देश के विभिन्न शहरों में फलों और फसलों की कीमतें क्या हैं? |
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मंडी |
फसल |
न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में) |
अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में) |
रतलाम |
अदरक |
23 |
25 |
रतलाम |
आलू |
21 |
23 |
रतलाम |
टमाटर |
32 |
36 |
रतलाम |
हरी मिर्च |
26 |
32 |
रतलाम |
कद्दू |
12 |
15 |
रतलाम |
भिन्डी |
18 |
22 |
रतलाम |
नींबू |
25 |
36 |
रतलाम |
फूलगोभी |
15 |
16 |
रतलाम |
बैंगन |
13 |
16 |
रतलाम |
आम |
30 |
33 |
रतलाम |
आम |
40 |
45 |
रतलाम |
आम |
30 |
34 |
रतलाम |
पपीता |
14 |
16 |
रतलाम |
खीरा |
15 |
18 |
रतलाम |
करेला |
18 |
20 |
रतलाम |
शिमला मिर्च |
28 |
30 |
लखनऊ |
प्याज़ |
9 |
10 |
लखनऊ |
प्याज़ |
12 |
13 |
लखनऊ |
प्याज़ |
14 |
– |
लखनऊ |
प्याज़ |
15 |
– |
लखनऊ |
प्याज़ |
10 |
– |
लखनऊ |
प्याज़ |
13 |
– |
लखनऊ |
प्याज़ |
15 |
– |
लखनऊ |
प्याज़ |
16 |
– |
लखनऊ |
लहसुन |
15 |
– |
लखनऊ |
लहसुन |
20 |
26 |
लखनऊ |
लहसुन |
34 |
38 |
नासिक |
प्याज़ |
3 |
7 |
नासिक |
प्याज़ |
4 |
8 |
नासिक |
प्याज़ |
5 |
12 |
नासिक |
प्याज़ |
8 |
16 |
रतलाम |
प्याज़ |
4 |
6 |
रतलाम |
प्याज़ |
8 |
11 |
रतलाम |
प्याज़ |
12 |
14 |
रतलाम |
प्याज़ |
14 |
15 |
रतलाम |
लहसुन |
7 |
14 |
रतलाम |
लहसुन |
15 |
24 |
रतलाम |
लहसुन |
26 |
34 |
रतलाम |
लहसुन |
40 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
11 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
15 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
16 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
17 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
11 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
15 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
16 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
17 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
15 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
20 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
21 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज़ |
22 |
– |
गुवाहाटी |
लहसुन |
22 |
27 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
28 |
35 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
35 |
40 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
40 |
42 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
23 |
26 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
27 |
35 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
35 |
40 |
गुवाहाटी |
लहसुन |
40 |
42 |
आगरा |
पत्ता गोभी |
18 |
– |
आगरा |
करेला |
15 |
– |
आगरा |
लौकी |
10 |
– |
आगरा |
बैंगन |
14 |
– |
आगरा |
हरी मिर्च |
30 |
– |
आगरा |
शिमला मिर्च |
25 |
– |
आगरा |
भिन्डी |
25 |
– |
आगरा |
आलू |
23 |
– |
आगरा |
फूलगोभी |
20 |
– |
आगरा |
गाजर |
20 |
– |
ग्रामोफ़ोन से मंगाएं सारे कृषि सामान, जीतें बाइक टीवी फ्रिज मोबाइल का इनाम
ग्रामोफ़ोन पिछले माह से मध्यप्रदेश और राजस्थान के कई क्षेत्रों में ‘ग्रेट ग्रामोफ़ोन धमाका’ का शानदार ऑफर चला रहा है। इस ऑफर में किसान भाई 2500 रूपये की खरीदी कर के लकी ड्रॉ का हिस्सा बन रहे हैं। इस लकी ड्रा में बाइक, टीवी, फ्रिज, मोबाइल और मिक्सर जैसे शानदार उपहार शामिल हैं। किसान भाई इस ऑफर में जोर शोर से भाग ले रहे हैं और किसानों के इसी जोश को देखते हुए ‘ग्रेट ग्रामोफ़ोन धमाका’ ऑफर को पूरे जुलाई माह में भी जारी रखा जा रहा है।
