मध्यप्रदेश सरकार खोलेगी ई-मंडी, किसानों को मिलेगा उपज का उचित मूल्य

MP government will open e-mandi, farmers will get fair price of produce

मध्य प्रदेश के किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रदेश की शिवराज चौहान सरकार ने ई-मंडी शुरू करने की तैयारी कर ली है। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए फिलहाल भोपाल, इंदौर, जबलपुर और उज्जैन क्षेत्र की 45 वैसी प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों को चुना किया गया है, जहां गोदाम की सुविधा हो या गोदाम बनाने के लिए स्थान उपलब्ध ही।

इन चयनित स्थानों पर आने वाले तीन साल में ई-मंडी स्थापित कर देने का निश्चय किया गया है। इन मंडियों में इंटरनेट के जरिये व्यापारियों को नमूना दिखा कर कीमत निर्धारित की जाएगी। अगर निर्धारित कीमत से किसान संतुष्ट हो गए तो सौदा हो जाएगा।

स्रोत: जागरण

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टमाटर की फसल को पछेती झुलसा रोग से ऐसे बचाएं

Late blight management in Tomato crop
  • यह एक गंभीर बीमारी है जो फाइटोफथोरा नमक कवक के कारण फैलता है और इससे टमाटर की फसल गंभीर रूप से प्रभावित हो जाती है।
  • यह रोग 5 दिनों के अंदर टमाटर के पौधों की हरी पत्तियों को नष्ट कर देता है।
  • इसमें पत्तियों के किनारों पर सबसे पहले धब्बे बनना प्रारंभ होते हैं और धीरे-धीरे पूरी पत्ती पर फैल जाते हैं। इसके प्रभाव से शाखाएं एवं तने भी ग्रसित हो जाते हैं। पत्तियों की निचली सतहों पर सफेद रंग के गोले धब्बे बन जाते हैं, जो बाद में भूरे व काले हो जाते हैं।
  • इससे बचाव हेतु क्लोरोथलोनील 75% WP @ 400 ग्राम/एकड़ या मेटालैक्सिल 8% + मैनकोज़ेब 64% WP @ 600 ग्राम/एकड़ या टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% WG @ 500 ग्राम/एकड़ या कासुगामायसिन 5% + कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% WP @ 300 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ या ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
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मध्यप्रदेश के युवा सौर ऊर्जा टेक्नोलॉजी में होंगे प्रशिक्षित, जानें आवेदन की प्रक्रिया

Youth of MP will be trained in solar energy technology

सरकार द्वारा देश में लगातार सौर उर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। सौर उर्जा के इस्तेमाल से किसानों की आय बढ़ाने के भी कोशिश की जा रही है और इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु कुसुम योजना की शुरुआत की गई है। सौर उर्जा के बढ़ते चलन को देखते हुए अब राज्य सरकारें ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़गार सृजन हेतु युवाओं को इसकी प्रशिक्षण भी दे रही है।

मध्यप्रदेश में युवा उद्यमियों हेतु सौर ऊर्जा टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कौशल विकास के लिये मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम और राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के साथ एनर्जी स्वराज फ़ाउंडेशन 5 से 10 अप्रैल 2021 तक छह दिन का सशुल्क व्यावहारिक प्रशिक्षण देने जा रहा है।

इसके अंतर्गत मध्यप्रदेश राज्य के प्रत्येक जिले से दस लोगों को प्रशिक्षण दिए जाने का लक्ष्य है। अगर आपने आई.टी.आई/डिप्लोमा/इंजीनियरिंग/विज्ञान में स्नातक किया हो और आपकी अधिकतम आयु 40 वर्ष हो तो आप इस प्रशिक्षण में शामिल हो सकते हैं। इसमें शामिल होने के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख 28 फरवरी है। आवेदन-पत्र हेतु इस ई-मेल अड्रेस (info@energyswaraj.org) पर मेल करें।

स्रोत: किसान समाधान

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दो दिन और हो सकती है मध्य प्रदेश समेत इन राज्यों में बारिश

weather forecast

मध्य भारत के कई क्षेत्रों में अगले 48 घंटों तक बारिश जारी रहेगी। दक्षिणी राज्यों में 11-12 जनवरी तक वर्षा होने के आसार हैं। जबकि उत्तर भारत में अधिकांश इलाकों पर ठंडी हवाओं का प्रवाह बढ़ने से कुछ इलाकों पर शीतलहर का शिकंजा कस सकता है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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सरसों की फसल में सफेद गेरुआ रोग का नियंत्रण

How to control white rust disease in mustard crops
  • सफेद गेरुआ एक कवक जनित रोग है और इस रोग के कारण सरसों की फसल को बहुत अधिक नुकसान होता है।
  • इस रोग में पत्तियो की निचली सतह पर सफ़ेद रंग के फफोले दिखाई देते हैं। कुछ समय बाद यह फफोले सफ़ेद पाउडर में बदल जाते हैं।
  • इसके कारण पत्तियों के द्वारा भोजन बनाने की प्रक्रिया बहुत प्रभावित होती है।
  • इससे बचाव हेतु हेक्साकोनाज़ोल 5% SC@ 400 मिली/एकड़ या टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% WG@ 500 ग्राम/एकड़ का उपयोग करें।
  • जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम की दर छिड़काव करें।
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गौमूत्र, गोबर, दूध, दही और घी से बने पंचगव्य से बढ़ाएं फसल की उपज

