कुछ क्षेत्रों में जारी रहेगी बारिश, सर्दियों के लिए अभी करना होगा इंतजार

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दक्षिण पूर्वी अरब सागर पर एक चक्रवर्तीय हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है जो निम्न दबाव में बदल सकता है। पहाड़ों पर एक पश्चिमी विक्षोभ 11 दिसंबर से बर्फबारी दे सकता है। पूर्वी और उत्तर पूर्वी भारत में बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी। दक्षिण भारत में एक बार फिर बारिश की गतिविधियां बढ़ सकती है। अभी फिलहाल उत्तर भारत सहित मध्य और पूर्वी भारत में कड़ाके की सर्दी नहीं पड़ेगी। मुंबई को भी सर्दी का लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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लाडली बहना योजना की है खूब चर्चा, जानें इस योजना की पूरी जानकारी

Ladli Behna Yojana

हाल ही में मध्य प्रदेश में हुए विधान सभा चुनावों में पिछली सरकार पुनः सत्ता में वापसी कर चुकी है। बहुत सारे राजनीतिक विश्लेषक राज्य में चलाई जा रही सरकारी योजनाओं को इस जीत के पीछे की मुख्य वजह बता रहे हैं। ख़ास कर के लाडली बहना योजना की इस बाबत बहुत ज्यादा चर्चा है। आइये इस लेख के माध्यम से जानते हैं इस योजना से जुड़ी हर जानकारी।

लाडली बहना योजना दरअसल प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई एक बेहतरीन योजना है। योजना के शुरुआत में इसके माध्यम से राज्य की हर पात्र महिला को हर महीने 1000 रुपए की राशि दी जाती थी। पर योजना के शुरू होने के 6 महीने के बाद ही राशि को 1250 रुपये तक कर दिया गया था। इसका मतलब हुआ की महिलाओं को पूरे साल में 15000 रुपये की राशि मदद के रूप में मिलती है।

इस पूरी राशि का भुगतान पात्र महिला के आधार कार्ड से लिंक डीबीटी इनेबल्‍ड बैंक अकाउंट में होता है। योजना का लाभ लेने के लिए महिला को मध्य प्रदेश की निवासी होना अनिवार्य है और उनकी आयु 23 से 60 वर्ष के बीच होनी जरूरी है। इस योजना में वे महिलाएं शामिल नहीं हो सकती जिनके परिवार की वार्षिक आमदनी 2.5 लाख से अधिक हो। इसके अलावा अगर परिवार का कोई सदस्य आयकर भरता हो तो ऐसे परिवार की महिला इस योजना के लिए पात्र नहीं होगी।

स्रोत: कृषि जागरण

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लहसुन के भाव में जबरदस्त उछाल, उच्च भाव पहुंचे 28000 रुपये के पार

garlic mandi rate,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
धार बदनावर (F&V) लहसुन 11000 16000
खरगोन बड़वाह अन्य 7500 13000
भोपाल भोपाल (F&V) अन्य 10000 19000
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा (F&V) देसी 9000 9800
मन्दसौर दलौदा औसत 8700 24800
होशंगाबाद होशंगाबाद लहसुन 10880 13350
इंदौर इंदौर (F&V) देसी 3100 22057
जबलपुर जबलपुर (F&V) देसी 2600 3000
रतलाम जावरा देसी 9500 25400
शाजापुर कालापीपल अन्य 4000 21500
खंडवा खंडवा (F&V) अन्य 3000 12000
नीमच मनसा अन्य 10000 22500
मन्दसौर मन्दसौर अन्य 11501 23701
नीमच नीमच देसी 8000 28500
झाबुआ पेटलावद औसत 1500 2500
होशंगाबाद पिपरिया औसत 10000 18000
मन्दसौर पिपल्या लहसुन 9000 27100
रतलाम रतलाम (F&V) देसी 7500 22211
सागर सागर (F&V) लहसुन 10000 14000
रतलाम सैलाना अन्य 1750 24000
सिवनी सिवनी औसत 6500 7500
शाजापुर शाजापुर (F&V) अन्य 11000 21000
शाजापुर शुजालपुर अन्य 1500 23850
मन्दसौर सीतामऊ अन्य 13400 20000

स्रोत: एगमार्कनेट

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आलू की फसल में पछेती झुलसा रोग का ऐसे करें निवारण

