सब्सिडी पर कोल्ड स्टोरेज बनाने के लिए आवेदन करें

Apply for making cold storage on subsidy

मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों से कोल्ड स्टोरेज बनाने के इच्छुक किसानों से आवेदन की मांग की हैं। इसके इच्छुक किसान ऑनलाइन विधि से आवेदन कर सकते हैं |

500 एवं 1000 मेट्रिक टन की क्षमता वाले कोल्ड स्टोरेज के निर्माण के लिए आवेदन प्रक्रिया अभी चालू है। इसके अंतर्गत दिनांक 26-12-2020 समय सुबह 11:00 बजे से दिनांक 10 जनवरी 2021 समय शाम 5:30 तक किसान आवेदन कर सकते हैं |

किसानों को आवेदन करने के लिए ऑनलाइन पंजीयन उधानिकी विभाग मध्यप्रदेश फार्मर्स सब्सिडी ट्रैकिंग सिस्टम https://mpfsts.mp.gov.in/mphd/#/ पर जाकर पंजीयन करवाना है।

स्रोत: किसान समाधान

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खेतों से मिट्टी का कटाव होने से खेती पर पड़ता है बुरा प्रभाव

Effect of soil erosion on farming
  • मिट्टी का कटाव एक प्राकृतिक प्रक्रिया है।
  • जब वर्षा के माध्यम से जल की बुँदे बहुत तेज़ी से मिट्टी पर गिरती है तो मिट्टी के छोटे छोटे कण बिखर जाते हैं और इसी के कारण मिट्टी में कटाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
  • मिट्टी का अधिक कटाव होने के कारण मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।
  • मिट्टी के कटाव के कारण फसल की उपज पर भी बहुत प्रभाव पड़ता है।
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आपकी फसल के लिए बहुत लाभकारी है केंचुआ खाद

Earthworm manure
  • केंचुआ खाद या वर्मीकम्पोस्ट (Vermicompost) एक उत्तम जैव उर्वरक है।
  • यह केंचुए के द्वारा गोबर, वनस्पतियों एवं भोजन के कचरे आदि को विघटित करके बनाया जाता है।
  • केंचुआ खाद संपूर्ण पोषक तत्वों से परिपूर्ण खाद माना जाता है।
  • इस खाद के उपयोग से फसलों की उपज बहुत ज्यादा बढ़ाई जा सकती है।
  • इस खाद में बदबू नहीं होती है एवं यह मिट्टी एवं वातावरण प्रदूषण भी नहीं करती है।
  • केंचुआ खाद में 2.5 से 3% नाइट्रोजन, 1.5 से 2% सल्फर तथा 1.5 से 2% पोटाश पाया जाता है।
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असमय बारिश से फसल विकास होगा अवरुद्ध, जानें फसल वृद्धि के उपाय

Crop development will be blocked due to untimely rains, know measures for crop growth

रबी फसलों फसलों की बुआई के बाद ज्यादातर किसान अपनी फसलों की सिंचाई कर ही रहे थे पर अचानक हुई बारिश के कारण खेतो में नमी की मात्रा बहुत अधिक हो गई होगी जिसके कारण फसलों का विकास बहुत प्रभावित होगा। इसके कारण जड़े जमीन से आवश्यक तत्वों का अवशोषण कम करेंगी या बिलकुल भी नहीं कर पाएंगी। इस वजह से पौधे पीले पड़ सकते हैं और फसल का विकास रुक जाएगा।

इन संभावित समस्याओं के समाधान हेतु आप निम्न उत्पादों का उपयोग कर सकते हैं

प्रबंधन: प्रो एमिनोमेक्स @ 250 मिली/एकड़ या मेक्सरूट @ 100 ग्राम/एकड़ छिड़काव के रूप में, 250 ग्राम/एकड़ ड्रिप उपचार के रूप में एवं 500 ग्राम/एकड़ मिट्टी उपचार के रूप में उपयोग करें या विगरमैक्स जेल@ 400 ग्राम/एकड़ छिड़काव के रूप में उपयोग करें।

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आलू की फसल को एफिड एवं जेसिड के प्रकोप से ऐसे बचाएं

How to control aphid and jassid in potato crop
  • एफिड एवं जैसिड रस चूसक कीटों की श्रेणी में आते हैं।
  • यह कीट आलू की फसल की पत्तियों का रस चूसकर पौधे के विकास को बहुत प्रभावित करते हैं।
  • इससे ग्रसित पौधे की पत्तियां पीली होकर सिकुड़ कर मुड़ जाती हैं। इसके अत्यधिक प्रकोप की अवस्था में पत्तियाँ सूख जाती हैं और इसके परिणामस्वरूप धीरे-धीरे पूरा पौधा भी सूख जाता है।
  • इसके नियंत्रण के लिए इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL@ 100 मिली/एकड़ या एसीफेट 75% SP@ 300 ग्राम/एकड़ या थियामेंथोक्साम 25% WG@ 100 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
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मध्य प्रदेश में किसान सरकारी सहायता से बना सकेंगे कोल्ड स्टोरेज

