भारत में लॉन्च हुआ सीएनजी ट्रैक्टर, किसानों के लिए होगा काफी फ़ायदेमंद

CNG tractor launched in India

वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों की तरफ बढ़ते हमारे देश में सीएनजी से चलने वाले ट्रैक्टर का शुभारम्भ हो गया है। शुक्रवार को सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने इस ट्रैक्टर को लॉन्च किया।

लॉन्चिंग के दौरान श्री गडकरी ने कहा कि ‘डीजल के बजाए सीएनजी ट्रैक्टर के इस्तेमाल से किसान सालाना एक लाख रुपये बचा सकेंगे। सीएनजी ट्रैक्टर से 80% वायु प्रदूषण कम होगा, वहीं नए उत्सर्जन मानक के तहत उनको चलाने पर प्रतिबंध भी नहीं लगेगा और 15 वर्ष तक किसान ऐसे ट्रैक्टरों को चला सकेंगे।’ ग़ौरतलब है की सरकार 15 वर्ष से अधिक पुराने व्यावसायिक वाहनों को हटाने की योजना बना रही है।

सीएनजी वाले ट्रैक्टर का उपयोग कर किसान अपने पैसे बचा सकेंगे। आने वाले दिनों में कई डीजल से सीएनजी में परिवर्तित करने वाली तकनीक से जुड़े केंद्र गांव-कस्बों में खोले जाएंगे। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़गार के अवसर भी पैदा होंगे।

स्रोत: लाइव हिंदुस्तान

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16 फ़रवरी से मध्य प्रदेश समेत इन राज्यों में हो सकती है बेमौसम बारिश

weather forecast

मध्य भारत में इस समय विपरीत चक्रवातीय हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस दौरान हवाएं ऊपर से नीचे की ओर आती हैं जिससे हवाएं गर्म होती है। इस कारण मध्य भारत के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना हुआ रहेगा और दिन का तापमान बढ़ेगा। हालांकि आगामी 16 फ़रवरी से बेमौसम बारिश की संभावना है जो मध्य भारत के कई क्षेत्रों में अपना प्रभाव छोड़ेगी।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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प्रो-अमिनो मैक्स के उपयोग से होगा आपकी फसल का सम्पूर्ण विकास

Pro-AminoMaxx gives complete growth to your crop
  • प्रो-अमीनो मैक्स एक जैविक उत्पाद है।
  • यह जड़ विकास को तेज करता है।
  • फूलों और फलों की संख्या बढ़ाता है।
  • पौधें की कमजोरियों को दूर करता है।
  • मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि करता है।
  • फसलों की पैदावार को बढ़ाने में मदद करता है।
  • पौधे को मौसम एवं रसायनो के कारण होने वाले तनाव से रक्षा करता है।
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बिना किसी खर्च के बनवाएं किसान क्रेडिट कार्ड, जानें पूरी प्रक्रिया

Get Kisan Credit Card without any cost, know the whole process

किसानों को सस्ते दरों पर ऋण उपलब्ध करवाने के लिए सरकार की एक ख़ास योजना है किसान क्रेडिट कार्ड। इस योजना के माध्यम से सरकार मुफ्त में किसान क्रेडिट कार्ड बनाती है। बीते दो साल में करीब 2.24 करोड़ किसानों को क्रेडिट कार्ड जारी किये गए हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड कृषि, पशुपालन व मछली पालन आदि कार्यों से जुड़ा कोई भी किसान ले सकता है। इसके अलावा किसी दूसरे व्यक्ति के खेतों में खेती करने वाला किसान भी इसका लाभ ले सकता है। इस योजना का लाभ 18 से 75 वर्ष के किसान ले सकते हैं।

इस योजना से जुड़ने के लिए आधार कार्ड व पैन कार्ड की छायाप्रति, किसी और बैंक में कर्जदार न होने का शपथ पत्र एवं आवेदक की फोटो देनी होती है। किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने हेतु प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की वेबसाइट (pmkisan.gov.in) पर जाएँ और केसीसी से संबंधित फार्म को भरें। इस प्रक्रिया में आपको किसी भी प्रकार की कोई खर्च नहीं करनी होती है।

स्रोत: कृषि जागरण

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गेहूँ की फसल में होने वाली पीलेपन की समस्या का ऐसे करें नियंत्रण

How to prevent yellowing problem in wheat crop
  • गेहूँ की फसल में परिपक्वता की अवस्था में पीलेपन की समस्या दिखाई दे रही है।
  • इस समस्या का कारण गेहूँ की फसल में पोषक तत्वों की कमी के कारण होती है।
  • इस समस्या के निवारण के लिए जिब्रेलिक एसिड @ 300 मिली/एकड़ या ह्यूमिक एसिड@ 100 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • इसके अलावा 19:19:19 @ 1 किलो/एकड़ या 20:20:20 @ 1 किलो/एकड़ की दर से उपयोग करें।
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उन्नत उर्वरकों में शामिल है नीम खली, जानें उपयोग विधि व फायदे

