अगले दस दिनों में सर्दियाँ देने वाली है दस्तक, जानें अपने क्षेत्र के मौसम का हाल

Weather report

पिछले कुछ दिनों से मौसम का मिजाज बदलने लगा है और न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। गिरते हुए तापमान से अब संभावना जताई जा रही है की आने वाले आठ से दस दिनों में ठंड की शुरुआत हो जायेगी। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग ने भी यह संभावना जताई है कि आने वाले 10 दिनों में ठंड देश के कई राज्यों में दस्तक दे देगी।

बंगाल की खाड़ी तथा अरब सागर में निम्न वायुदाब का क्षेत्र विकसित हो गया है जिस कारण पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और मध्य प्रदेश समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई राज्यों में हल्की बारिश के आसार हैं।

मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग में निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। गौरतलब है की मानसून के समय बारिश की हवा नमी लाती है पर वर्तमान में मानसून का सिस्टम कमजोर होने के बारिश नहीं हो रही है। पश्चिमी विक्षोभ की हवा शुष्क होती है तो वातावरण में ठंडक बढ़ती है। यही हवा हिमालय से टकराकर मैदानी क्षेत्रों में सर्दियों के समय बारिश कराती हैं।

स्रोत: जागरण

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पीएम किसान योजना से मिलेगा किसान क्रेडिट कार्ड, किसान ले सकेंगे सस्ते लोन

Kisan Credit Card will be available from PM Kisan Yojana, farmers will be able to get cheap loan

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम के जरिए अब आप पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा आसानी से किसान क्रेडिट कार्ड ले सकते हैं। इस योजना के जरिए आत्मनिर्भर भारत के तहत 1.5 करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं और इनके खर्च की सीमा 1.35 लाख करोड़ रुपये है।

कृषि मंत्रालय के मुताबिक कुल 2 लाख करोड़ रुपये तक की खर्च सीमा के 2.5 करोड़ केसीसी जारी किए जाएंगे। इससे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के सभी लाभार्थियों को केसीसी का भी फायदा मिलेगा। इस कार्ड के जरिए 3 लाख रुपये तक का कर्ज खेती के लिए लिया जा सकता है और ये कर्ज 4 प्रतिशत की बहुत कम दर से मिलता है।

स्रोत: न्यूज 18

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अगर नहीं आई है पीएम किसान योजना की क़िस्त तो ऐसे जानें अपना स्टेटस

If the installment of PM Kisan Yojana has not come, then know your status

अगर आपने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत आवेदन किया है और अब तक बैंक अकाउंट में आपकी क़िस्त के पैसे नहीं आये हैं तो इसका कारण आप खुद जान सकते हैं। अपने पीएम किसान स्कीम का स्टेटस जानने के लिए आपको ऑनलाइन पीएम किसान पोर्टल पर जाना होगा।

पीएम किसान पोर्टल पर जाकर कोई भी किसान भाई अपना आधार, मोबाइल और बैंक खाता नंबर दर्ज करके योजना से संबंधित अपने स्टेटस की जानकारी ले सकता है। अगर आपका भी पैसा आपके खाते में अभी तक नहीं पहुंचा है इस लिंक? https://pmkisan.gov.in/ पर जाकर इसके कारणों का पता लगाएं।

इस योजना के अंतर्गत अभी तक अगर आपने रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है तो इसी किसान पोर्टल के माध्यम से आप अपना रजिस्ट्रेशन खुद कर सकते हैं और योजना का लाभ ले सकते हैं।

स्रोत: न्यूज 18

 

 

 

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मंडियों में शुरू हो गई है कपास की खरीदी, इस भाव पर हो रही है खरीदी

Cotton procurement has started in the mandis, sale is being done at this price

सोमवार से भारतीय कपास निगम (सीसीआई) ने खंडवा कृषि उपज मंडी में कपास की खरीदी शुरू कर दी है। पहले दिन 70 क्विंटल कपास किसानों से खरीदा गया। पहले दिन किसानों को कपास का भाव 4150 से 5553 रुपये प्रति क्विंटल तक मिला।

अच्छा भाव मिलने से किसान खुश नजर आये और भारतीय कपास निगम यह उम्मीद जाता रही है की आने वाले दिनों में और भी बहुत सारे किसान अपनी उपज बेचने मंडी आएंगे।

गौरतलब है की पिछले साल भारतीय कपास निगम द्वारा खंडवा जिले में अक्टूबर के पहले हफ्ते में कपास की खरीदी शुरू की गई थी। पिछले साल का उच्चतम मूल्य 5450 रुपये प्रति क्विंटल रहा था। इस बार पहले ही दिन पिछले साल के उच्चतम स्तर को पार कर लिया गया है। निगम ने इस साल प्रति क्विंटल दाम बढ़ाकर 5800 रूपये प्रति क्विंटल किए हैं।

स्रोत: भास्कर

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21 वर्षीय युवा किसान की शानदार सेंचुरी, लागत बेहद कम और उपज 100 क्विंटल

