महिलाओं को इस योजना के अंतर्गत मिलते हैं 5000 रुपये

Women get 5000 rupees under this scheme

सरकार महिलाओं के लिए कई ख़ास योजनाएं चला रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक है प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना। इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को लाभ मिलता है। यह योजना साल 2017 में की गयी थी। इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को सरकार की तरफ से 5000 रु की आर्थिक मदद दी जाती है। यह रकम महिलाओं को तीन किस्तों में मिलता है।

इस योजना का लाभ दिहाड़ी मजदूरी पर काम करने वाली महिलाएं ले सकती हैं या फिर आर्थिक तौर पर कमजोर महिलाएं भी इस योजना से लाभ ले सकती हैं। इस योजना का आवेदन आप घर बैठे कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए www.Pmmvy-cas.nic.in पर लॉगिन करें और उसके बाद आवेदन करें।

स्रोत: गुड रिटर्न्स डॉट कॉम

लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

मध्य प्रदेश के इन इलाकों में हो सकती है बारिश, देखें मौसम पूर्वानुमान

Weather report

मध्य भारत के राज्यों में हालाँकि बारिश की ज्यादा गतिविधि नहीं दिखाई दे रही है। हालांकि पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश की संभावना बनी रहेगी। पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी कुछ इलाकों में बारिश देखने को मिल सकती है। इसके अलावा दक्षिणी राजस्थान में बारिश काफी कम होने की संभावना है। इसके साथ ही गुजरात का मौसम शुष्क ही बना रहेगा।

स्रोत : स्काईमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

कपास की फसल से लें जबरदस्त उपज, कपास समृद्धि किट का करें उपयोग

Cotton Samriddhi Kit

  • ‘कपास समृद्धि किट’ आपकी कपास की फसल का सुरक्षा कवच बनेगा। इस किट में आपको वो सब कुछ एक साथ मिलेगा जिसकी जरूरत कपास की फसल को होती है।

  • खेत की अंतिम जुताई के समय ग्रामोफोन ‘कपास समृद्धि किट’ को 5 टन अच्छी सड़ी हुई गोबर की खाद में प्रति एकड़ की दर से अच्छी तरह मिलाकर डालें और उसके बाद हल्की सिंचाई कर दें।

  • इस किट में लाभकारी बैक्टीरिया, कवकों एवं पोषक तत्वों का मिश्रण है इसका उपयोग खेत में बुआई के समय भुरकाव करने से फसल का विकास बहुत अच्छा होता है एवं पौधों को बहुत सी बीमारियों से बचाया जा सकता है। यह किट मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी बढ़ाने में सहायता करती है।

  • आप कपास समृद्धि किट का इस्तेमाल ड्रिप के साथ भी कर सकते हैं इसके लिए कपास की ड्रिप समृद्धि किट है जो जल में पूर्णतः घुलनशील है एवं ड्रिप के लिए उपयोगी है।

कृषि एवं कृषि उत्पादों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। उन्नत कृषि उत्पादों की खरीदी के लिए ग्रामोफ़ोन के बाजार विकल्प पर जाना ना भूलें। उपर्युक्त बताये गए बीजों की खरीदी के लिए एप के बाजार विकल्प पर जाएँ।

Share

85% छोटे किसानों को मिलेगा लाभ, 10000 एफपीओ में खर्च होंगे 6865 करोड़ रुपये

FPO

पिछले दिनों कृषि भवन में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि व कृषि अवसंरचना निधि योजनाओं को लेकर परामर्श समिति की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने भी में भाग लिया।

इस बैठक में कैलाश चौधरी ने कहा की “10 हजार एफपीओ की योजना के लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जिससे 85 प्रतिशत छोटे किसानों को लाभ मिलेगा। छोटे किसानों का रकबा, उत्पादन-उत्पादकता बढ़ाने की दृष्टि से इन एफपीओ की बड़ी भूमिका होगी। सामूहिक रूप से सिंचाई, खाद-बीज आदि सुविधाएं मिलने से खेती की लागत कम होगी।”

बता दें कि इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने की और इस दौरान कृषि मंत्रालय के अधिकारीगण एवं वर्चुअल माध्यम से परामर्श समिति के सदस्य सांसदगण उपस्थित रहे।

स्रोत: कृषि जागरण

कृषि क्षेत्र की ऐसी ही अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन के माध्यम से अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

देश का पहला ऑटोमेटिक हाइब्रिड ट्रैक्टर हुआ लॉन्च, 50% तक बचाएगा ईंधन

Country's first automatic hybrid tractor launched

भारतीय ट्रैक्टर बाजार में पहली बार हाइब्रिड ट्रैक्टर को लॉन्च किया गया है।
Proxecto के हाइब्रिड ट्रैक्टर का नाम HAV S1 है और इसमें कई एडवांस फीचर्स व तकनीक को शामिल किया गया है।

वर्तमान समय में HAV S1 ट्रैक्टर भारत का इकलौता हाइब्रिड ट्रैक्टर है, जो बिना किसी बैटरी पैक के साथ आता है। यह ट्रैक्टर अलग-अलग ईंधन के विकल्पों पर चलाया जा सकता है। यही नहीं, अगर इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध हो, तो इस ट्रैक्टर को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इस ट्रैक्टर की निर्माता कंपनी के अनुसार, इसका S1 मॉडल आम ट्रैक्टर के मुकाबले 28% और S2 मॉडल करीब 50% तक ईंधन बचाता है।

इस ट्रैक्टर के बेस मॉडल HAV S1 50HP की आरंभिक कीमत 9.49 लाख रुपये है, वहीं इसके टॉप वेरिएंट S1+ की कीमत 11.99 लाख रुपये निर्धारित की गई है। इसका एक और मॉडल S1 45HP भी है और इसकी कीमत 8.49 लाख रुपये है।

