इस योजना के अंतर्गत खरीदें सिंचाई उपकरण, मिलेगी 80 से 90% की सब्सिडी

Buy irrigation equipment under this scheme, will get 80 to 90% subsidy

कृषि कार्यों में फसल की सिंचाई का एक अहम स्थान होता है और इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत किसानों को सिंचाई उपकरणों की खरीदी पर सब्सिडी मिलती है।

इस योजना के अंतर्गत जहाँ सामान्य किसानों को 80% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती दी है, तो वहीं लघु और सूक्ष्म किसानों को 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है। इस योजना के लिए किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

किसानों को पंजीकृत फर्म से सिंचाई उपकरण खरीदने के बाद आवेदन के साथ बिल दफ्तर में जमा करना होता है। जब आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो किसानों को लागत पर 80 से 90% सब्सिडी दी जाती है। इस योजना के लिए केंद्र द्वारा 75% अनुदान दिया जाता है तो वहीं 25% खर्च राज्य सरकार द्वारा किया जाता है।

स्रोत: कृषि जागरण

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मंडी भाव: मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या है सब्जियों के भाव?

Mandi Bhaw

इंदौर डिवीज़न के अंतर्गत आने वाले बड़वानी जिले के सेंधवा मंडी में टमाटर, पत्ता गोभी, फूलगोभी, बैंगन, भिण्डी, लौकी आदि सब्जियों का भाव क्रमशः 700, 825, 1025, 850 और 900 रुपये प्रति क्विंटल है।

इसके अलावा उज्जैन डिवीज़न के अंतर्गत आने वाले शाजापुर जिले के मोमनबडोदिया मंडी में मिल क्वालिटी की गेहूं का मंडी भाव 1934 रुपये प्रति क्विंटल है और इसी मंडी में सोयाबीन का भाव 3765 रुपये प्रति क्विंटल है।

बात करें ग्वालियर डिवीज़न के अंतर्गत आने वाले अशोक नगर जिले के पिपरई मंडी में चना, मसूर और सोयाबीन का मंडी भाव क्रमशः 4775, 5200 और 3665 रुपये प्रति क्विंटल है। ग्वालियर के ही भिंड मंडी में बाजरा 1290 रूपये प्रति क्विंटल और खनियाधाना मंडी में मिल क्वालिटी की गेहूं का मंडी भाव 1925 रुपये प्रति क्विंटल है।

स्रोत: किसान समाधान

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पिछले साल की तुलना में इस साल एमएसपी पर ज्यादा कपास खरीदेगी सरकार

Government will buy more cotton on MSP this year than last year

खरीफ फ़सलों की कटाई चल रही है और समर्थन मूल्य पर इसकी खरीदी की तैयारी भी सरकार ने शुरू कर दी है। इस साल कपास की खरीदी का लक्ष्य सरकार पिछले साल की तुलना में बढ़ा दिया है। इस साल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कपास के 125 लाख गांठ की खरीदी का लक्ष्य रखा गया है।

ग़ौरतलब है की एक गाँठ में 170 किलो होता है और पिछले साल सरकार ने 105.24 लाख गांठ कपास की खरीद की थी। सरकार इस साल करीब 20 लाख गांठ ज्यादा खरीदने की तैयारी में है।

कृषि मंत्रालय के अनुसार कपास की खरीद पर इस बार 35,000 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। वहीं पिछले खरीफ सीजन में यह खर्च 28,500 करोड़ रुपये का रहा था। मंत्रालय का अनुमान है की इस साल कपास का उत्पादन बढ़कर 360 लाख गांठ हो सकता है जो पिछले साल की तुलना में 357 लाख गांठ से ज्यादा है।

स्रोत: फ़सल क्रांति

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मौसम की मार से परेशान किसानों को म.प्र. सरकार देगी 4000 करोड़ का मुआवजा

MP Government will give compensation of 4000 crores to farmers distressed due to weather

इस साल भारी बारिश की वजह से बाढ़ आने और कीट-रोग के प्रकोप के कारण फ़सलों को काफी नुकसान हुआ है। फसल को हुए नुकसान के आकलन हेतु केंद्र सरकार के ने एक टीम को भेजा था। मध्यप्रदेश में आकलन का काम पूर्ण हो चुका है अब सिर्फ किसानों को सहायता राशि मिलने का इंतजार है।