Farmer Success story

हर भारतीय किसान की यही ख़्वाहिश रहती है की उसकी खेती की लागत कम हो और मुनाफ़े में बढ़ोतरी हो। पर हमारे देश के ज्यादातर किसान आज भी पारंपरिक खेती करते हैं जिस वजह से उन्हें कम उत्पादन से ही संतोष करना पड़ता है और कृषि लागत भी बहुत ज्यादा हो जाती है। पर आज के आधुनिक दौर में जो किसान आधुनिक विधियों का इस्तेमाल खेती में करते हैं वे स्मार्ट किसान कहलाते हैं। ग्रामोफ़ोन भी किसानों को स्मार्ट तरीके से खेती करवाने के कार्य में पिछले 4 सालों से लगा हुआ है।

ग्रामोफ़ोन एप से जुड़कर कई किसान भाई स्मार्ट खेती कर रहे हैं। बड़वानी जिले के 21 वर्षीय युवा किसान हरिओम वास्कले ने ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप का इस्तेमाल कर खेती करते हुए बेहद कम लागत में 11 एकड़ के खेत में कपास की 100 क्विंटल उपज प्राप्त की। कपास की खेती करने वाले किसान भाई जानते होंगे की कपास की खेती बड़ी खर्चीली होती है और इस साल बहुत सारे किसानों की कपास की फसल मौसम की मार तथा कीट/रोग आदि के प्रकोप के कारण बर्बाद हो गई। ऐसे समय में युवा हरिओम ने ग्रामोफ़ोन की सलाह पर पहले की तुलना में कम और किफायती छिड़काव की। इससे कृषि लागत के घटने के साथ साथ उपज में भी वृद्धि हुई।

हरिओम वास्कले ने बुआई के समय ही अपनी कपास की फसल को ग्रामोफ़ोन एप से जोड़ दिया था। ऐसा करने से उन्हें रोग और कीटों के प्रकोप सम्बन्धी जानकारियाँ पहले ही कृषि विशेषज्ञों द्वारा मिल जाती थी साथ ही कृषि विशेषज्ञ उन्हें बचाव के उपाय भी पहले ही बता देते थे। इस तरह हरिओम ने अपनी फसल को पूरे फसल चक्र के दौरान रोगों और कीटों के प्रकोप से बचा कर रखा। इस मेहनत का फल हरिओम को 100 क्विंटल ज़बरदस्त उपज प्राप्त होने पर मिला।

अगर आप भी हरिओम की तरह अपनी कृषि में इसी प्रकार का बड़ा अंतर लाना चाहते हैं और स्मार्ट किसान बनना चाहते हैं तो आप भी ग्रामोफ़ोन के साथ जुड़ सकते हैं। ग्रामोफ़ोन से जुड़ने के लिए आप या तो टोल फ्री नंबर 18003157566 पर मिस्डकॉल करें या फिर ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप पर लॉगिन करें।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जारी किये 17 नए बॉयोफोर्टीफाइड बीज किस्म

Prime Minister Modi released 17 new biofortified seed variety

खाद्य और कृषि संगठन (FPO) के 75वें वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने हाल ही में विकसित की गई फ़सलों की 17 किस्मों को राष्ट्र को समर्पित किया। यह सभी किस्में देश के कृषि वैज्ञानिकों ने हाल ही में विकसित की है |

गेहूं और धान समेत अन्य कई फ़सलों के ये 17 नए बीजों की वैरायटी, देश के किसानों को उपलब्ध कराये जा रहे हैं। आइये जानते हैं इन बीज किस्मों के बारे में।

  • गेहूं– एचआई-1633 (HI 1633), एचडी-3298 (HD-3298), डीबीडब्ल्यू-303 (DBW-303) और एमएसीएस-4058 (MACS-4058).
  • चावल– सीआरधान-315 (CR Dhan-315).
  • मक्का– एलक्यूएमएच-1 (LQMH-1), एलक्यूएमएच-3 (LQMH-3).
  • रागी – सीएफएमवी-1 (CFMV-1), सीएफएमवी-2 (CFMV-2).
  • सावा– सीएलएवी-1 (CLMV-1).
  • सरसों– पीएम-32 (PM-32).
  • मूंगफली– गिरनार-4 (Girnar-4), गिरनार-5 (Girnar-5).
  • रतालू– डीए-340 (DA-340) एवं श्रीनीलिमा (Srin Neelima).

स्रोत: किसान समाधान

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मंडी भाव: मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या है कपास, गेहूं, मक्का, सोयाबीन के भाव?

