पूरे देश में बारिश का दौर जारी, जानें आज के दिन का मौसम पूर्वानुमान

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पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत मध्य प्रदेश में 6 जनवरी से मौसम साफ होने की संभावना है। जबकि जम्मू कश्मीर से लेकर हिमाचल और उत्तराखंड तक हल्की से मध्यम वर्षा व बर्फबारी जारी रहेगी। दक्षिण भारत में तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के अधिकांश इलाकों में भारी बारिश।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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आलू की फसल में स्कैब रोग का प्रभाव एवं निवारण के उपाय

How to prevent scab disease in potato crops
  • आलू की फसल में होने वाला यह रोग फफूंद जनित होता है।
  • इस रोग का प्रभाव आलू के कंद पर बहुत अधिक मात्रा में देखे जाते हैं।
  • आलू के कंदो पर गहरे भूरे रंग के स्कैब उभरते हैं जो हाथ से छूने पर दरदरे महसूस होते हैं।
  • इस रोग से ग्रसित आलू के कंद खाने योग्य नहीं रहते हैं।
  • इस रोग के निवारण के लिए थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W @ 300 ग्राम/एकड़ या कासुगामायसिन 5% + कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% WP@ 300 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • इस रोग के प्रभावी के नियंत्रण के लिए बुआई से पहले बीज उपचार करना बहुत आवश्यक होता है।
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मध्यप्रदेश के ग्रामीण प्रवासी मजदूरों को इस योजना से मिलेगा ब्याज मुक्त ऋण

Rural migrant laborers of MP will get interest-free loan under this scheme

साल 2020 में पूरी दुनिया में फैले कोरोना महामारी से छोटे छोटे बिजनेस करने वाले लोगों काफी नुकसान का सामना करना पड़ा। इसी नुकसान की भरपाई के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स के लिए एक योजना की शुरुआत की है। इस योजना का नाम मुख्यमंत्री ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर ऋण योजना है।

इस योजना के माध्यम से महामारी के दौरान शहरों से गांव पहुंचे प्रवासी मजदूरों और लघु व्यापारियों को बिना ब्याज के ऋण दिया जाएगा जिससे वे छोटा-मोटा रोजगार पुनः शुरू कर सकेंगे।

इस योजना का लाभ वेंडर्स सर्टिफिकेट लेने के बाद मिलेगा और इस सर्टिफिकेट के लिए आवेदन करना होगा। इस आवेदन का सत्यापन ग्रामीण विकास विभाग, मध्य प्रदेश द्वारा किया जाएगा। आवेदन हेतु जरुरी दस्तावेजों में आधार कार्ड, समग्र आईडी और आधार से लिंक मोबाइल नंबर की जरुरत होती है। इस योजना में ऑनलाइन पंजीयन हेतु http://kamgarsetu.mp.gov.in/ पर जाएं।

स्रोत: कृषि जागरण

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सर्दियों में हो गया है मानसून जैसा माहौल, अभी और होगी बारिश

Weather Forecast

सर्दियों के मौसम में बरसात जैसा माहौल हो गया है और देश के कई राज्यों में बरसात हो रही है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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गोभी की फसल में हरी इल्ली के प्रकोप से होगा नुकसान, जानें निवारण विधि

Prevention of Semilooper in Cabbage
  • हरी इल्ली गोभी की फसल में होने वाला एक मुख्य कीट है जो फसल को काफी नुकसान पहुंचा सकता है।
  • इसका लार्वा 25-30 मिमी लंबा, पांच आड़ी-पीली लाइनों के साथ पीले हरे रंग का होता है।
  • इसकी बाहरी त्वचा पर छह जोड़ी काले और पीले धब्बे होते हैं।
  • इस कीट की इल्लियाँ पत्तों में गोलाकार छेद कर फसल को हानि पहुंचाते हैं।
  • कभी कभी यह इल्ली पत्तों को किनारे से भी खाना शुरू कर देते हैं या फिर पत्तों के बीच में से भी नुकसान पहुंचाता है।
  • इस इल्ली के नियंत्रण के लिए इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG@ 100 ग्राम/एकड़ या क्लोरानट्रानिलीप्रोल 18.5% SC@ 60 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
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इंदौर के भीकनगांव मंडी में क्या चल रहा है भाव?

