इंदौर मंडी में 16 जून को प्याज के भाव में दिखी 350 रूपये की भारी तेजी

Onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के इंदौर मंडी में आज क्या रहे प्याज के भाव ?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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कपास की प्रारंभिक अवस्था में झुलसा रोग का ऐसे करें नियंत्रण

How to control blight disease in the early stages of cotton crop
  • कपास की फसल की बुआई के बाद अंकुरण की प्रारंभिक अवस्था में झुलसा रोग का प्रकोप होने लगता है जिसके कारण फसल की वृद्धि बहुत प्रभावित होती है।

  • यह रोग जीवाणु जनित है। इस रोग का प्रकोप कपास के खेत में एक साथ न शुरू होकर धीरे-धीरे कुछ कुछ हिस्सों पर होता है तथा धीरे-धीरे यह पूरे खेत में फैल जाता है। इस रोग में पत्तियाँ ऊपर से नीचे की ओर सुखना शुरू होती है।

  • इस रोग के प्रारंभिक लक्षण फसल बुआई के 20 से 35 दिन बाद पत्तियों पर दिखाई देते हैं। अधिक संक्रमण की दशा में पत्तियों का रंग मटमैला हरा हो जाता है। इसके प्रकोप के कारण फसल कमजोर हो जाती है।

  • आर्द्रता के 95 प्रतिशत से अधिक हो जाने पर रोग के तीव्रता से फैलने की संभावना होती है। इस रोग के रोगाणु मिट्टी में बहुत समय तक रहते हैं जिसके कारण यह रोग अगली फसल को भी नुकसान पहुंचाता है।

  • इसके नियंत्रण के लिए कासुगामायसिन 5% + कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% WP @ 300 ग्राम/प्रति एकड़ जमीन में जड़ के पास छिड़काव करें।

  • कासुगामायसिन 3% SL @ 400 मिली/एकड़ या स्ट्रेप्टोमायसिन सल्फेट 90% + टेट्रासायक्लीन हाइड्रोक्लोराइड 10% W/W @ 20 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से जमीन से दे एवं छिड़काव भी करें।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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मानसून की धीमी रफ्तार से मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्र बारिश से हैं अछूते

monsoon rains

इस साल मानसून के जल्दी आने की वजह से देश के कई क्षेत्रों में पिछले दिनों खूब बारिश हुई पर अब कुछ दिनों के लिए मानसून की रफ्तार पर ब्रेक लगता दिख रहा है। इसकी वजह से मध्य प्रदेश पश्चिमी जिले बारिश से अछूते रहेंगे। दिल्ली में भी मानसून के एक हफ्ते देर से पहुँचने की संभावना है। इसके अलावा केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल तथा पूर्वोत्तर राज्यों में भारी वर्षा जारी रहेगी। तेलंगाना महाराष्ट्र तथा मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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15 जून को इंदौर मंडी में किस भाव पर बिका प्याज?

onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के इंदौर मंडी में आज क्या रहे प्याज के भाव ?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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जानें मध्यप्रदेश में अगले 7 दिन कैसा रहेगा मौसम, कहाँ कहाँ होगी बारिश?

Weekly Madhyapradesh weather update

वीडियो के माध्यम से जानें कैसा रहेगा मध्यप्रदेश में मौसम का हाल पूरे सप्ताह।

वीडियो स्रोत: मौसम तक

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अश्वगंधा से भी पावरफुल इस लत्तेदार औषधीय पौधे की खेती से होगा मोटा मुनाफा

Kaunch plant

आयुर्वेद का सेवन करने वाले लोग अश्वगंधा को बहुत पावरफुल जड़ी बूटी मानते हैं। एक ऐसा ही पावरफुल जड़ी बूटी है कौंच जिसके सेवन से कई शारीरिक लाभ तो मिलते ही हैं साथ ही साथ इसकी खेती करने से मोटा मुनाफ़ा भी हासिल होता है। कौंच एक झाड़ीनुमा पौधा है जिसकी खेती में लगत बेहद कम लगती है और मुनाफा बहुत ज्यादा होता है।

कौंच एक लत्तेदार पौधा है और इसे बढ़ने के लिए सहारे की आवश्यकता होती है। इसी वजह से कृषि विशेषज्ञ इसे बगीचे में लगाने को कहते हैं। ऐसा करने से जाल लगाने के लिए अतिरिक्त खर्च नहीं होगा और खेत में आप अन्य फसल लगा पाएंगे।