Prevention of late blight disease in potato crop

  • यह रोग आलू के पौधों की पत्तियों, तने और कंदों को प्रभावित करता है l 

  • इस रोग में पत्तियों पर अनियमित आकार के पानी से भीगे धब्बे बन जाते हैं जो पत्तियों के शीघ्र पतन का कारण बनते हैं।

  • इन धब्बों के कारण पत्तियों पर भूरे रंग की परत बन जाती है जो कि पौधे के भोजन निर्माण की प्रक्रिया को बाधित कर देती है l 

  • प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया बाधित होने के कारण पौधे भोजन का निर्माण नहीं कर पाते हैं, जिसके कारण पौधे का विकास भी सही से नहीं हो पाता है एवं पौधा समय से पहले ही सूख जाता है l 

  • सफेद वृद्धि पत्तियों की सतह के नीचे, तने एवं नोड्स पर विकसित होती है इन बिंदुओं पर से तना टूट जाता है और पौधा ऊपर गिर जाता है। कंदों में, बैंगनी भूरे रंग के धब्बे जिन्हें काटने पर पूरी सतह पर फैल जाते हैं, प्रभावित कंद सतह से केंद्र तक जंग लगे भूरे रंग के परिगलन हुए दिखाई देते है।

  • रासायनिक उपचार: एज़ोक्सिस्ट्रोबिन 11% + टेबुकोनाज़ोल 18.3% SC @ 300 मिली या कासुगामायसिन 5% + कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% WP@ 300 ग्राम या टेबुकोनाजोल 10% + सल्फर 65% WG @ 500 ग्राम या मेटालैक्सिल 4 % + मैनकोज़ेब 64%WP@ 600 ग्राम या टेबुकोनाजोल 50% + ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन 25% WG 150 मिली प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करे l 

  • जैविक उपचार: स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करे l

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एमपी, यूपी, महाराष्ट्र सहित उत्तर पूर्वी राज्यों में बारिश की संभावना

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तूफान अब कमजोर हो गया है परंतु इसका असर अभी झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ और तेलंगाना सहित उत्तर पूर्वी राज्यों के ऊपर जारी रहेगा। पहाड़ों के ऊपर 11-13 दिसंबर के बीच हिमापत होगा। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली सहित मध्य भारत में सर्दी बढ़ सकती है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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मध्यप्रदेश की मंडियों में क्या चल रहे हैं टमाटर के भाव?

Tomato mandi rates,

आज मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे आलीराजपुर, राजगढ़, दमोह, देवास, इंदौर, खरगोन, मन्दसौर, राजगढ़, खंडवा, मुरैना, बड़वानी, शिवपुरी, हरदा आदि में क्या चल रहे हैं टमाटर के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में टमाटर के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
आलीराजपुर अलीराजपुर (F&V) देसी 1500 2500
राजगढ़ ब्यावरा देसी 900 1100
दमोह दमोह (F&V) अन्य 1000 1200
देवास देवास (F&V) अन्य 300 1400
देवास हाटपिपलिया टमाटर 1000 1600
इंदौर इंदौर (F&V) अन्य 400 1600
खरगोन खरगोन देसी 600 1200
मन्दसौर मंदसौर (F&V) अन्य 2400 3900
राजगढ़ नरसिंहगढ़ अन्य 260 680
खंडवा पंधाना (F&V) देसी 300 340
मुरैना पोरसा (F&V) टमाटर 1200 1200
सागर सागर (F&V) देसी 300 700
इंदौर सांवेर अन्य 4000 4500
बड़वानी सेंधवा टमाटर 800 1200
शिवपुरी शिवपुरी (F&V) अन्य 800 800
हरदा सिराली टमाटर 1000 1000
हरदा टिमरनी टमाटर 1000 1500

स्रोत: एगमार्कनेट

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इन महंगी सब्जियों की खेती पर सरकार दे रही है बंपर सब्सिडी

Government is giving subsidy on the cultivation of expensive vegetables

किसानों को मदद पहुंचाने के उद्देश्य से सरकार कई तरह की योजनाएं चलाती है। इन योजनाओं से किसानों को बहुत मदद भी मिलती है। ऐसी ही एक योजना बिहार सरकार द्वारा वहां के किसानों के लिए चलाई जा रही है। इसके तहत किसानों के बीच पारंपरिक फसलों के अलावा फल, फूल एवं सब्जियों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है।

गौरतलब है की सब्जियां नकदी फसल होती हैं और बिहार सरकार इसके माध्यम से किसानों की आमदनी बढ़ाने का प्रयास कर रही है। इस बाबत शुरू की गई योजना का का नाम “सब्जी विकास योजना (2022-23)” है। इस योजना के अंतर्गत महंगी सब्जियों की खेती पर किसानों को अनुदान दिया जाना है।

