मध्य प्रदेश के इन क्षेत्रों में अच्छी बारिश जारी रहने की है संभावना

Weather Update

मानसून में कुछ समय के लिए सुस्ती आ सकती है पर इसके बावजूद मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों समेत देश के कई राज्यों में अच्छी बारिश जारी रहने की संभावना है।

स्रोत: मौसम तक

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इन पछेती खरीफ प्याज किस्मों की खेती से मिलेगी अच्छी उपज

Onion varieties suitable for late Kharif

आइये जानते हैं पछेती खरीफ की कुछ मुख्य किस्मों की जानकारी जो सितम्बर माह में नर्सरी में लगाने के लिए उपयुक्त हैं।

  • ओनियन | पंच गंगा | सरदार: फल का आकर ग्लोब की तरह एवं रंग लाल होता है, इनकी परिपक्वन अवस्था 80-90 दिनों की होती है, बीज़ दर 2.5 – 3 किलो/एकड़ है, भंडारण क्षमता 5-6 माह की होती है एवं यह एक उच्च उत्पादन क्षमता वाली किस्म है।

  • ओनियन | पंच गंगा | सुपर: फल का आकर ग्लोब की तरह एवं रंग लाल होता है, इनकी परिपक्वन अवस्था 100-110 दिनों की होती है, बीज़ दर 2.5-3 किलो/एकड़ है, भंडारण क्षमता 2-3 माह की होती है।

  • ओनियन | प्राची | सुपर: इनके फल अंडाकार गोल व आकर्षक काले लाल रंग के होते हैं। इनकी परिपक्वन अवस्था 95-100 दिनों की होती है, बीज़ दर 2.5-3 किलो/एकड़ लगती है और भंडारण क्षमता 2 माह की होती है।

  • ओनियन | जिंदल | नासिक रेड | एन 53: इसक किस्म में मध्यम लाल और चपटे अंडाकार आकार के फल, परिपक्वन अवस्था 90-100 दिन, बीज़ दर 3 किलो/एकड़ और भंडारण क्षमता 2 माह की होती है।

  • ओनियन | मालव | नासिक रेड | एन 53 |: इनके फल ईट की तरह लाल रंग के गोलाकार होते हैं और इनकी परिपक्वन अवस्था 90-100 दिनों की होती है। इसकी बीज़ दर 3 किलो/एकड़, भंडारण क्षमता 2-3 माह की होती है एवं यह थ्रिप्स और झुलसा रोग के प्रति सहनशील किस्म होती है।

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मंदसौर मंडी में 3 सितंबर को क्या रहे लहसुन के भाव?

Know what was the price of garlic today in Mandsaur Mandi of MP?

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव ?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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3 सितंबर को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?

onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 3 सितंबर के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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इस दिन से एक बार फिर मध्य प्रदेश में बढ़ेगी बारिश, जानें मौसम पूर्वानुमान

weather update

6 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा जो पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा। इस लो प्रेशर एरिया के प्रभाव से उड़ीसा छत्तीसगढ़ तेलंगाना मध्य प्रदेश महाराष्ट्र राजस्थान व गुजरात में बारिश बढ़ेगी। दिल्ली तथा उसके आसपास के भागों में भी 6 सितंबर से दोबारा मानसून सक्रिय हो सकता है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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प्याज की फसल को मैगट यानी इल्लियों के प्रकोप से ऐसे बचाएं

Management of maggots in Onion crop
  • मैगट अपने अंडे नमीयुक्त स्थान पर मिट्टी में देती हैं। जैसे ही मिट्टी का तापमान बढ़ता है, अंडों से मैगट बाहर निकल आते हैं।

  • इस अवस्था द्वारा फसल में अधिक नुकसान पहुंचाया जाता है। ये अंकुरित बीज या नए पौधों पर अधिक हमला करते हैं।

  • मैगट बीज में छेद कर अंदर प्रवेश कर उसको नष्ट कर देते हैं, या नए पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे पौधा मुरझाने लगता है तथा अंत में सूख कर मर जाता है।

  • यह पीले से सफेद रंग के दिखाई देते हैं जिनमे पैर नहीं पाए जाते हैं।

  • इसके प्रबंधन के लिए लाइट ट्रैप का उपयोग करना चाहिए।

  • रासायनिक नियंत्रण के लिए कार्टाप हाइड्रोक्लोराइड 75% एस.जी. @ 7.5 किलो या फोरेट 10% CG @ 5 किलो प्रति एकड़ मिट्टी में डालें।

  • क्लोरपायरीफोस 20% EC @ 1 लीटर या फेनप्रोपथ्रिन 10% ईसी @ 500 मिली प्रति एकड़ की दर से ड्रेंचिंग करें।

  • जैविक नियंत्रण के लिए बेवेरिया बेसियाना 2 किलो प्रति एकड़ का उपयोग करें।

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मंदसौर मंडी में क्वालिटी के अनुसार क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव

Mandsaur garlic Mandi bhaw

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव ?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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2 सितंबर को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?

onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 1 सितंबर के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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मध्य प्रदेश ने खरीफ फसलों की बुआई का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया

Madhya Pradesh breaks its own record of sowing Kharif crops

मध्य प्रदेश के किसानों की मेहनत रंग ला रही है। कृषि क्षेत्र में मध्य प्रदेश लगातार नए नए रिकॉर्ड बना रहा है। प्रदेश को सात बार कृषि कर्मण अवॉर्ड मिला है वहीं गेहूँ उपार्जन में भी मध्य प्रदेश सबसे आगे रहा। इसी कड़ी में अब खरीफ फसलों की बुआई में भी मध्य प्रदेश देश के सभी राज्यों में आगे रहा है।

बता दें की पिछले साल भी यह रिकॉर्ड मध्य प्रदेश ने ही बनाया था। पिछले साल से इस साल एक लाख 70 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अधिक बुआई मध्य प्रदेश में हुई है। बता दें की 23 अगस्त तक 144.87 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई प्रक्रिया पूरी हुई।

बता दें की प्रदेश सरकार की तरफ से इस बार 149 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल की बुआई का लक्ष्य रखा गया था। हालाँकि यह लक्ष्य तो पूरा नहीं हो पाया लेकिन इसके बाद भी मध्य प्रदेश ने बुआई का रिकॉर्ड एक बार फिर तोड़ दिया है।

स्रोत: नई दुनिया

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जानें कद्दू वर्गीय फसलों में मधुमक्खी क्यों होती है उपयोगी?

Know how a honey bee works as a good pollinator in cucurbits?
  • कद्दू वर्गीय फसलों में मधुमक्खी परागण प्रक्रिया को पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

  • मधुमक्खी के द्वारा परागण की क्रिया को कद्दू वर्गीय फसल में 80% तक पूरा किया जाता है।

  • मधुमक्खियों के शरीर में बाल अधिक संख्या में पाये जाते हैं, जो परागकणों को उठा लेते हैं। इसके बाद परागकण को मादा फूलों तक पहुँचाते हैं।

  • बता दें की मधुमक्खी फसलों को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुँचाती है।

  • उपर्युक्त क्रिया के बाद, निषेचन की क्रिया पूर्ण हो जाती है और पौधे में फूल से फल बनने की क्रिया शुरू हो जाती है।

  • ठंढ के मौसम में मधुमक्खी सुषुप्त अवस्था में रहती है इसलिए ऐसी स्थिति में स्वयं परागण करवाना चाहिए।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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