- बुवाई के लिये स्वस्थ एवं रोग रहित बीजो का चुनाव करे।
- आवश्यकता पड़ने पर ही सिंचाई करे और अतिरिक्त पानी देने से बचे।
- नाइट्रोजन उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग से बचें, क्योंकि अधिक नत्रजन रोग के विकास के लिए जिम्मेदार हो सकता हैं।
- जब धनिया के पौधे पर रोग लग जाए तो कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 50% डब्लूपी का 400-500 ग्राम प्रति एकड़ का छिडकाव करें।
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