इस विषय पर सीएम शिवराज चौहान ने कहा है कि “प्रदेश में बाढ़ एवं कीट-व्याधि से प्रभावित हुए किसानों को हर हालत में पूरी सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।” ग़ौरतलब है की प्रदेश में बाढ़ एवं कीट व्याधि से लगभग 40 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें प्रभावित हुई हैं, जिनके लिए लगभग 4,000 करोड़ रुपए का मुआवजा संभावित है। गत वर्ष प्रदेश में लगभग 60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें खराब हुईं थी तथा किसानों को 2000 करोड़ रुपए का मुआवजा वितरित किया गया था।

स्रोत: किसान समाधान

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ग्रामोफ़ोन एप की डिजिटल सलाहों से खंडवा के किसान की आय में हुई वृद्धि

Digital Advice of Gramophone App increased income of Khandwa farmer

पूरी दुनिया धीरे धीरे डिजिटलाइज होती जा रही है, आज हर जानकारी मोबाइल के एक टच पर कहीं भी कोई भी प्राप्त कर सकता है। डिजिटलीकरण के इस जमाने में भारतीय किसान के लिए भी बहुत सारी संभावनाएं हैं। ग्रामोफ़ोन इन्हीं संभावनाओं के दरवाज़े किसानों के लिए खोल रहा है। अब किसानों को कृषि संबंधित हर जानकारी ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप के माध्यम से स्मार्ट फ़ोन के एक टच पर मिल रही है। खंडवा के सोयाबीन किसान सागर सिंह सोलंकी भी ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप की मदद से स्मार्ट खेती कर रहे हैं।

ग्रामोफ़ोन एप के इस्तेमाल ने सागर सिंह सोलंकी को ना सिर्फ स्मार्ट किसान बनाया बल्कि कृषि लागत में कमी करते हुए आय में ही अच्छी वृद्धि दिलाई। एप के इस्तेमाल से उनकी कृषि लागत 21% तक घटा गई और आय में 25% की वृद्धि हो गई। इसके अलावा उनका कुल मुनाफ़ा भी पहले की तुलना में 37% तक बढ़ गया।

सागर सिंह सोलंकी की ही तरह लाखों किसान ग्रामोफ़ोन एप का इस्तेमाल कर रहे हैं और इसका लाभ ले रहे हैं। अगर आप भी इनकी तरह एक स्मार्ट किसान बनना चाहते हैं तो आप भी ग्रामोफ़ोन के साथ जुड़ सकते हैं। ग्रामोफ़ोन से जुड़ने के लिए ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप पर लॉगिन करें।

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मध्य प्रदेश के किसान इस तारिख से बेच सकेंगे MSP पर धान, पंजीयन प्रक्रिया जारी है

Farmers of MP will be able to sell paddy on MSP from this date, registration process is going on

खरीफ सीजन अपने आखिरी चरण में है और धान जैसी फ़सलों की कटाई शुरू हो चुकी है। ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर धान की खरीदी की तारीख़ निर्धारित कर दी है। धान की खरीदी अगले महीने यानी नवंबर की 25 तारीख़ से शुरू होगी।

बता दें की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की उपज बेचने के लिए पंजीयन प्रक्रिया पहले ही आरम्भ हो चुकी है और इसकी आखिरी तारीख़ 15 अक्टूबर है। बता दें की धान की खरीद 25 नवंबर से शुरू होगी और एक माह से अधिक समय तक चलेगी।

स्रोत: नई दुनिया

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मंडी भाव: मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या है आलू, प्याज, टमाटर, गेहूं के भाव?

Mandi Bhaw

इंदौर के गौतमपुरा मंडी में प्याज़ का भाव 850 रूपये प्रति क्विंटल चल रहा है और खंडवा के कृषि उपज मंडी समिति में टमाटर, प्याज, भिंडी तथा लौकी का भाव क्रमशः 1400, 500, 1200 और 700 रूपये प्रति क्विंटल है।

इसके अलावा सागर जिले के देवरी मंडी में आलू और प्याज की कीमत क्रमशः 2700 और 1500 रूपये प्रति क्विंटल है। दमोह मंडी की बात करें तो यहाँ टमाटर 3500 रूपये और आलू 2500 रूपये प्रति क्विंटल है।