स्रोत: कृषि जागरण

स्मार्ट कृषि और स्मार्ट कृषि उत्पादों व कृषि मशीनरी से संबंधित नई नई जानकारियों के लिए पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

11 से 16 मई तक मध्यप्रदेश के इन जिलों में होगी बारिश, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather report

मध्य प्रदेश के कई जिलों में इस हफ्ते भी होती रहेगी बारिश। भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, मुरैना, श्योपुर, भिंड, ग्वालियर, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, गुना, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, इंदौर, धार, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, बालाघाट, छिंदवाड़ा, छिंदवाड़ा, जबलपुर, कटनी। मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, डिंडोरी, बैतूल, हरदा, होशंगाबाद, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, आगर मालवा, देवास, मंदसौर, नीमच, नीमच , शाजापुर, उज्जैन समेत सभी भागों कैसा रहेगा मौसम। देखें मौसम पूर्वानुमान।

वीडियो स्रोत: मौसम तक

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

भिंडी की फसल में एफिड एवं जैसिड का ऐसे करें नियंत्रण

How to control aphid and jassid in okra crop
  • एफिड एवं जैसिड रस चूसक कीटों की श्रेणी में आते हैं। ये नरम शरीर के छोटे कीट होते हैं जो पीले, भूरे, हरे या काले रंग के हो सकते हैं।

  • ये आमतौर पर छोटी पत्तियों और टहनियों के कोनों पर समूह बनाकर पौधे से रस चूसते हैं तथा चिपचिपा मधु रस (हनीड्यू) छोड़ते हैं। इससे फफूंदजनित रोगों की संभावनाएं बढ़ जाती है।

  • इसके गंभीर संक्रमण के कारण पत्तियां और टहनियां कुम्हला सकती हैं एवं पीली होकर सिकुड़ कर मुड़ जाती हैं।

  • इसके अत्यधिक आक्रमण की अवस्था में पत्तियाँ सूख जाती हैं व धीरे-धीरे पूरा पौधा सूख जाता है।

  • एफिड एवं जेसिड कीट से बचाव हेतु थायोमेथोक्सोम 25% WG @ 100 ग्राम/एकड़ या इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL @ 100 मिली/एकड या फ्लूनेकामाइड 50% WG @ 60 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • इसके जैविक बचाव के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

Share

मिलेंगे 4000 रुपए अगर 30 जून तक कर लिया पीएम किसान योजना से जुड़ा ये काम

pradhan mantri kisan samman nidhi yojna

अगर आपने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है, तो आप आगामी 30 जून तक अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करवा लें। ऐसा करने से आपको एक साथ डबल फायदा मिल जाएगा। ऐसा करने से आपको इस साल की दोनों किस्त एक साथ मिल जायेगी।

इस योजना में अगर आप जून महीने में रजिस्ट्रेशन कर देते हैं, और यह सफलता से अप्रूव्ड हो गया तो जून या जुलाई में आपको 2 हजार रुपए की इस साल की पहली किस्त मिल जाएगी। वहीं अगस्त में आपको फिर से 2 हजार रुपए की दूसरी किस्त भी मिल जाएगी।

स्रोत: कृषि जागरण

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

मल्टीलेयर खेती करने से किसानों को मिलेंगे कई फायदे

Multilayer Farming
  • मल्टीलेयर खेती के अंतर्गत एक ही खेत में एक ही मौसम में एक साथ बहुत सी फसलें लगायी जाती है। खेती की इस तकनीक को मल्टीलेयर खेती कहते हैं।

  • मल्टीलेयर खेती के लिए किसान पहले जमीन में ऐसी फसल लगाएं, जो कि भूमि के अंदर उगती है। इसके बाद उसी भूमि में सब्जी और फलदार पौधे लगा सकते हैं।

  • इन फसलों के अलावा छायादार और फलदार वृक्ष भी लगा सकते हैं। इस तकनीक से किसान कम भूमि में भी एक से अधिक फसल की खेती कर सकता है।

  • मल्टी लेयर फार्मिंग में एक ही खेत में एक साथ चार से पांच फसल आसानी से लगाई जा सकती है।

  • मल्टीलेयर खेती में किसान कम भूमि में अधिक खेती करके अधिक लाभ कमा सकते हैं।

आधुनिक और स्मार्ट खेती से जुड़ी ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए पढ़ते रहे ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने किसान मित्रों से भी करें साझा।

Share

एमएसपी पर मूंग की खरीदी के लिए जल्द शुरू होगा पंजीयन

वर्तमान में कई राज्य सरकारें रबी फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी कर रही है। मध्य प्रदेश में भी यह कार्य जारी है। बहरहाल मध्य प्रदेश सरकार ने इस कार्य में एक कदम आगे बढ़ते हुए यह घोषणा कर दी है की रबी फसलों की ही तरह आने वाले समय में ज़ायद सीजन की मुख्य फसल मूंग की खरीदी एमएसपी पर की जायेगी।

हालांकि मूंग की कटाई अभी नहीं हुई है इसके बाद भी प्रदेश सरकार इसकी खरीदी के लिए निर्णय ले रही है। मूंग की खरीदी के लिए किसानों का पंजीयन जल्द शुरू कराया जाएगा। मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि “संकट की इस घड़ी में सरकार किसानों के साथ है। उन्हें उपज का समर्थन मूल्य दिलाने के लिए कोरोना संकट काल में भी समिति स्तर पर खरीद की जा रही है।”

स्रोत: नई दुनिया

अपनी फसल की बिक्री के लिए ना हों परेशान, ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार पर घर बैठे भरोसेमंद खरीददारों से करें डायरेक्ट बात और सौदा करें तय।

Share