Farmers will be able to create cold storage in Madhya Pradesh with government assistance

मध्यप्रदेश राज्य की शिवराज सिंह सरकार द्वारा विकासखंड स्तर पर किसान भाइयों को छोटे कोल्ड स्टोरेज प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। ख़बरों के अनुसार उद्यानिकी फसलों के रख-रखाव हेतु कोल्ड स्टोरेज के लिए किसानों को मदद दी जाएगी, जिससे किसान स्वयं ही अपनी उपज को सुरक्षित रख पाएंगे।

गौरतलब है कि वर्तमान में सरकार बड़ी मंडियों के पास तथा जिला स्तर पर 5000 मीट्रिक टन की क्षमता वाले कोल्ड स्टोरेज लगाने हेतु मदद करती है। परन्तु इस नए निर्णय के बाद अब छोटे किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा।

स्रोत: कृषि जागरण

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टमाटर की फसल में लाल मकड़ी के प्रकोप की पहचान एवं नियंत्रण

Red mite identification on tomato crop
  • लाल मकड़ी टमाटर के पत्ते के निचले हिस्से में धागे नुमा संरचना बनाकर पत्तियों का रस चूसती हैं।
  • रस चूसने के कारण पत्तियों का ऊपरी भाग पीला हो जाता है और धीरे-धीरे पूरी तरह मुड़कर सूख जाता है।
  • इसके नियंत्रण के लिए स्पैरोमेसीफेन 22.9% SC @ 250 मिली/एकड़ या एबामेक्टिन 1.9% EC @ 150 मिली/एकड़ या प्रॉपरजाइट 57% EC@ 400 मिली/एकड़ की दर से उपयोग करें।
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मध्यप्रदेश की 30 मंडियों को शिवराज सरकार बना रही है हाईटेक

Shivraj government is making 30 Mandis of Madhya Pradesh high-tech

मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक अहम फैसला लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की सभी कृषि उपज मंडियों का विकास किया जा रहा है। पहले चरण में प्रदेश की 30 कृषि उपज मंडियों को हाइटेक बनाया जाएगा।

हाइटेक मंडियों में गोदाम, भंडारण, मूल्य संवर्धन, कोल्ड स्टोरेज और एग्री क्लीनिक की सुविधाएँ किसानों की मिलेंगी। इसके अलावा इन हाईटेक मंडियों में ग्रेडिंग मशीनें भी लगाई जाएंगी।

स्रोत: न्यूज़ 18

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श्री विधि तकनीक से करें गेहूँ की बुआई, मिलेंगे कई फायदे

What is the Shree vidhi technique of sowing wheat
  • गेहूँ की खेती श्री विधि से करना लघु और सीमांत किसानों के लिए विशेष लाभदायक साबित हुई है।
  • यह गेहूँ की खेती करने का एक तरीका है, जिसमें श्री विधि के सिद्धांतों का पालन करके अधिक उपज प्राप्त कि जाती है।
  • इसमें कम बीज दर, यानि सिर्फ 10 किलोग्राम प्रति एकड़ बीज़ की आवश्यकता होती है।
  • इस विधि में बीजों को बीज उपचार करके ही बोया जाता है।
  • पौधों के बीच दूरी 8 इंच रखी जाती है।
  • 2 से 3 बार खरपतवार प्रबंधन करना बहुत आवश्यक होता है।
  • फसल की देखभाल सामान्य (परंपरागत) गेहूँ की फसल की ही तरह की जाती है।
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अटल जयंती पर 9 करोड़ किसानों को मिलेंगे 18 हजार करोड़ रुपए

9 crore farmers to get 18 thousand crore rupees on Atal Jayanti

हर साल 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाई जाती है। इस साल ये दिन किसानों के लिए ख़ास सौगात लेकर आ रही है। इस बार इस दिन देश भर के 9 करोड़ किसानों के बैंक खाते में भेजे जाएंगे 18 हजार करोड़ रुपए। 

ये रकम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को भेजी जा रही है। अगर बात मध्यप्रदेश के किसानों की करें तो यहाँ के करीब 78 लाख किसानों के खाते में भी इस योजना की रकम भेजी जानी है।

स्रोत: कृषि जागरण

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