मध्य प्रदेश में अगले तीन दिन होगी मूसलाधार बारिश, सभी जिले होंगे प्रभावित

Weekly Madhyapradesh weather update

मध्य प्रदेश के लगभग सभी जिले में अगले तीन दिन में बारिश की संभावना बन रही है। वीडियो के माध्यम से जानें कैसा रहेगा मौसम आने वाले दिनों में।

वीडियो स्रोत: मौसम तक

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प्रति एकड़ पराली पर आप प्राप्त कर सकते हैं 1000 रुपये

You can get 1000 rupees per acre of crop residue

फसलों के अवशेष या पराली को खेतों में जला देने से पर्यावरण को बहुत नुकसान होता है और प्रदूषण भी बढ़ता है। इसके अलावा इससे खेत में पाए जाने वाले लाभकारी सूक्ष्मजीव भी नष्ट हो जाते हैं और भविष्य में लगाईं जाने वाली फसलों की पैदावार भी इससे कम हो जाती है।

सबसे ज्यादा पराली जलाने की समस्या हरियाणा में होती है। इस बार धान की रोपाई के साथ ही इसके पराली के बेहतर निस्तारण की योजना भी बना ली है। कृषि व किसान कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल ने बताया है की इस बार किसान पराली से आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं इसलिए वे पराली जलाने की सोचे भी नहीं।

जो किसान पराली का निष्पादन किसी सूक्ष्म, लघु या मध्यम उद्यम में या फिर अन्य औद्योगिक इकाईयों में करेंगे उन्हें 1000 रुपये प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि मिलेगी। बता दें की सरकार ने इस योजना के लिए 230 करोड़ रुपये का बजट तय किया है।

स्रोत: टीवी 9 भारत वर्ष

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मूंग की फसल में बुवाई के समय जरूरी है उर्वरक प्रबंधन

Fertilizer management at the time of sowing in moong crop
  • मूंग की फसल में होने वाले मिट्टी जनित कीटों नियंत्रण लिए बुवाई के पहले 50- 100 किलो FYM के साथ मेट्राजियम कल्चर को मिलाकर खाली खेत में बिखेर दें। इससे मिट्टी में उपस्थित कीटों के नियंत्रण में सहायता मिलती है।

  • इसके अलावा दूसरे आवश्यक तत्व, जो मूंग की बुवाई के समय अच्छे अंकुरण के लिए बहुत आवश्यक होते है वे सभी पोषक तत्व मिट्टी उपचार के रूप में मूंग की बुवाई के समय दिए जाते हैं।

  • इसके अंतर्गत DAP @ 40 किलो/एकड़ + MOP @ 20 किलो/एकड़ + ज़िंक सल्फेट @ 5 किलो की दर से मिट्टी में मिलाकर बुवाई से पहले खाली खेत में भुरकाव करें।

  • इसके साथ ही ‘मूंग समृद्धि किट’ का भी उपयोग कर सकते हैं जो आपकी फसल का सुरक्षा कवच बनेगा। इस किट में आपको बहुत कुछ एक साथ मिलेगा, जिसकी जरुरत मूंग की फसल को होती है।

  • इस किट में कई लाभकारी उत्पाद संलग्न हैं। इन उत्पादों में पीके बैक्टीरिया का कंसोर्टिया, राइज़ोबियम बैक्टीरिया, ट्राइकोडर्मा विरिडी, ह्यूमिक एसिड, समुद्री शैवाल, अमीनो एसिड एवं मायकोराइज़ा शामिल हैं।

  • इन सभी उत्पादों को मिट्टी या गोबर की खाद में मिलाकर बुवाई के पूर्व खेत में बिखेर दें।

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करें प्याज की खेती और पाएं 12000 रुपये प्रति हेक्टेयर की सब्सिडी

Cultivate onion and get a subsidy of Rs 12000 per hectare

प्याज की उपज बढ़ाने के लिए सरकार किसानों को प्रोत्साहित कर रही है और इसके लिए कई योजनाएं चला रही है। इसी कड़ी में उत्तरप्रदेश में प्याज की खेती को और ज्यादा बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई योजनाएं शुरू की गई हैं।

उत्तरप्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की तरफ से प्याज की खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से खरीफ व रबी दोनों सीजन में किसानों को अधिकतम 4 हेक्टेयर खेत में प्याज उगाने पर 12000 रुपये प्रति हेक्टेयर की सब्सिडी दी जायेगी।

स्रोत: किसान समाधान

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मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट, कई जिले आएंगे चपेट में

Weather Update

मध्य प्रदेश के लिए मौसम विभाग की तरफ से अहम सूचना जारी की गई है। इसमें मध्य प्रदेश के कई जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वीडियो के माध्यम से जानें पूरी खबर।

