- कलियों की चोपाई मध्य भारत में सितम्बर- नवम्बर तक की जाती हैं|
- लहसुन की कलियॉं को गाँठ से अलग कर लें यह काम बुआई के समय ही करें|
- कलियों का छिलका निकल जाने पर वह बुआई के लिए उपयुक्त नहीं होती हैं|
- कड़क गर्दन वाली लहसुन, जिसके एक एक कली कड़क और अलग अलग हो उपयुक्त होता हैं |
- बड़ी कलियों (1.5 ग्राम से बड़ी) का चयन करना चाहिए| छोटे, रोग ग्रस्त एवं क्षति ग्रस्त कलियों को हटा दो |
- लहसुन की बीज दर 160-200 किलो प्रति एकड़.
- चयनित कलियों को 2 सेमी. की गहराई पर 15 X 10 सेमी. की दूरी पर लगना चाहिए|
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