What is Neem cake and how to use it
  • नीम खली दरअसल एक जैविक उर्वरक है और इसमें NPK, नाइट्रोज़न, फॉस्फोरस, पोटैशियम, ज़िंक, कॉपर, सल्फर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और सूक्ष्म पोषक तत्व पाए जाते हैं।
  • नीम खली के उपयोग से खेती की मिट्टी में नमी बनी रहती है।
  • इसके प्रयोग से पौधों की पत्तियों एवं तने में चमक आ जाती है।
  • इसके प्रयोग से पौधे कीटाणु मुक्त होकर फल – फूल देने लगते हैं।
  • नीम खली के प्रयोग से पौधे मजबूत और टिकाऊ होते हैं नीम खली को शोभाकार पौधों के अतिरिक्त खेतों में भी डाला जा सकता है।
  • नीम खली के प्रयोग से पौधों में अमीनो एसिड का लेवल बढ़ता है जो क्लोरोफिल का लेवल बढ़ाती है। इस वजह से पौधा हरा भरा नजर आता है।
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तरबूज की फसल में आ रही है पाउडरी मिल्ड्यू की समस्या, ऐसे करें नियंत्रण

How to solve the problem powdery mildew of watermelon
  • आमतौर पर तरबूज की फसल में होने वाला यह रोग पत्तियों को प्रभावित करता है, जिससे पत्तियों के निचले एवं ऊपरी भाग ग्रषित हो जाते हैं।
  • यह पत्तियों की ऊपरी एवं निचली सतह पर पीले से सफेद रंग के पावडर के रूप में दिखाई देती है।
  • इनके प्रबंधन के लिए एजेस्ट्रोबिन 11% + टेबूकोनाज़ोल 18.3% SC @ 300 मिली/एकड़ या एजेस्ट्रोबिन@ 300 मिली/एकड़ का उपयोग करें।
  • जैविक उपचार रूप में ट्रायकोडर्मा विरिडी 500 ग्राम/एकड़ + स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
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समस्या को हीं बनायें समाधान, गाजर घास नामक खरपतवार का ऐसे उठायें लाभ

What is the importance of congress grass in Agriculture
  • फसलों में उग आने वाला अनचाहा खरपतवार गाजर घास वैसे तो किसानों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है परंतु इसका कृषि में बहुत महत्व होता है।
  • गाजर घास नाइट्रोज़न का बहुत अच्छा स्रोत है और इसके उपयोग से फसलों में जैविक रूप से नाइट्रोज़न की पूर्ति की जा सकती है।
  • गाजर घास से तैयार कम्पोस्ट एक ऐसी जैविक खाद है, जिसके प्रयोग से फसलों, मनुष्यों ओर पशुओं पर कोई भी बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है।
  • कम्पोस्ट बनाने पर गाजर घास में जीवित अवस्था में पाया जाने वाले विषाक्त रसायन “पार्थेनिन” का पूर्णतः विघटित हो जाता है।
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मध्य प्रदेश में मौसम में होगा बदलाव, तापमान में होने वाली है बढ़ोतरी

Weather Forecast

एक विपरीत चकर्वर्तीय हवाओं का क्षेत्र मध्य प्रदेश के ऊपर बना हुआ है जिसके प्रभाव से मौसम पूरी तरह साफ़ रहने की उम्मीद है। दिन के समय में गर्मी बढ़ेगी साथ ही सुबह और शाम के तामपान में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।

वीडियो श्रोत: स्काईमेट वेदर

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प्याज की 50 से 60 दिनों की फसल अवस्था में जरूर करें ये काम

Crop management in onion in 50 - 60 days
  • प्याज की फसल की इस अवस्था में तीन अलग-अलग रूपों में फसल प्रबंधन करना आवश्यक होता है।
  • कवक रोगों से रक्षा के लिए: पत्ती झुलसा रोग एवं बैगनी धब्बा रोग के निवारण के लिए क्लोरोथालोनिल 75% WP@ 400 ग्राम/एकड़ या कीटाजिन 48% EC @ 400 मिली/एकड़ छिड़काव के रूप में उपयोग करें।
    जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • कीटों से रक्षा के लिए: रस चूसक कीटों एवं मकड़ी जैसे कीटों के नियंत्रण के लिए थियामेंथोक्साम 12.6% + लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन 9.5% ZC@ 80 मिली/एकड़ या एबामेक्टिन 1.9% EC @ 150 मिली/एकड़ की दर से उपयोग करें।
    जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • पोषण प्रबंधन: प्याज़ की इस अवस्था में पोषण प्रबंधन के लिए 00:52:34@ 1 किलो/एकड़ और साथ ही सूक्ष्म पोषक तत्व @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
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