अजोला दुधारू पशुओं के लिए है एक वरदान

  • नमस्कार किसान भाइयों हमारे देश की अर्थव्यवस्था में पशुपालन का महत्वपूर्ण स्थान है, हमारे यहां किसान की जोत का आकार दिन प्रतिदिन छोटा होता जा रहा है और किसान चाह कर भी, हरे चारे की खेती करने में खुद को असमर्थ पा रहे हैं। यही वजह है कि देश में हरे चारे की उपलब्धता बहुत कम होती जा रही है।         

  • ऐसे में पशुओं के लिए हरे चारे के रूप में अजोला एक अच्छा विकल्प है।

  • अजोला उगाने के लिए हरे चारे की फसलों को उगाने की तरह उपजाऊ भूमि की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है।

  • इसे किसी भी प्रकार की भूमि में गड्ढा खोदकर और उसमें पानी भर कर जलीय चारे के रूप में उगाया जा सकता है।

  • अगर जमीन रेतीली है तो उसमे गड्ढे में प्लास्टिक की शीट बिछा कर पानी भर कर अजोला को उगाया जा सकता है।

  • अजोला गाय, भैंस, मुर्गियों व बकरियों के लिए आदर्श चारा है। 

  • अजोला खिलाने से दुध देने वाले पशुओं के दूध उत्पादन में बढ़ोतरी होती है।

  • जो मुर्गी सामान्य रूप से साल में 150 अंडे देती है उन्हें अजोला आहार के रूप में देने से वह साल में 180-190 अंडे तक दे सकती है।

  • इतना ही नहीं, मछली उत्पादन में भी अजोला लाभकारी साबित हुआ है। 

  • अच्छी गुणवत्ता, पाचन शीलता और प्रचुर मात्रा में प्रोटीन का स्रोत होने के कारण अजोला किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

See all tips >>