कपास में बढ़ रहा है जड़ गलन की रोग का प्रकोप, जानें नियंत्रण के उपाय

जड़ गलन रोग कपास की फसल में लगने वाले कुछ घातक रोगों में से एक है। इस रोग से प्रभावित पौधे अचानक सूखने लगते हैं। इसके कारण पत्तों का रंग पीला पड़ जाता है। प्रभावित पौधों को आसानी से उखाड़ा जा सकता है। पौधों की जड़ें सड़ने लगती हैं, एवं भूरे और काले रंग की हो जाती हैं। 

रोकथाम: सबसे पहले तो रोग से प्रभावित पौधों को नष्ट कर दें। इस रोग से फसल को बचाने के लिए फसल चक्र अपनाना चाहिए, जड़ गलन रोग के प्रतिरोधी किस्मों का चयन करना चाहिए। बुवाई से पूर्व बीजोपचार करना भी इससे बचाव के लिए अति आवश्यक होता है। इसके अंतर्गत जैविक नियंत्रण के लिए, कॉम्बैट (ट्राइकोडर्मा विरडी) 8 ग्राम/किलो बीज या विटावैक्स पावर  (कार्बोक्सिन 37.5% + थिरम 37.5% WS) 3 ग्राम/किलो सीड से उपचारित करें।

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