Increase crop yield with Panchgavya made of 5 cow products
  • पंचगव्य को गौमूत्र, गोबर, दूध, दही और घी के मिश्रण से तैयार किया जाता है।
  • इसका उपयोग खेतों की उर्वरा शक्ति एवं फसल उत्पादन बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही यह पौधों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी मदद करता है।
  • पंचगव्य एक अत्यधिक प्रभावी जैविक खाद है। इसका निर्माण देसी गाय के पांच उत्पादों से होता है। देशी गाय के उत्पादों में पौधों के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व पर्याप्त व संतुलित मात्रा में पाये जाते हैं।
  • इसकी मदद से भूमि में सूक्ष्म जीवाणुओं की संख्या में बढ़ोतरी होती है और फसल में रोग व कीट का प्रभाव कम हो जाता है।
  • यह उत्पाद सरल एवं सस्ती तकनीक पर आधारित है।
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इंदौर, उज्जैन, रतलाम, देवास और धार में अगले दो दिन होगी बारिश

weather forecast

उत्तर भारत के पहाड़ों से लेकर मैदानी राज्यों तक अगले 24 घंटों के दौरान हल्की वर्षा होने की संभावना है। इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा। जबकि महाराष्ट्र से लेकर गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु में अगले तीन-चार दिनों के दौरान व्यापक वर्षा जारी रहेगी।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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मध्यप्रदेश के इस शहर में सड़क पर गोबर करने पर पशु मालिक को देना पड़ा जुर्माना

Animal owner was fined for dung on the road in this city of Madhya Pradesh

मध्यप्रदेश के ग्वालियर नगर निगम द्वारा कुछ ऐसा किया गया है जिससे पशुपालकों में नाराज़गी है। दरअसल ग्वालियर नगर निगम द्वारा एक डेयरी संचालक पर 10 हजार का जुर्माना लगाया गया है। यह जुर्माना एक भैंस के गोबर करने पर उसके मालिक को भरना पड़ा।

इस जुर्माने के बारे में नगर निगम ने कहा कि जुर्माना लगाने का आशय पशुपालकों में डर का माहौल पैदा करना नहीं, बल्कि सड़कों को साफ रखना है। निगम ने कहा कि किसी भी कारण से सड़कों की गंदगी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर कोई भी सड़क पर गंदगी करता पाया जाएगा, तो उसे कानून दण्डित किया जाएगा।

स्रोत: कृषि जागरण

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ऐसे करें सरसों की फसल में एफिड के प्रकोप से बचाव

aphid outbreak in mustard crop
  • एफिड सरसों की फसल में होने वाला एक प्रमुख कीट है जिसे माहू और चेपा के नाम से भी जाना जाता है।
  • इस कीट का शिशु एवं प्रौढ़ दोनो ही रूप पौधों के कोमल तने, पत्तियों, फूलों एवं नई फलियों से रस चूसकर उसे कमजोर करते हैं।
  • इसके साथ ही ये अपने तेज़ मुख से पत्तियों को खुरचते हैं और उनका रस चूसते हैं।
  • इसके कारण सरसों की पत्तियों पर काले कवक का प्रकोप हो जाता है तथा प्रकाश संश्लेषण की क्रिया प्रभी भावित हो जाती है।
  • इस कीट का प्रकोप दिसम्बर-जनवरी से लेकर मार्च तक बना रहता है और बादल घिरे रहने पर इसका प्रकोप तेजी से होता है।
  • इसके नियंत्रण के लिए इमिडाक्लोप्रिड 30.5% SC@ 100 मिली/एकड़
    या फ्लोनिकामिड 50% WG@ 60 मिली/एकड़
    या थियामेंथोक्साम 25% WG@ 100 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
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मध्य प्रदेश के करनावद में बनेगी आलू चिप्स बनाने की इकाई, किसानों को होगा लाभ

Potato chips manufacturing unit to be built in Karnawad Madhya Pradesh

मध्य प्रदेश के देवास में पिछले दिनों राज्य पोषित योजनान्तर्गत आलू की फसल के लिए प्रसंस्करण संबंधी कृषक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस आयोजन के मुख्य अतिथि थे विधायक श्रीमती गायत्री राजे पंवार और कलेक्टर श्री चंद्रमौली शुक्ला। इस प्रशिक्षण में 250 किसान सम्मिलित हुए l

इस दौरान कलेक्टर श्री चंद्रमौली शुक्ला ने जानकारी दी कि बागली अनुभाग के करनावद में फूड प्रोसेसिंग का क्लस्टर बनाकर आलू चिप्स बनाने की इकाई आरम्भ की जा रही है। उन्होंने कहा की इस नई शुरुआत से किसानों की आय दोगुनी हो जायेगी। उन्होंने कहा की किसानों द्वारा उत्पादित आलू सीधे मंडी में बेचने से अच्छे दाम नहीं मिलते, इसलिए वे आलू का प्रसंस्करण कर अच्छी आय अर्जित कर सकते हैंl

स्रोत: कृषक जागरण

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