कार्बोक्सिन 17.5% + थायरम 17.5% @ 2.5 मिली/किलो बीज से बीज उपचार करें।
- नर्सरी में बीजों के बुआई के पूर्व नर्सरी में मिट्टी उपचार करना भी बहुत आवश्यक होता है। इससे मिट्टी जनित रोगों की रोकथाम होती है।
- मिट्टी उपचार के लिए फिप्रोनिल 0.3% GR@ 25 ग्राम/नर्सरी और ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 25 ग्राम/नर्सरी और सी वीड + एमिनो + मायकोराइज़ा@ 25 ग्राम/नर्सरी की दर से उपचारित करें।
- यह भी ध्यान रखें की बुआई के समय भूमि में पर्याप्त नमी जरूर हो।
Shareआधुनिक और स्मार्ट खेती से जुड़ी ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए पढ़ते रहे ग्रामोफ़ोन के लेख और कृषि सलाहों के लिए अपने खेत को मेरे खेत विकल्प से जरूर जोड़ें। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने किसान मित्रों से भी करें साझा।