मध्य प्रदेश समेत इन राज्यों में बारिश का मौसम बरकरार रहेगा

weather forecast

आने वाले 48 घंटे में देश के कई क्षेत्रों में पुनः बारिश की संभावना बनी हुई है। इस बीच मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों महाराष्ट्र के अधिकांश भागों, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में भी बारिश का मौसम बरकरार रहेगा।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

Share

टमाटर की फसल में फल छेदक का नियंत्रण कैसे करें

How to control fruit borer in tomato
  • फल छेदक कीट टमाटर की फसल को काफी नुकसान पहुँचाते हैं।
  • इस कीट का वयस्क भूरे रंग का तथा इल्ली हरे रंग की होती है।
  • इस कीट की सबसे हानिकारक अवस्था ही इल्ली होती है।
  • इल्ली शुरूआती अवस्था में मुलायम पत्तों पर हमला करती है तथा बाद में फलों पर आक्रमण करती है।
  • यह इल्ली टमाटर के फल के अंदर घुस कर अंदर ही अंदर पूरे फल को नष्ट कर देती है।
  • एक इल्ली 8-10 फलों को नष्ट करने में सक्षम होती है जिससे यह कीट टमाटर की खेती करने वाले किसानों को आर्थिक रूप से काफी नुकसान पहुंचाती है।
  • इसके नियंत्रण के लिए इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG@ 100 ग्राम/एकड़ या फ्लूबेण्डामाइड 50% WG @ 100 ग्राम/एकड़ या क्लोरानट्रानिलीप्रोल 18.5% SC@ 60 ग्राम/एकड़ या नोवालूरान 5.25% + इमामेक्टिन बेंजोएट 0.9% SC@ 600 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
Share

फसलों में सिंगल सुपर फॉस्फेट के उपयोग से मिलते हैं कई फायदे

The use of single super phosphate in crops gives many benefits
  • सिंगल सुपर फॉस्फेट (एसएसपी) भूरे या या राख के रंग के सख्त दानेदार पाउडर के दानों वाला उर्वरक होता है।
  • इस उर्वरक के दाने आसानी से हाथ से नहीं टूटते हैं।
  • दानेदार एसएसपी में नाईट्रोजन की मात्रा – 0% फास्फोरस – 16% सल्फर की मात्रा – 11% कैल्शियम – 19% तथा जिंक – 1% होता है।
  • एसएसपी बाकी दूसरे खाद से कम घुलनशील है, इसका प्रयोग हमेशा जुताई के समय कराना चाहिए।
  • एसएसपी का उपयोग मिट्टी उपचार के रूप में भी किया जा सकता है जिसका फायदा पौधों को अंकुरण के समय अधिक होता है।
  • एसएसपी का उपयोग सही समय पर करने से फल एवं फूल अधिक मात्रा में लगते हैं।
  • एसएसपी के उपयोग से फसलों में फास्फोरस, सल्फर, कैल्शियम तथा ज़िंक की पूर्ति आसानी से की जा सकती है।
Share

पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष रबी फ़सलों की बुआई हुई अधिक

देश में रबी फ़सलों की बुआई अब लगभग पूरी हो चुकी है। अब तक 597 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि पर बुआई की गई है। इस सीजन के बुआई का आंकड़ा पिछले साल की तुलना में अधिक है। पिछले साल इस समय तक 573.23 लाख हेक्टेयर में बोनी की गई थी वहीं इस साल ये आंकड़ा बढ़कर 597.92 लाख हेक्टेयर हो गया है।

अगर बात करें रबी सीजन के मुख्य फसल गेहूँ की तो देश में अब तक गेहूँ का रकबा 313.24 लाख हेक्टेयर हो गया है। पिछले वर्ष इस अवधि में यह आंकड़ा 297.39 हेक्टेयर ही था। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार रबी सीजन में बुआई बेहतर होगी तथा उत्पादन भी अच्छा होने की उम्मीद है।

स्रोत: कृषक जगत

Share

गेहूँ की फसल में पीलेपन की समस्या का ऐसे करें नियंत्रण

How to prevent yellowing problems in wheat crops
  • गेहूँ की फसल में 35-40 दिनों की अवस्था में पीलेपन की समस्या दिखाई देती है।
  • यह समस्या गेहूँ की फसल में पोषक तत्वों की कमी के कारण होती है।
  • इस समस्या के निवारण के लिए जिब्रेलिक एसिड@ 300 मिली/एकड़ या ह्यूमिक एसिड@ 100 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • इसके अलावा 19:19:19 @ 1 किलो/एकड़ या 20:20:20 @ 1 किलो/एकड़ की दर से उपयोग करें।
Share