बात गेहूं की करें तो फिलहाल गौतमपुरा मंडी में इसका भाव 1900 रूपये प्रति क्विंटल है। वहीं महू में गेहूं का भाव 1810 रूपये प्रति क्विंटल है। सांवेर और इंदौर मंडी में गेहूं की कीमत क्रमशः 1656 और 1519 रूपये प्रति क्विंटल है।

स्रोत: किसान समाधान

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मानसून के आखिरी चरण में इन राज्यों में है बारिश की संभावना

weather forecast

मानसून अपने आखिरी पड़ाव पर है और अक्टूबर माह की शुरुआत के साथ मानसून के अंतिम चरण की बारिश देश के कुछ राज्यों में देखने की मिल रही है। ज्यादातर राज्यों से मानसून ने विदाई ले ली है।

भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक राजधानी दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और उत्तरी भारत के ज्यादातर हिस्सों से दक्षिण पश्चिमी मानसून के लौटने की स्थिति नजर आ रही है जबकि झारखंड, बिहार और यूपी के कई हिस्सों में हल्के से मध्यम बारिश हो सकती है।

आने वाले 24 घंटों के दौरान तटीय ओडिशा, आंध्र प्रदेश और गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश जारी रह सकती है। इसके अलावा दक्षिणी छत्तीसगढ़, विदर्भ, मध्य प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों और दक्षिणी राजस्थान के साथ-साथ जम्मू कश्मीर के उत्तरी भागों में भी एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश की उम्मीद है।

स्रोत: कृषि जागरण

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धानुका, कृषि क्षेत्र की बड़ी कम्पनी ने ग्रामोफ़ोन के साथ मिलाया हाथ

This large agricultural company joined hands with Gramophone

प्रमुख कृषि-रसायन कंपनी धानुका एग्रीटेक लिमिटेड और किसानों का सच्चा साथ ग्रामोफ़ोन ने हाथ मिला लिया है। कृषि क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता और विश्वस्तरीय तकनीकों के साथ टेक प्लेटफॉर्म ग्रामोफ़ोन के माध्यम से कंपनी किसानों तक अपनी पहुंच बढ़ाने और उन्हें उनकी फसलों के लिए किफ़ायती समाधान उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है।

बहरहाल यह साझेदारी एग्रोनोमि इंटेलीजेन्स के माध्यम से कृषि इनपुट जैसे बीज, फसल सुरक्षा एवं फसल पोषण उत्पादों की सुविधाजनक डिलीवरी को सुनिश्चित करेगी। ग्रामोफ़ोन ने लास्ट माइल डिलीवरी को सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय युवा ग्रामीण उद्यमियों के साथ भी साझेदारी की है। धानुका जैसी कंपनियां देश भर के किसानों से रियल टाईम डेटा भी जुटा रही हैं। इससे किसानों को सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता के उत्पाद उपलब्ध करवाकर उनकी उत्पादकता बढ़ाने में मदद की जा सकेगी।

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म प्र में समर्थन मूल्य पर खरीफ उपज की खरीदी हेतु पंजीयन शुरू, जानें पंजीयन की आखिरी तारीख

Registration begins for purchase of Kharif produce on support price in MP

खरीफ सीजन के फ़सलों की कटाई अब शुरू होने वाली है और इसी को देखते हुए खरीफ उपज की समर्थन मूल्य पर खरीदी की प्रक्रिया की शुरुआत भी कर दी गई है। मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस विषय पर कहा है कि “खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में धान आदि फ़सलों की समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदी के लिए उत्कृष्ट व्यवस्थाएं की जाएगी।”

सीएम ने बताया ‍कि धान, ज्वार एवं बाजरा की समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए इस वर्ष अभी तक 1395 पंजीयन केन्द्र बनाए गए हैं। इन पर पंजीयन का कार्य प्रारंभ हो गया है जो 15 अक्टूबर तक चलेगा। बता दें की पंजीयन के प्रारंभिक दो दिन में 9 हजार 142 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है।

अगर समर्थन मूल्य की बात करे तो इस बार ज्वार, बाजरा और धान का समर्थन मूल्य क्रमशः 2620, 2150 और 1868 रूपए प्रति क्विंटल रखा गया है। गत वर्ष यह क्रमश: 2550, 2000 और 1825 रूपये प्रति क्विंटल था।

स्रोत: कृषि जागरण

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