टमाटर में कैल्शियम की कमी के लक्षण एवं निवारण उपाय

  • पौधे के उतकों में कैल्शियम की बहुत कम गतिशीलता के कारण इसकी कमी के लक्षण तेजी से पौधे में वृद्धि करते हुए दिखाई देते हैं।

  • कैल्शियम की कमी के लक्षण पत्तियों के आधार वाले भागों में दिखाई देते हैं इसके कारण पत्तियां पीली हो जाती हो जाती हैं और धीरे-धीरे सूखने लगती है।

  • इसकी कमी के लक्षण पौधे के तने पर सूखे मृत धब्बों के रूप में दिखाई देते हैं तथा ऊपरी वृद्धि करने वाले भाग मृत हो जाते हैं।

  • शुरुआत में ऊपरी नई कोमल पत्तियों का रंग गहरे हरे रंग का होता है फिर बाद में पत्तियों के किनारे पीले रंग में परिवर्तित होने लगते हैं तथा अंत में पौधा मर जाता है।

  • पौधे की पत्तियों के किनारे अन्य भागों की अपेक्षा धीरे धीरे बढ़ते हैं जिसके फलस्वरूप पत्तियां नीचे की ओर मुड़ जाती है।

  • पौधे में फलों के ऊपर कैल्शियम की कमी की वजह से ब्लॉसम एन्ड रॉट के लक्षण दिखाई देते हैं।

    निवारण:

  • खेत की तैयारी के दौरान, यदि मिट्टी अम्लीय है तो चूने का उपयोग करें और यदि मिट्टी क्षारीय है तो जिप्सम का उपयोग करें।

  • खेत में रोपाई के पहले कैल्शियम नाइट्रेट @ 10 किलो/एकड़ की दर से खेत में मिलाएं।

  • कैल्शियम की कमी के लक्षण दिखाई देने पर चिलेटेड कैल्शियम EDTA @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से दो बार छिड़काव करें।

  • जल में घुलनशील कैल्शियम नाइट्रेट का 800 ग्राम प्रति एकड़ छिड़काव करें।

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