इस योजना के माध्यम से जिन महंगी सब्जियों वाली फसलों की खेती पर सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया है उनमें ब्रोकली, कलर कैप्सिकम, बीज रहित खीरा और बीज रहित बैंगन शामिल है। बता दें की इस योजना में सरकार 75% की सब्सिडी दी जाएगी। योजना का लाभ लेने के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in पर आवेदन करें

स्रोत: ज़ी बिजनेस

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लहसुन की फसल में सफेद सड़न के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय!

Symptoms and control measures of white rot in garlic crops
  • लहसुन की फसल में सफेद सड़न के प्रकोप के कारण पत्तियों के आधार भाग सड़ कर पीले पड़ जाते हैं, एवं मुरझाकर पत्तीयाँ गिरने लगती हैं। 

  • इसकी वजह से जड़ें और कली पर एक रोएँदार सफेद कवकजाल से ढक जाते हैं।

  • प्रभावित कली पानीदार हो जाता है, और कली के सूखने और सिकुड़ने से बाहरी परत फट जाती है। 

  • अंत में छोटे भूरे एवं काले स्क्लेरोटिया/कवक कली के प्रभावित हिस्सों पर या ऊतक के भीतर विकसित होता है।

नियंत्रण के उपाय 

  • इसकी रोकथाम के लिए, फसल चक्र अपनाना चाहिए। 

  • संक्रमित पौधे को नष्ट कर देना चाहिए।

पौधों के आसपास की मिट्टी का उपचार के रूप में, प्याज एवं लहसुन अनुसंधान निदेशालय के अनुसार  धानुस्टिन (कार्बेन्डाजिम 50 % डब्ल्यूपी) @ 15 ग्राम या भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान के अनुसार कर्मानोवा (कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% डब्ल्यूपी) @ 30 ग्राम + मैक्सरुट @10 ग्राम, प्रति 15 लीटर पानी के हिसाब से पौधों के जड़ क्षेत्र के पास ड्रेंचिंग करें या गहरा छिड़काव करें जिससे की पानी पौधों के जड़ तक पहुँच जाए।

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भारी तबाही के बाद तूफान हुआ कमजोर पर अभी भी कई राज्यों पर दिख रहा असर

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समुद्री तूफान मिचौंग आंध्र प्रदेश के तट से टकराने के बाद अब कमजोर हो गया है या एक गहरे निम्न दबाव के रूप में छत्तीसगढ़ के दक्षिणी भागों और दक्षिणी उड़ीसा में बना हुआ है। यह 24 घंटे के बाद पूरी तरह से कमजोर हो जाएगा। अगले दो दिनों के दौरान इसके प्रभाव से छत्तीसगढ़, तेलंगाना, उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, झारखंड, दक्षिणी बिहार और पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश होगी। दक्षिण पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं पूर्वोत्तर राज्यों में भी बारिश जारी रहेगी। तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। उत्तर और मध्य भारत में सुबह और शाम की ठंड बढ़ेगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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फसल बीमा योजना से मिलेगी 50% की सब्सिडी, फसल क्षति पर भी मिलेगा मुआवजा

Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana

देश में किसानों की मदद के लिए सरकार की तरफ से कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक प्रमुख योजना है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जिसकी मदद से किसान फसलों की क्षति पर मुआवजा प्राप्त करते हैं साथ ही इसके तहत फसल नुकसान से उबारने के लिए सरकारी सब्सिडी भी दी जाती है।

इस योजना में रबी फसलों पर बीमा कवर का प्रीमियम 1.5% और फसल क्षति से उबारने में मदद के लिए करीब 50% सब्सिडी दी जाती है। बात खरीफ फसलों की करें तो इसमें बीमा कवर का प्रीमियम 2% और बागवानी फसलों में बीमा कवर का प्रीमियम 5% है।

गौरतलब है की सरकार ने 1 दिसंबर से फसल बीमा सप्ताह शुरू किया था। आप भी अपनी रबी फसलों का बीमा इस योजना के अंतर्गत करवा सकते हैं। बता दें की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि, चक्रवात तूफान, कीट और रोग प्रकोप आदि से होने वाली फसल क्षति की भरपाई हो जाती है। योजना में आवेदन के लिए पीएम फसल बीमा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।

स्रोत: कृषि जागरण

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