पूरे देश में भारी बारिश का अनुमान, देखें मौसम पूर्वानुमान

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मानसून ने फिर से तेजी दिखाई है और कई राज्यों में आगे बढ़ने लगा है। इसके कारण कई क्षेत्रों में तेज बारिश हो रही है जिससे जून में जो अभी तक मानसून की कमी थी उसकी भरपाई होने की उम्मीद जाग गई है। उत्तर भारत में प्री मानसून गतिविधियां जारी रहेंगे। पूर्वी उत्तर पूर्वी तथा दक्षिण भारत में मानसून तेजी पकड़ेगा। मध्य भारत में भी कई स्थानों पर बारिश और मेघ गर्जना संभव है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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केले व हल्दी की खेती ने बनाया लखपति, आप भी अपनाएं ये तकनीक

खेती योग्य भूमि का क्षेत्रफल हर बीतते साल के साथ कम होता जा रहा है, ऐसे में फसल उत्पादन पर भारी असर पड़ता दिख रहा है। इन मुश्किलों के बीच उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में रहने वाले किसान अमरेंद्र प्रताप ने एक बढ़िया तोड़ निकाल लिया है। सहफसली यानी मिश्रित खेती की तकनीक को अपनाकर वह लाखों की कमाई कर रहे हैं।

इस तकनीक के जरिए अमरेंद्र प्रताप एक ही खेत में कई तरह की फसलें उगा रहे हैं। इस समय उन्होंने अपने खेत में केले के साथ हल्दी की फसल लगाई है। बता दें कि केले की फसल और हल्दी की फसल एक साथ लगाने से दोनों फसलों के उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। विशेषज्ञों की मानें तो केले की फसल में हल्दी की खेती फायदेमंद साबित होती है। 

केले की फसल के साथ हल्दी की खेती

पांच साल पहले बाराबंकी के अमरेंद्र ने एक हेक्टेयर रकबे में केले की फसल लगाई थी। इसके बाद आधुनिक तकनीक को अपनाते हुए उन्होंने सहफसली खेती की शुरूआत की। जहां अमरेंद्र ने साढ़े चार हेक्टेयर में केले के साथ हल्दी की खेती की। इसकी मदद से अब वह प्रति हेक्टेयर भूमि से 10 लाख रूपए की शुद्ध कमाई के अलावा हल्दी की फसल से 3 -4 लाख रूपए का अतिरिक्त मुनाफा प्राप्त कर रहे हैं। 

इतना ही नहीं अमरेंद्र प्रताप केले, तरबूज, खरबूजा, खीरा, हल्दी और मशरूम जैसी करीब एक दर्जन फसलों की खेती कर रहे हैं। सहफसली तकनीक को अपनाकर इन्होंने अपनी खेती को मुनाफे वाला बना दिया है। अमरेंद्र प्रताप की इस कामयाबी के लिए उन्हें प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा उन्नतशील खेती के लिए सम्मानित किया जा चुका है। 

स्रोत: आज तक

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मध्यप्रदेश मंडियों में जानें क्या रहे चने के भाव?

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे गौतमपुर, महू, खंडवा, खरगोन, धार और सनावद आदि में क्या चल रहे हैं चने के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में चना के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

गौतमपुरा

3,800

3,800

महू

4,261

4,326

खंडवा

3,851

4,225

खरगोन

3,600

4,420

सनावद

4,250

5,355

धार

3,200

4,740

देवास

1,650

1,771

पिपलिया

3,601

4,380

अशोकनगर

4,205

4,550

राघौगढ़

4,195

4,340

श्‍योपुरबड़ौद

4,091

4,271

छिन्दवाड़ा

800

1,000

सिवनी

4,100

4,100

बेगमगंज

3,800

4,450

खिरकिया

3,800

4,360

टिमरनी

3,800

4,316

टीकमगढ़

4,225

4,225

स्रोत: मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड

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मध्यप्रदेश मंडियों में 17 जून को क्या रहे प्याज़ के भाव?

