धान की रोपाई के समय पोषक तत्व प्रबंधन कैसे करें?

👉🏻किसान भाइयों, धान की अधिक पैदावार लेने के लिये पोषक तत्व प्रबंधन एक महत्वपूर्ण उपाय हैं। जिसमें रासायनिक उर्वरक, सूक्ष्म पोषक तत्व, जैविक उर्वरक, हरी-नीली शैवाल, गोबर की खाद एवं हरी खाद आदि का समुचित उपयोग किया जाता हैं। 

👉🏻मुख्य खेत में रोपाई के 7 दिन पूर्व (खेत को मचाते समय), गोबर की खाद 4 टन और कॉम्बेट (ट्राइकोडर्मा विरिडी) @ 2 किलोग्राम, प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में मिलाएं। 

👉🏻इसके बाद रोपाई के समय, यूरिया @ 20 किलोग्राम + सिंगल सुपर फॉस्फेट @ 50 किलोग्राम + म्यूरेट ऑफ़ पोटाश @ 20 किलोग्राम + डीएपी @ 25 किलोग्राम + टीबी 3 (एनपीके कंसोर्टिया) @ 3 किलोग्राम + ताबा जी (जिंक घोलक बैक्टीरिया) @ 4 किलोग्राम + मैक्समाइको (माइकोराइजा) @ 2 किलोग्राम या ट्राई कोट मैक्स (समुद्री शैवाल + ह्यूमिक और सूक्ष्म पोषक तत्व) @ 4 किलोग्राम आपस में अच्छी तरह से मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से मिट्टी में भुरकाव करें।

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