Mandi Bhaw

 

डिवीजन मंडी फसल न्यूनतम दर
(₹/क्विंटल)
अधिकतम दर
(₹/क्विंटल)
मॉडल दर
(₹/क्विंटल)
इन्दौर भीकनगांव कपास 4000 5650 4930
इन्दौर भीकनगांव गेहूँ 1661 1794 1691
इन्दौर भीकनगांव अरहर 4500 5551 5311
इन्दौर भीकनगांव मक्का 971 1309 1268
इन्दौर भीकनगांव सोयाबीन 4141 5341 4467
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नहीं आये पीएम किसान के पैसे तो निराश न हों, इस तारीख तक आ जाएंगे

Do not be disappointed if the PM Kisan money does not come

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत आने वाली सातवीं क़िस्त का इंतजार कई किसानों के लिए पिछले दिनों 25 दिसंबर 2020 को पूरा हो गया। हालांकि अभी भी बहुत सारे ऐसे किसान हैं जिनके बैंक खाते में अभी तक यह रकम नहीं पहुंची है। ऐसे किसानों को निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि आगामी 31 मार्च 2021 तक किसानों के खाते में क़िस्त भेजे जाने के प्रक्रिया जारी रहेगी।

कई बार किस्त नहीं आने की वजह आपके द्वारा दर्ज की गई जानकारियों में ग़लतियाँ भी हो सकती हैं। इससे बचने के लिए आप PM Kisan पोर्टल पर जाकर अपना स्टेटस चेक कर सकते हैं।

इसके लिए आप https://pmkisan.gov.in पर जाएँ और ‘Farmers Corner’ पर क्लिक करने के बाद ‘Beneficiary Status’ ऑप्शन पर क्लिक करें। ऐसा करने से नया पेज खुलेगा जहाँ आपको आधार नंबर, बैंक खाता संख्या या मोबाइल नंबर में से किसी एक विकल्प को चुनना होगा। इस चुनाव के बाद आपको ‘Get Data’ पर क्लिक करना है। इससे आपको सभी ट्रांजेक्शन की जानकारी मिल जाएगी। यहीं पर अब पानी जानकारियों की सत्यता भी चेक कर सकते हैं। अगर आपकी सभी जानकारियाँ सही हैं तो आपको फ़िक्र करने की जरुरत नहीं है। आपकी क़िस्त 31 मार्च 2021 तक आपके खाते में पहुँच जायेगी।

स्रोत: इंडिया डॉट कॉम

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आने वाले 48 घंटे में मध्यप्रदेश समेत इन क्षेत्रों में होगी भारी बारिश

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आने वाले 48 घंटे में पश्चिम भारत के कई क्षेत्रों में माध्यम से भारी बारिश के होने की संभावना है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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जैविक उत्पादों का करें उपयोग, फसल एवं मिट्टी को मिलेंगे कई लाभ

Organic products benefit crops and soil
  • जैविक उत्पाद के उपयोग से फसल अपने अवशेषों को नहीं छोड़ते है एवं इनसे वातावरण प्रदूषण भी नहीं होता है।
  • जैविक उत्पाद मिट्टी में सूक्ष्म पोषक तत्वों की क्रियाशीलता को बढ़ाते हैं।
  • यह मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाते है एवं मिट्टी की जल धारण क्षमता भी बढ़ाते हैं।
  • जैविक उत्पाद रासायनिक उत्पादों की तुलना में कम कीमत एवं कम मात्रा में उपयोग होते हैं।
  • यह उत्पाद फसलों की जड़ों का मिट्टी में प्रसार करने में बहुत मददगार होते हैं।
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प्याज़ एवं लहसुन की फसल को सफेद गलन रोग से ऐसे बचाएं

How to prevent onion and garlic crop from white rot disease

सफेद गलन (व्हाइट रॉट): प्याज व लहसुन में सफेद गलन रोग स्लेरोशियम सेपी वीरम या स्क्लेरोशियम रोल्फ साई नामक फफूंद द्वारा होता है।

इस रोग के लक्षण जमीन के समीप प्याज/लहसुन का ऊपरी भाग गल जाता है तथा संक्रमित भाग पर सफेद फफूंद और जमीन के ऊपर हल्के भूरे रंग के सरसों के दाने की तरह सख्त संरचना बन जाती है, जिन्हें स्केलेरोशिया कहते हैं। संक्रमित पौधे मुरझा जाते हैं तथा बाद में सूख जाते हैं।

रासायनिक उपचार: इस रोग के निवारण के लिए कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% WP@ 300 ग्राम/एकड़ या कासुगामायसिन 5% + कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% WP @ 300 ग्राम/एकड़ या क्लोरोथालोनिल 75% WP@ या 250 ग्राम/एकड़ या थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W @ 300 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

जैविक उपचार: जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस@ 250 ग्राम/एकड़ या ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम/एकड़ की दर से पौधों के पास जमीन से दें।

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