Onion Mandi Bhaw

आज मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे मंदसौर, देवास, छिंदवाड़ा, जावरा, खंडवा और कालापीपल आदि में क्या चल रहे हैं प्याज़ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में प्याज़ के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

छिंदवाड़ा

800

1000

देवास

300

1000

हाटपिपलिया

800

1200

जबलपुर

700

1100

जावरा

500

1200

कालापीपाल

210

1400

खंडवा

400

700

खरगोन

500

1500

खरगोन

500

1500

कुक्षी

500

900

मन्दसौर

120

1251

सबलगढ़

1000

1000

सैलान

150

1400

सांवेर

775

975

सतना

600

700

सेंधवा

265

600

थांदला

900

1000

टिमरनी

500

800

स्रोत: एगमार्कनेट

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आगे बढ़ी पीएम किसान ई-केवाईसी की अंतिम तारीख, जानें पूरी प्रक्रिया

देश की आधी से ज्यादा आबादी कृषि व्यवसाय पर निर्भर है। ऐसे में किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। इनमें से एक ‘पीएम किसान सम्मान निधि योजना’ है। इसके माध्यम से किसानों के खाते में सीधे तौर पर सलाना 6 हजार रूपए की राशि भेजी जाती है।

प्रति वर्ष हर चार माह के अंतराल में 2 हजार रूपए की तीन किस्त किसानों के खाते में भेजी जाती हैं। आंकड़ों के अनुसार देश के लगभग 10 करोड़ किसान परिवार इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। हालांकि अब सरकार ने योजना का लाभ उठाने के लिए ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया है।

लेकिन डेड लाइन देने के बाद भी कई किसान ई-केवाईसी नहीं करवा पाएं हैं। ऐसे में सरकार ने राहत देते हुए इसकी अंतिम तारीख 31 मई से बढ़ाकर 31 जुलाई कर दी है। हालांकि डेडलाइन से पहले ई-केवाईसी न करवाने पर किसान भाई अगली किस्त से वंचित रह सकते हैं।

ई-केवाईसी कराने की प्रक्रिया

ई-केवाईसी के लिए पीएम किसान योजना की वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं। यहां दाईं तरफ फार्मर कॉर्नर के नीचे ई-केवाईसी टैब पर क्लिक करें। इसके बाद एक नया पेज ओपन होगा, यहां आधार नंबर डालकर सर्च टैब पर क्लिक करें। अब आपके आधार में रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर पर ओटीपी आएगा, जिसे आपको सब्मिट करना है। इस तरह ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

स्रोत: आज तक

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मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi rates

आज मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे पन्ना, कालापीपल, लटेरी और अजयगढ़ आदि में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में गेहूं के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

पन्ना

1,850

1,860

कालापीपल

1,800

2,015

अलोट

1,960

2,050

पथरिया

1,801

1,979

कालापीपल

2,000

2,560

अजयगढ़

1,900

1,915

श्योपुरबड़ोद

1,959

2,001

लटेरी

1,715

1,925

आलमपुर

1,910

1,974

सिरोंज

1,850

2,900

लटेरी

2,345

2,730

स्रोत: राष्ट्रीय कृषि बाजार

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जानिए, कपास की खेती में ड्रिप सिंचाई का महत्व

👉🏻किसान भाइयों, ड्रिप इरिगेशन सिस्टम तकनीक की सहायता से कपास की फसल में 60 से 70 प्रतिशत तक पानी की बचत होती है। 

👉🏻इस विधि से फसलों की पैदावार में काफी हद तक वृद्धि देखी गई है। 

👉🏻फसलों को उगाने के लिए ड्रिप सिंचाई सबसे कुशल जल और पोषक तत्व वितरण प्रणाली है। 

👉🏻यह पानी और पोषक तत्वों को सीधे पौधे की जड़ों के क्षेत्र में, सही मात्रा में, सही समय पर पहुंचता है। 

👉🏻प्रत्येक पौधे को ठीक से पोषक तत्व, पानी मिलता है, जब उसे इसकी आवश्यकता होती है।  

👉🏻ड्रिप सिंचाई से पानी, बिजली, श्रम एवं लागत की बचत होती है और आवश्यक उर्वरक की मात्रा में कमी आती है। 

👉🏻इसके उपयोग से खरपतवारों पर भी लगाम लगाई जा सकती है, इसके प्रयोग से आर्द्रता का स्तर भी अनुकूल बना रहता है।

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संपूर्ण देश में झमाझम बारिश के आसार, मानसून हो रहा है असरदार

know the weather forecast,

पूरे भारत में बारिश अब बढ़ने लगी है तथा कई राज्यों में तेज बारिश के आसार हैं। पूर्वोत्तर राज्यों में भारी से अति भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है। बिहार झारखंड पश्चिम बंगाल सहित अब मध्य प्रदेश ओडिशा उत्तर प्रदेश पंजाब हरियाणा दिल्ली आदि राज्य में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। राजस्थान गुजरात तथा पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ भागों में हल्की बारिश और एक-दो स्थानों पर मध्यम बारिश संभव है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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देश के विभिन्न मंडियों में 16 जून को क्या रहे फलों और फसलों के भाव?