वीडियो स्रोत: एमपी तक

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प्याज भंडारण में मददगार होगा बिना किसी खर्च से बना यह देशी जुगाड़

onion storage

बहुत सारे किसान प्याज की उपज प्राप्ति के बाद इसे बेचने के बजाय इसका भंडारण कर के रखना चाहते हैं ताकि जब प्याज के रेट बढे तब वे इसका अच्छा दाम ले सकें। पर भंडारण करने में भी किसानों को काफी खर्च करना पड़ जाता है। बहरहाल वीडियो में एक किसान ने भंडारण का देशी तरीका बताया है जिसमे कोई बड़ा खर्च भी नहीं करना पड़ता है। विस्तृत जानकारी के लिए देखें वीडियो।

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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कपास में इन लक्षणों से पहचानें कोणीय धब्बा रोग, करें नियंत्रण

Symptoms and control of angular spot disease in cotton crop
  • कपास का कोणीय धब्बा रोग जिसे बैक्टीरियल ब्लाइट, बॉल रॉट और ब्लैक लेग भी कहा जाता है, एक संभावित विनाशकारी जीवाणु रोग है।

  • कोणीय धब्बा रोग मुख्यतः पत्तियों को प्रभावित करता है। इसके कारण पत्तियों पर जलसक्त धब्बे दिखाई देते हैं एवं यह धब्बे शुरुआती समय में पत्तियों पर दिखाई देते हैं।

  • यह धब्बे पत्तियों की ऊपरी सतह पर दिखाई देता है और बाद में पूरी पत्ती पर फैल जाता है। इन धब्बों का आकर धीरे-धीरे बढ़ कर कोणीय आकार का हो जाता है। धब्बे जैसे जैसे पुराने होते जाते हैं वैसे वैसे भूरे-काले हो जाते है।

  • रासायनिक प्रबधन: कासुगामायसिन 5% + कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% WP @ 300 ग्राम/एकड़ या कासुगामायसिन 3% SL@ 400 मिली/एकड़ या स्ट्रेप्टोमायसिन सल्फेट 90% + टेट्रासायक्लीन हाइड्रोक्लोराइड 10% W/W @ 20 ग्राम/एकड़ की दर से छिडकाव करें।

  • जैविक प्रबधन: जैविक उपचार के रूप में ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम/एकड़ या स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ की दर छिड़काव करें।

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सोयाबीन में सल्फर का होता है महत्व, उपयोग पूर्व बरतें सावधानियाँ

Sulfur is important in soybean
  • सोयाबीन की फसल में सल्फर (गंधक) की कमी के लक्षण सर्वप्रथम नई पत्तियों पर दिखाई देते हैं। इसके कारण पत्तियाँ पीली व हरे रंग की हो जाती हैं वहीं पुरानी पत्तियां सामान्य रहती हैं। कुछ समय बाद पत्तियॉं एवं पर्ण छोटे आकार के हो जाते हैं एवं सम्पूर्ण पौधा पीला पड़ जाता है। तने पतले तथा कमजोर व जड़ कड़ी हो जाती है, जिससे पौधों की वृद्धि रूक जाती है।

  • गंधक (सल्फर) का जैव रसायनिक महत्व: गंधक (सल्फर) कुछ महत्वपूर्ण एमिनों अम्ल का आवश्यक घटक है। हरित लवक निर्माण मे इसका महत्वपूर्ण योगदान होता है। तेल के जैव उत्पादन, सोयाबीन फसल में ग्रंथिका निर्माण, जैविक नत्रजन स्थिरीकरण में तथा स्वस्थ दानों के निर्माण में गंधक (सल्फर) सहायक है।

  • सोयाबीन की फसल में सल्फर का उपयोग करने के पहले कुछ सावधानियां रखनी बहुत आवश्यक है। सबसे पहले सल्फर का उपयोग बुवाई के समय या बुवाई के बाद 40 दिनों तक कर सकते है। सल्फर के उपयोग के पूर्व इस बात का ध्यान रखें की खेत में पर्याप्त नमी हो। कम बारिश की स्थिति में, सल्फर उपयोग करने के बाद हल्की सिंचाई अवश्य करें।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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मध्य प्रदेश में मानसून ने पकड़ी रफ्तार, आज भी भारी बारिश की संभावना

monsoon

मध्य प्रदेश के कई जिले में बारिश शुरू हो गई है और यह अब और बढ़ेगी। 23 जुलाई के आसपास बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा जिसके प्रभाव से उड़ीसा, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ तथा मध्य प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। दिल्ली में भी 23 और 24 जुलाई को बारिश हो सकती है। 22 से 24 जुलाई के बीच राजस्थान तथा पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी अच्छी बारिश के आसार।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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20 जुलाई को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?

What were the prices of onions in Indore's mandi today

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 20 जुलाई के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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