वैसे भी किसान भाई अपनी खेती किसानी के लिए बाजार से कृषि प्रोडक्ट्स की खरीदी तो करते ही हैं, अगर यही खरीदी किसान ग्रामोफ़ोन ऐप से करेंगे तो उन्हें सभी टॉप ब्रांड के 100% ऑरिजनल प्रोडक्ट सही दाम पर फ्री होम डिलीवरी के साथ मिलेंगे। इसके अलावा अगर किसान का नाम लकी ड्रॉ में आ जाए तो वे बाइक, टीवी, फ्रिज, मोबाइल और मिक्सर भी जीत सकते हैं।
यह ऑफर मध्य प्रदेश और राजस्थान के किसानों के लिए लागू है। सभी क्षेत्रों में मिला कर कुल 4 बाइक, 8 एलईडी टीवी, 12 फ्रिज, 20 मोबाइल और 32 मिक्सर किसान भाई जीत सकते हैं। यह ऑफर सिर्फ 31 जुलाई तक के लिए लागू है।
तो देर ना करें और आज ही ग्रामोफ़ोन ऐप के बाजार सेक्शन में जाएँ और “ग्रेट ग्रामोफ़ोन धमाका” में भाग लेते हुए 2500 रूपये के कृषि उत्पादों की खरीदी जरूर करें और लकी ड्रॉ में शामिल होकर आकर्षक इनाम जीतें।
नियम व शर्तें |
यह ऑफर निमाड़ (खंडवा खरगोन बड़वानी) क्षेत्र में 12 मई से शुरू होकर सीमित समय के लिए लागू है। |
यह ऑफर निमाड़ के अलावा मध्य प्रदेश के अन्य क्षेत्रों व राजस्थान में 1 जून से शुरू होकर सीमित समय के लिए लागू है। |
इस ऑफर के अंतर्गत आप 2500 रूपए से अधिक की खरीदी करने पर कई आकर्षक ईनाम जीत सकते हैं। |
इस ऑफर के अंतर्गत आप कोई भी कृषि उत्पाद खरीद सकते हैं। |
विजेताओं की घोषणा ग्रामोफ़ोन द्वारा ऑफर की समाप्ति पर की जाएगी। |
यह ऑफर कंपनी की पॉलिसी एवं स्वेच्छा पर निर्भर है। |
किसी भी तरह की समस्या आने पर अंतिम निर्णय कंपनी का ही होगा। |
ग्रामोफ़ोन नोटिस या सूचना के बिना किसी भी समय इस के किसी भी नियम और शर्तों को समाप्त कर सकता है या बदल सकता है। |
ऑफर में दिए जाने वाले उपहार पोस्टर में दिखाए गए उपहारों की फोटोज से अलग हो सकते हैं। |
विजेता को बाइक शोरूम मूल्य पर उपलब्ध होगी, रजिस्ट्रेशन व इंश्योरेंस चार्ज विजेता किसान द्वारा वहन किया जायेगा। |
ऑर्डर कैंसल होने की स्थिति में कोई भी उपहार नहीं दिए जाएंगे। |
कंपनी बिना किसी पूर्व सूचना के किसी भी समय ऑफर को वापस लेने का अधिकार रखती है। |
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खरीफ मौसम में इन फसलों से होगा बढ़िया मुनाफा, जारी हुई एडवाइजरी
खरीफ मौसम में किसान भाईयों को फायदा पहुंचाने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के विशेषज्ञों ने एडवाइजरी जारी की है। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे मौसम में अधिक लाभ पाने के लिए सब्जियों की खेती करना उचित है। खरीफ मौसम में खेत में सबसे ज्यादा नमी पाई जाती है, जो कि चारे की पैदावार के लिए भी बढ़िया मानी जाती है। इसके अलावा मक्का की बुवाई के लिए भी यह सही समय है।
इन फसलों की करें बुवाई
वैज्ञानिकों के मुताबिक इस मौसम में प्याज, भिंडी, सेम, लोबिया, खीरा, करेला, पालक और चौलाई आदि सब्जियों की बुवाई कर सकते हैं। इसके लिए बीज प्रमाणिक स्रोत से ही खरीदें ताकि फसल की बढ़िया पैदावार प्राप्त हो सके। हालांकि यह ध्यान रहे कि खेत की मिट्टी ऐसी हो जिसमें बीज का जमाव अच्छे से हो सके।
दीमक और सफेद लट से बचाव जरूरी
बुवाई से पहले मिट्टी में देसी खाद का प्रयोग ज्यादा करें। इसके लिए सड़ी हुई गोबर से खाद बनाए। देसी खाद के प्रयोग से दीमक और सफेद लट के बचाव के साथ ही मिट्टी में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ती है। साथ ही भूमि की जल धारण क्षमता भी बढ़ती है।
इसके अलावा बारिश के पूर्वानुमान के अनुसार किसी भी तरह का छिड़काव न करने की सलाह दी है। किसानों को अच्छी पैदावार प्राप्त हो सके, इसके लिए खड़ी फसलों व सब्जी नर्सरियों में प्रबंधन जरूर करें।
स्रोत : टीवी9
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मध्यप्रदेश की चुनिंदा मंडियों में क्या चल रहे लहसुन के भाव?
मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे देवास, गरोठ, बदनावर और मनावर आदि में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
विभिन्न मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव |
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कृषि उपज मंडी |
न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
बदनावर |
500 |
2151 |
देवास |
400 |
800 |
गरोठ |
2500 |
2700 |
जावद |
1601 |
7911 |
मनावर |
2200 |
2400 |
मनावर |
2300 |
2500 |
पिपल्या |
500 |
700 |
स्रोत: एगमार्कनेट
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मध्यप्रदेश मंडियों में क्या चल रहे टमाटर के भाव?
आज मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे बड़वानी, खरगोन, देवास, धार और हाटपिपलिया आदि में क्या चल रहे हैं टमाटर के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
विभिन्न मंडियों में टमाटर के ताजा मंडी भाव |
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कृषि उपज मंडी |
न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
बड़वानी |
1300 |
1300 |
छिंदवाड़ा |
600 |
800 |
देवास |
700 |
1200 |
देवास |
800 |
1500 |
धार |
1900 |
2050 |
धार |
1900 |
2050 |
हाटपिपलिया |
1400 |
2200 |
हाटपिपलिया |
1600 |
2000 |
खरगोन |
500 |
1000 |
सेंधवा |
1500 |
2000 |
सिराली | 3000 | 3000 |
स्रोत: एगमार्कनेट प्रोजेक्ट
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जानिए, टमाटर के साथ गेंदा अंतरवर्ती फसल लेने के फायदे?
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टमाटर की फसल में गेंदे की फसल एक ट्रैप फसल होती है जिसमे फल छेदक इल्ली के वयस्क, टमाटर की तुलना में गेंदे के फूलों पर अधिक आकर्षक होते है और अंडे देते हैं। इससे फल छेदक के प्रकोप से टमाटर की फसल को बचा सकते है
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ट्रैप पंक्ति (गेंदे) और टमाटर पर, लार्वा के प्रकोप का अनुपात 3:1 है।
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इससे मुख्य फसल में कम क्षति देखी गयी है। लेकिन गेंदे (जाल) पर उच्च लार्वा आकर्षित हुए। यह अन्य उपचारों की तुलना में काफी बेहतर है। इसमें खर्च भी कम आती है है और फसल भी प्रभावित नहीं होता है, साथ ही गेंदे का भी उत्पादन होता है जिससे भी लाभ कमा सकते है।
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जानिए, धान की रोपाई करते समय खेत को मचाना क्यों जरूरी है?