Todays Mandi Rates

मंडी

कमोडिटी

न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में)

अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में)

रतलाम

प्याज़

3

4

रतलाम

प्याज़

5

7

रतलाम

प्याज़

8

9

रतलाम

प्याज़

10

12

रतलाम

लहसुन

5

9

रतलाम

लहसुन

9

24

रतलाम

लहसुन

21

35

रतलाम

लहसुन

33

75

रतलाम

आलू

16

रतलाम

टमाटर

35

40

रतलाम

हरी मिर्च

25

32

रतलाम

तरबूज

8

10

रतलाम

खरबूजा

12

14

रतलाम

आम

38

रतलाम

आम

30

रतलाम

आम

35

45

रतलाम

केला

22

रतलाम

पपीता

12

16

रतलाम

अनार

80

100

कोचीन

अनन्नास

50

कोचीन

अनन्नास

49

कोचीन

अनन्नास

56

कानपुर

प्याज़

5

7

कानपुर

प्याज़

10

कानपुर

प्याज़

11

13

कानपुर

प्याज़

13

14

कानपुर

लहसुन

10

कानपुर

लहसुन

15

20

कानपुर

लहसुन

30

32

कानपुर

लहसुन

35

70

विजयवाड़ा

आलू

25

विजयवाड़ा

करेला

30

विजयवाड़ा

भिन्डी

25

विजयवाड़ा

बैंगन

20

विजयवाड़ा

फूलगोभी

40

विजयवाड़ा

अदरक

40

विजयवाड़ा

पत्ता गोभी

30

विजयवाड़ा

गाजर

40

विजयवाड़ा

खीरा

30

विजयवाड़ा

शिमला मिर्च

50

विजयवाड़ा

टमाटर

45

विजयवाड़ा

हरी मिर्च

35

विजयवाड़ा

प्याज़

25

वाराणसी

प्याज़

10

12

वाराणसी

प्याज़

13

14

वाराणसी

प्याज़

14

15

वाराणसी

प्याज़

10

12

वाराणसी

प्याज़

14

15

वाराणसी

प्याज़

15

16

वाराणसी

लहसुन

10

15

वाराणसी

लहसुन

15

20

वाराणसी

लहसुन

20

25

वाराणसी

लहसुन

25

35

वाराणसी

आलू

14

16

वाराणसी

अदरक

34

35

वाराणसी

आम

28

35

वाराणसी

अनन्नास

20

30

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समय पर लोन चुकाने वालें किसान भाईयों को मिलेगी 50% की छूट

मौसम की अनिश्चितता की वजह से किसान भाईयों को खेती में हमेशा नुकसान का डर बना रहता है। जहां कई बार तो बाढ़ या सूखे के चलते पूरी की पूरी फसल बर्बाद हो जाती है। ऐसे में किसानों को आर्थिक राहत पहुंचाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कम ब्याज पर लोन दिया जाता है। 

इसी कड़ी में कोरोना काल के दौरान राजस्थान सरकार ने अपने प्रदेश के किसानों के लिए एक खास योजना लागू की थी। इसके अन्तर्गत राजस्थान सरकार ने ‘एकमुश्त समझौता योजना’ शुरू की गई थी। इसके माध्यम से सहकारी भूमि विकास बैंकों के द्वारा किसानों को बहुत कम ब्याज पर लोन उपलब्ध कराया जाता है। 

हालांकि कई किसान समयावधि पूर्ण होने बाद भी लोन का भुगतान नहीं कर पाए हैं। किसान भाईयों की आर्थिक मजबूरी समझते हुए राज्य सरकार ने इस योजना में नया अपडेट जारी किया है। इसके अनुसार सहकारी भूमि विकास बैंकों के द्वारा लिए गए लोन को समय पर चुकाने पर किसानों को ब्याज में छूट दी जाएगी। 

आदेशानुसार लोन चुकाने की अंतिम तारीख 30 जून, 2022 तय की गई है। इस तय तिथि पर लोन का भुगतान करने पर किसानों के ब्याज और दंडनीय ब्याज को 50% तक मांफ कर दिया जाएगा। इसके अलावा जिन ऋणी किसानों की मृत्यू हो गई है, उनके परिवार को हर तरह की दंडनीय राशि से राहत दी गई है। हालांकि इनके वारिसान को मूलधन जमा कराना अनिवार्य होगा। 

स्रोत: किसान समाधान

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