Mandi Bhaw

इंदौर डिविज़न के अंतर्गत आने वाले खरगोन जिले के भीकनगांव मंडी में कपास, गेहूं, मक्का, सोयाबीन आदि फसलों का भाव क्रमशः 3600, 1585, 1070, और 3890 रुपये प्रति क्विंटल है।

इसके अलावा इंदौर डिविज़न के ही अंतर्गत आने वाले धार जिले के धार कृषि उपज मंडी में गेहूं 1830 रुपये प्रति क्विंटल, देशी चना 4910 रुपये प्रति क्विंटल, ज्वार 1480 रुपये प्रति क्विंटल, डॉलर चना 6030 रुपये प्रति क्विंटल, मक्का 1050 रुपये प्रति क्विंटल, मटर 3460 रुपये प्रति क्विंटल, मसूर 4800 रुपये प्रति क्विंटल और सोयाबीन
3920 रुपये प्रति क्विंटल है।

स्रोत: किसान समाधान

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अब ‘किसान रेल’ से आधे किराए पर ही हो जायेगी फल और सब्जियों की माल ढुलाई

Kisan Rail

अब किसान रेल से फल और सब्जियां भेजने पर मालभाड़े में 50% तक की सब्सिडी दी जाएगी। इसके अंतर्गत आम, केला, अमरूद, कीवी, लीची, पपीता, मौसंबी, संतरा, कीनू, नींबू, पाइनएपल, अनार, जैकफ्रूट, सेब, बादाम, आवंला और नासपाती जैसे फल और मटर, करेला, बैंगन, गाजर, शिमला मिर्च, फूल गोभी, हरी मिर्च, खीरा, फलियां, लहसुन, प्याज, टमाटर, आलू जैसी सब्जियों की ढुलाई शामिल होगी।

फल और सब्जियों की माल ढुलाई पर सब्सिडी की यह व्यवस्था बुधवार से लागू कर दी गई है। किसान ही नहीं बल्कि कोई भी व्यक्ति इस सब्सिडी का लाभ ले सकता है और किसान रेल के माध्यम से केवल 50% भाड़े पर फल और सब्जियां भेज सकता है। ग़ौरतलब है कि सरकार ने इस वित्त वर्ष के बजट में विशेष पार्सल ट्रेन ‘किसान रेल’ चलाने का एलान किया था।

स्रोत: ज़ी न्यूज़

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रबी फ़सलों की MSP पर खरीदी में मध्यप्रदेश सबसे आगे

Madhya Pradesh leads in procurement of Rabi crops on MSP

फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के द्वारा जारी किये गए आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020-21 में रबी फसलों की खरीद के 43 लाख 35 हजार 477 किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ उठाया है। सभी किसानों को मिलाकर 389.77 लाख मिट्रिक टन अनाज की खरीद की गई है। इसमें सबसे ज्यादा 15 लाख 93 हजार 793 मध्यप्रदेश के किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ उठाया है।

रबी फसलों में सबसे प्रमुख गेहूं के उत्पादन में पंजाब इस बार मध्यप्रदेश से पिछड़ गया। यही कारण है कि इस साल न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ उठा पाने में पंजाब के किसान दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। एफसीआई के आंकड़ों के मुताबिक पंजाब के 10 लाख 49 हजार 982 किसानों ने रबी की फसल के लिए एमएसपी का लाभ उठाया है। इसके अलावा हरियाणा के 7 लाख 82 हजार 240, उत्तर प्रदेश के 6 लाख 63 हजार 810 और राजस्थान के 2 लाख 18 हजार 638 किसानों ने एफसीआई के जरिए अपनी फसलें बेचकर न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ उठाया है।

स्रोत: अमर उजाला

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इस योजना के माध्यम से ग्रामीणों को आसानी से मिल सकेगा बैंक लोन

Villagers will be able to get bank loan easily through this scheme

पीएम मोदी ने 6 राज्यों के 763 गांवों में स्वामित्व योजना के तहत 1 लाख लोगों को उनके घरों का प्रॉपर्टी कार्ड वितरण किया है। इसके अंतर्गत आने वाले सभी लाभार्थियों को मैसेज द्वारा लिंक भेजा गया जिससे लाभार्थियों ने अपना स्वामित्व कार्ड ऑनलाइन डाउनलोड किया।

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘स्वामित्व योजना, गांव में रहने वाले हमारे भाई-बहनों को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत मदद करने वाली है।’ पीएम मोदी ने आगे कहा की, “पूरी दुनिया के बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स इस बात पर जोर देते रहे हैं कि जमीन और घर के मालिकाना हक की, देश के विकास में बड़ी भूमिका होती है। जब संपत्ति का रिकॉर्ड होता है, जब संपत्ति पर अधिकार मिलता है तो नागरिकों में आत्मविश्वास बढ़ता है।”

गौरतलब हो की नए तकनीक के माध्यम से पहली बार इतना बड़ा कदम उठाया जा रहा है। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ ग्रामीणों को बैंक लोन लेने में होगा। ऐसा कहा जा रहा है सरकार के इस कदम से ग्रामीणों द्वारा ऋण लेने और अन्य वित्तीय लाभ के लिए संपत्ति को वित्तीय संपत्ति के रूप में उपयोग करने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।

स्रोत: कृषि जागरण

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