धान की खेती गहरे पानी में की जाती है। धान के पौधों की रोपाई से पहले पडलिंग (Puddling) की प्रक्रिया बेहद जरुरी होती है। यह एक तरह से खेत की गीली जुताई होती है। इसके लिए खेत की अंतिम जुताई के बाद खेत में पानी भरकर देशी हल, प्लाऊ या कल्टीवेटर की मदद से मिट्टी को अच्छी तरह मथा जाता है। इससे मिट्टी नरम हो जाती है तथा रोपाई में आसानी होती है। पडलिंग की प्रक्रिया से पौधों को आवश्यक पोषक तत्वों की उपलब्धता आसानी से हो जाती है। वहीं मिट्टी की उर्वरक क्षमता में इजाफा होता है।
धान की खेती के लिए पडलिंग का महत्व
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यह खेत की तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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भूमि में कीचड़ मचाने की प्रक्रिया से मिट्टी की गुणवत्ता में स्थायी सुधार होता है।
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इससे वर्षा के जल के संरक्षण में मदद मिलती है एवं सिंचाई के जल को कुशलतापूर्वक उपयोग किया जा सकता है।
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पडलिंग से मिट्टी के कटाव में कमी आती है। इससे पौधों के स्थापित होने में मदद मिलती है। मिट्टी के पडलिंग से धान की रोपाई में सटीकता आती है।
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इस प्रक्रिया से, मिट्टी की उर्वरक क्षमता बढ़ती है तथा पौधों को समान मात्रा में सिंचाई का जल मिलता है।
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खरपतवार नियंत्रण रहता है।
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मध्य प्रदेश राजस्थान समेत कई राज्यों में होगी भारी से अति भारी बारिश
बंगाल की खाड़ी में एक के बाद एक निम्न दबाव के क्षेत्र बनेंगे जो मध्य भारत की ओर चलते हुए गुजरात तक पहुंचेंगे। ओडिशा छत्तीसगढ़ तेलंगाना महाराष्ट्र मध्य प्रदेश के कई भागों सहित दक्षिणी राजस्थान गुजरात मुंबई और देश के पश्चिमी तटों पर भारी बारिश की संभावना है। उत्तर भारत के राज्यों में हल्की वर्षा हो सकती है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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कस्टम हायरिंग केंद्रों की स्थापना पर मिल रही बंपर सब्सिडी
देशभर में कस्टम हायरिंग केंद्रों को स्थापित करने पर जोर दिया जा रहा है। इसे स्थापित करने का उद्देश्य खेती में आधुनिक कृषि यंत्रो को बढ़ावा देना है, ताकि हर किसान कम दरों पर कृषि यंत्रों का लाभ उठा सकें। इसके साथ ही कस्टम हायरिंग केंद्रों के जरिए ग्रामीणों को भी रोजगार प्राप्त होगा। इसकी स्थापना के लिए सरकार किसानों, ग्राम पंचायतों, उद्यमियों और सहकारी समितियों को अनुदान भी दे रही है।
इसी क्रम में मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य में 3,000 नये कस्टम हायरिंग केंद्रों को स्थापित करने का ऐलान किया है। इस योजना के तहत सरकार कस्टम हायरिंग केंद्रों की स्थापना पर किसानों को 25 लाख तक का अनुदान दे रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण इस योजना से फायदा उठा सकें। इसके अलावा इस योजना से लोन पर 3% का एक्स्ट्रा ब्याज सब्सिडी के रूप में दिया जाएगा। कृषि क्षेत्र को उन्नत बनाने के लिए सरकार 4 नये कौशल विकास केंद्र शुरू करने की भी तैयारी कर रही है।
स्रोत: किसान समाधान
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बिजली उपभोक्ताओं को सरकार का तोहफा, होगा 780 रूपए तक का लाभ
राजस्थान सरकार राज्य के बिजली उपभोगक्ताओं के लिए एक तोहफा लेकर आई है। इसके तहत उपभोक्ताओं को बिजली बिल में 780 रूपए तक का फायदा होगा। इस योजना में बीपीएल, लघु घरेलु और सामान्य घरेलु उपभोक्तओं को शामिल किया गया है। जिन्हें प्रति यूनिट बिजली दर के हिसाब से बिजली बिल में 256 रूपए से लेकर अधिकतम 780 रूपए तक का लाभ होगा।
इस योजना के तहत 50 यूनिट बिजली खर्च करने पर उपभोक्ता को एक भी रूपए नहीं भरने होगें। कहने का मतलब यह है कि 50 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर न तो उसका फिक्स चार्ज भरना होगा और न ही टैक्स या और कुछ देना पड़ेगा। वहीं इस योजना का सबसे ज्यादा फायदा राज्य के बीपीएल और लघु घरेलू उपभोक्ताओं को होगा। वो इसलिए क्योंकि पहले से ही इन उपभोगक्ताओं को आम उपभोक्ताओं के मुकाबले प्रति यूनिट बिजली दर सस्ती मिल रही है। जहां इस योजना के बाद अब इन उपभोक्ताओं को दोगुना लाभ मिलेगा।
स्रोत: भास्कर
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