पूरे देश में बारिश का दौर जारी, जानें आज के दिन का मौसम पूर्वानुमान

weather forecast

पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत मध्य प्रदेश में 6 जनवरी से मौसम साफ होने की संभावना है। जबकि जम्मू कश्मीर से लेकर हिमाचल और उत्तराखंड तक हल्की से मध्यम वर्षा व बर्फबारी जारी रहेगी। दक्षिण भारत में तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के अधिकांश इलाकों में भारी बारिश।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

Share

आलू की फसल में स्कैब रोग का प्रभाव एवं निवारण के उपाय

How to prevent scab disease in potato crops
  • आलू की फसल में होने वाला यह रोग फफूंद जनित होता है।
  • इस रोग का प्रभाव आलू के कंद पर बहुत अधिक मात्रा में देखे जाते हैं।
  • आलू के कंदो पर गहरे भूरे रंग के स्कैब उभरते हैं जो हाथ से छूने पर दरदरे महसूस होते हैं।
  • इस रोग से ग्रसित आलू के कंद खाने योग्य नहीं रहते हैं।
  • इस रोग के निवारण के लिए थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W @ 300 ग्राम/एकड़ या कासुगामायसिन 5% + कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% WP@ 300 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • इस रोग के प्रभावी के नियंत्रण के लिए बुआई से पहले बीज उपचार करना बहुत आवश्यक होता है।
Share

मध्यप्रदेश के ग्रामीण प्रवासी मजदूरों को इस योजना से मिलेगा ब्याज मुक्त ऋण

Rural migrant laborers of MP will get interest-free loan under this scheme

साल 2020 में पूरी दुनिया में फैले कोरोना महामारी से छोटे छोटे बिजनेस करने वाले लोगों काफी नुकसान का सामना करना पड़ा। इसी नुकसान की भरपाई के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स के लिए एक योजना की शुरुआत की है। इस योजना का नाम मुख्यमंत्री ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर ऋण योजना है।

इस योजना के माध्यम से महामारी के दौरान शहरों से गांव पहुंचे प्रवासी मजदूरों और लघु व्यापारियों को बिना ब्याज के ऋण दिया जाएगा जिससे वे छोटा-मोटा रोजगार पुनः शुरू कर सकेंगे।

इस योजना का लाभ वेंडर्स सर्टिफिकेट लेने के बाद मिलेगा और इस सर्टिफिकेट के लिए आवेदन करना होगा। इस आवेदन का सत्यापन ग्रामीण विकास विभाग, मध्य प्रदेश द्वारा किया जाएगा। आवेदन हेतु जरुरी दस्तावेजों में आधार कार्ड, समग्र आईडी और आधार से लिंक मोबाइल नंबर की जरुरत होती है। इस योजना में ऑनलाइन पंजीयन हेतु http://kamgarsetu.mp.gov.in/ पर जाएं।

स्रोत: कृषि जागरण

Share

सर्दियों में हो गया है मानसून जैसा माहौल, अभी और होगी बारिश

Weather Forecast

सर्दियों के मौसम में बरसात जैसा माहौल हो गया है और देश के कई राज्यों में बरसात हो रही है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

Share

गोभी की फसल में हरी इल्ली के प्रकोप से होगा नुकसान, जानें निवारण विधि

Prevention of Semilooper in Cabbage
  • हरी इल्ली गोभी की फसल में होने वाला एक मुख्य कीट है जो फसल को काफी नुकसान पहुंचा सकता है।
  • इसका लार्वा 25-30 मिमी लंबा, पांच आड़ी-पीली लाइनों के साथ पीले हरे रंग का होता है।
  • इसकी बाहरी त्वचा पर छह जोड़ी काले और पीले धब्बे होते हैं।
  • इस कीट की इल्लियाँ पत्तों में गोलाकार छेद कर फसल को हानि पहुंचाते हैं।
  • कभी कभी यह इल्ली पत्तों को किनारे से भी खाना शुरू कर देते हैं या फिर पत्तों के बीच में से भी नुकसान पहुंचाता है।
  • इस इल्ली के नियंत्रण के लिए इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG@ 100 ग्राम/एकड़ या क्लोरानट्रानिलीप्रोल 18.5% SC@ 60 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
Share