- इसकी खेती बलुई दोमट, दोमट और भारी मिट्टी में की जा सकती है.
- खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए |
- खेत से पिछली फसल के अवशेष हटा लें, इसके बाद जुताई करके जैविक खाद मिट्टी में मिलाएं.
- पहली गहरी जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से होनी चाहिए.
- इसके बाद 2 से 3 बार देसी हल और कल्टीवेटर से जुताई करें.
- अब पाटा चलाकर मिट्टी को भुरभुरा और खेत समतल बनाएं.