आगे कैसा रहेगा प्याज भाव, देखें इंदौर मंडी की साप्ताहिक समीक्षा
पिछले हफ्ते इंदौर मंडी में प्याज के भाव की साप्ताहिक समीक्षा वीडियो के माध्यम से देखें और जानें आने वाले दिनों में प्याज भाव कैसा रह सकता है?
वीडियो स्रोत: यूट्यूब
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अजोला दुधारू पशुओं के लिए है एक वरदान
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नमस्कार किसान भाइयों हमारे देश की अर्थव्यवस्था में पशुपालन का महत्वपूर्ण स्थान है, हमारे यहां किसान की जोत का आकार दिन प्रतिदिन छोटा होता जा रहा है और किसान चाह कर भी, हरे चारे की खेती करने में खुद को असमर्थ पा रहे हैं। यही वजह है कि देश में हरे चारे की उपलब्धता बहुत कम होती जा रही है।
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ऐसे में पशुओं के लिए हरे चारे के रूप में अजोला एक अच्छा विकल्प है।
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अजोला उगाने के लिए हरे चारे की फसलों को उगाने की तरह उपजाऊ भूमि की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है।
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इसे किसी भी प्रकार की भूमि में गड्ढा खोदकर और उसमें पानी भर कर जलीय चारे के रूप में उगाया जा सकता है।
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अगर जमीन रेतीली है तो उसमे गड्ढे में प्लास्टिक की शीट बिछा कर पानी भर कर अजोला को उगाया जा सकता है।
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अजोला गाय, भैंस, मुर्गियों व बकरियों के लिए आदर्श चारा है।
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अजोला खिलाने से दुध देने वाले पशुओं के दूध उत्पादन में बढ़ोतरी होती है।
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जो मुर्गी सामान्य रूप से साल में 150 अंडे देती है उन्हें अजोला आहार के रूप में देने से वह साल में 180-190 अंडे तक दे सकती है।
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इतना ही नहीं, मछली उत्पादन में भी अजोला लाभकारी साबित हुआ है।
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अच्छी गुणवत्ता, पाचन शीलता और प्रचुर मात्रा में प्रोटीन का स्रोत होने के कारण अजोला किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
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होगी तेज बारिश व ओलावृष्टि, रहें तैयार, देखें मौसम पूर्वानुमान
अगले 24 घंटों के दौरान पहाड़ों पर भारी हिमपात जारी रहेगा। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों सहित पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और पूर्वोत्तर में वर्षा। मुंबई सहित गुजरात के पूर्वी जिलों में भी छिटपुट वर्षा की गतिविधियां संभव है। आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में भी हल्की वर्षा हो सकती है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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प्याज भाव में कैसी तेजी, देखें 22 जनवरी को इंदौर मंडी का हाल
वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 22 जनवरी के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?
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सोयाबीन भाव में आएगी कितनी तेजी, देखें बाजार विशेषज्ञों का विश्लेषण
सोयाबीन भाव में आने वाले दिनों में कितनी तेजी या मंदी देखने को मिल सकती है? वीडियो के माध्यम से देखें बाजार विशेषज्ञों की राय!
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प्याज में गुलाबी सड़न रोग की पहचान एवं नियंत्रण के उपाय
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प्रिय किसान भाइयों प्याज की फसल में होने वाला गुलाबी सड़न एक प्रमुख रोग है।
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इसका सबसे मुख्य लक्षण, प्याज़ की जड़ों का गुलाबी होकर सड़ जाना है, इसके कारण कंद का विकास बहुत अधिक प्रभावित होता है, कंद छोटा रह जाता है।
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इसके नियंत्रण के लिए निम्न उत्पादों का उपयोग कर सकते है।
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कीटाजिन 48% ईसी @ 400 मिली प्रति एकड़ या थायोफिनेट मिथाइल 70% डब्ल्यूपी @ 300 ग्राम प्रति एकड़ छिड़काव करें।
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जैविक नियंत्रण के रूप में ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम प्रति एकड़ मिट्टी उपचार के रूप में उपयोग करें एवं स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम प्रति एकड़ छिड़काव करें।
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आलू के कंद फटने के कारण एवं रोकथाम के उपाय
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किसान मित्रों आलू की फसल जब 80 -90 दिन की हो जाती है तो कंद फटने की समस्या मुख्यतः देखी जाती है।
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आलू की फसल में कंद फटने के निम्न कारण होते हैं जैसे – अत्यधिक नाइट्रोजन, खराब मिट्टी की संरचना, बोरॉन की कमी और कम रोपण घनत्व इस विकार के मुख्य कारण हैं। इसके अलावा खेत में अनियमित सिंचाई अर्थात खेत में ज्यादा सिंचाई के बाद में पूरी तरह से सूखने दें एवं अधिक सिंचाई दोबारा करने के कारण भी कंद फटने लगते है।
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कंदो पर कटे निशान, गले हुए धब्बे होने के कारण फफूंदी जनित रोगों एवं कीटों प्रकोप अधिक होने की सम्भावना रहती है।
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फसल उत्पादन का अच्छा बाजार मूल्य प्राप्त करने के लिए आलू अच्छा चमकदार, बड़े आकार का होना चाहिए।
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आलू में अच्छी चमक एवं फटने से रोकने के लिए बोरॉन 500 ग्राम + कैल्शियम नाइट्रेट 1 किलो प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
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एक समान सिंचाई और उर्वरकों की सही मात्रा उपयोग करने से कंदों को फटने से रोका जा सकता है।
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जिन क्षेत्रों में यह समस्या हर वर्ष देखने को मिलती है वहाँ धीमी वृद्धि करने वाले किस्मों का उपयोग करें इससे भी इस विकार को कम कर सकते है।
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राजस्थान एमपी सहित कई राज्यों में अब होगी बारिश, देखें मौसम पूर्वानुमान
22 और 23 जनवरी के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में बहुत अच्छा स्नोफॉल हो सकता है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में अच्छी बारिश की संभावना है। मुंबई, नासिक में भी छिटपुट वर्षा संभव है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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किसानों को हर माह मिलेगा 3000 रूपये, कराएं फ्री रजिस्ट्रेशन
सरकार द्वार चलाई जा रही प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना से किसानों को हर महीने 3000 रूपये पेंशन के तौर पर मिलते हैं। इस योजना के अंतर्गत 60 वर्ष की आयु के बाद किसान को पेंशन दिया जाता है।
18 वर्ष से 40 वर्ष तक के किसान इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। इसमें उम्र के आधार पर मासिक रूप से अंशदान करना होता है। यह अंशदान मासिक 55 रुपये से 200 रुपये तक हो सकता है।
इस योजना में रजिस्ट्रेशन हेतु किसान को कॉमन सर्विस सेंटर जाना होगा जहाँ किसान को आधार कार्ड तथा खसरा खतियान की छाया प्रति ले जानी होगी। साथ ही 2 पासपोर्ट साइज की फोटो व बैंक के पासबुक की भी जरुरत पड़ती है। बता दें की इस योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए आपको किसी प्रकार का फीस देने की जरुरत नहीं होती है।
स्रोत: कृषि जागरण
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