कौंच दरअसल एक वर्षीय लता है, अर्थात बुआई के बाद इसमें फल लगने में एक वर्ष का वक़्त लगता है। इसकी फली की मांग बहुत ज्यादा है इसीलिए इसका दाम अच्छा मिल जाता है। इसकी खेती मुख्य रूप से मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, गुजरात और राजस्थान में की जाती है।

कौंच के कई औषधीय फायदे हैं इसीलिए इसके बीजों का इस्तेमाल करने से अनिद्रा, शारीरिक कमजोरी, थकान जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं साथ ही यह आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ा देता है।

स्रोत: टीवी 9 भारतवर्ष

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मिर्च की रोपाई से पहले रोपाई उपचार है जरूरी, जानें इसका महत्व

How to do transplantation treatment and its importance before transplanting chilli
  • नर्सरी में बुआई के 35 से 40 दिनों बाद मिर्च की पौध रोपाई के लिए तैयार हो जाती है। रोपाई का उपयुक्त समय मध्य जून से मध्य जुलाई तक है। पौधे नर्सरी से उखाड़ने से पूर्व हल्की सिंचाई कर देनी चाहिए, ऐसा करने से पौध की जड़ को नुकसान नहीं होता, और पौध आसानी से लग जाती है। पौध को नर्सरी से निकालने के बाद सीधे धूप मे नहीं रखना चाहिये।

  • नर्सरी से मिर्च की पौध को उखाड़ कर खेत में लगाने से पहले पौध का उपचार करना अतिआवश्यक है। अतः जड़ों के अच्छे विकास के लिए 5 ग्राम माइकोरायज़ा प्रति लीटर की दर से एक लीटर पानी में घोल बना लें, इसके बाद मिर्च की पौध की जड़ों को इस के घोल में 10 मिनट के लिए डूबा के रखें। यह प्रक्रिया अपनाने के बाद ही खेत में पौध प्रत्यारोपण करें। रोपाई के तुरन्त बाद खेत में हल्का पानी देना चाहिए।

  • मिर्च की पौध की रोपाई में लाइन से लाइन एवं पौधे से पौधे की दूरी 90-120 X 45-60 सेमी रखनी चाहिए।

  • मिर्च की रोप उपचार के लिए मायकोराइज़ा का उपयोग करने के बहुत लाभ हैं। माइकोराइजा एक ऐसा सहजीवी कवक है जो पौधे की जड़ों और उनके आस-पास की मिट्टी के बीच एक विशाल संबंध बनाने में सक्षम है, जिससे यह जड़ों के कार्य क्षेत्र का विस्तार करता है, और यह पौधे के लिए नाइट्रोजन और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व की उपलब्धता को भी बढ़ाता है।

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मध्य प्रदेश के इन इलाकों में भारी बारिश की संभावना, जानें मौसम पूर्वानुमान

monsoon

मध्य भारत में मानसून काफी सक्रीय बना हुआ है जिसके कारण मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अच्छी वर्षा हुई है और बारिश का दौर इन क्षेत्रों में अभी जारी रहने की संभावना बनी हुई है। बिहार, उत्तर प्रदेश झारखंड में भी भारी बारिश के आसार हैं। कोंकण गोवा, कर्नाटक तथा केरल में भी तेज बारिश की संभावना है। दिल्ली पंजाब हरियाणा उत्तरी राजस्थान सहित उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी बारिश तेज हो सकती है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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14 जून को मध्य प्रदेश की मंडियों में क्या रहे अलग अलग फसलों के भाव

Madhya pradesh Mandi bhaw

मंडी

फसल

न्यूनतम

अधिकतम

मॉडल

हरसूद

सोयाबीन

4500

6791

6701

हरसूद

तूवर

4775

5600

5400

हरसूद

गेहूँ

1600

1800

1640

हरसूद

चना

4000

4650

4625

हरसूद

मूंग

5500

6071

5953

रतलाम

गेहूँ शरबती

2470

3670

3200

रतलाम

गेहूँ लोकवन

1670

2121

1831

रतलाम

मक्का

1500

1520

1500

रतलाम

विशाल चना

4551

4700

4649

रतलाम

इटालियन चना

4400

5001

4721

रतलाम

डॉलर चना

5000

8600

7891

रतलाम

यलो सोयाबीन

6000

6910

6470

रतलाम

मटर

4002

4700

4390

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इंदौर मंडी में 14 जून को क्या रहे प्याज के भाव?

What were the prices of onions in Indore's mandi today

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वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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