50% अनुदान पर कराएं जल स्रोतों का निर्माण

फसल उत्पादकता बढ़ाने के लिए सिंचाई व्यवस्था का बेहतर होना जरूरी है। हालांकि  आर्थिक तंगी के कारण सभी किसान सिंचाई के साधन नहीं जुटा पाते हैं। ऐसे में किसानों की मदद हेतु मध्यप्रदेश सरकार सिंचाई के संसाधन उपलब्ध कराने के लिए कई योजनाएं चला रही है।

इन्हीं योजनाओं में से एक ‘एकीकृत बागवानी विकास मिशन MIDH’ है, जिसके माध्यम से किसान अनुदान पर जल स्रोतों जैसे तालाब, नलकूप या कुएं का निर्माण करवा सकते हैं। योजना के तहत (20*20*03) मीटर क्षेत्रफल में जल स्रोत बनवाने के लिए 125 रूपए/घनमीटर की दर से अनुदान दिया जा रहा है। सरकार के अनुसार ईकाई लागत 1 लाख 50 हजार रूपए तय की गई है, जिसमें 50% यानी 75 हजार रूपए अनुदान के तौर पर प्रदान किया जा रहा है।

16 अगस्त 2022 के दिन से आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इच्छुक किसान राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट https://mpfsts.mp.gov.in/mphd पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। योजना से जुड़ी सभी जानकारी भी इसी वेबसाइट पर प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो बिना देरी करें जल्द आवेदन करें।

स्रोत: किसान समाधान

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मध्यप्रदेश की चुनिंदा मंडियों में क्या चल रहे सोयाबीन के भाव?

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे महू, राहतगढ़ और सोनकच्छ  आदि में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव

जिला

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

इंदौर

महू

3400

3400

इंदौर

महू

3400

3400

सागर

राहतगढ़

6150

6160

देवास

सोनकच्छ

5450

6250

स्रोत: एगमार्कनेट

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राजस्थान सहित कई राज्यों में भारी बारिश के आसार

know the weather forecast,

छत्तीसगढ़ के ऊपर बना हुआ डिप्रेशन अब आगे बढ़कर के गहरे निम्न दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा। अब पूर्वी भारत सहित उड़ीसा, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश तथा विदर्भ और तेलंगाना में बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी। राजस्थान और गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश जारी रह सकती है जो 17 अगस्त के बाद काफी कम हो जाएगी। 18 से 20 अगस्त के बीच राजस्थान, गुजरात और दक्षिणी भारत का मौसम लगभग शुष्क हो जाएगा।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi rates

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे बड़ा मलहरा, बकतरास, भीकनगांव, छपरा, डबरा, खंडवा और खटोरा आदि में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में गेहूं के ताजा मंडी भाव

जिला

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

छतरपुर

बड़ा मलहरा

2150

2200

सीहोर

बकतरास

2050

2120

खरगोन

भीकनगांव

1870

2210

खरगोन

भीकनगांव

2200

2347

राजगढ़

छपरा

1990

2190

ग्वालियर

डबरा

2275

2275

ग्वालियर

डबरा

2300

2300

धार

गंधवानी

2020

2020

दमोह

जावेरा

2021

2025

झाबुआ

झाबुआ

2100

2150

खंडवा

खंडवा

2112

2382

देवास

खातेगांव

1963

2230

देवास

खातेगांव

1900

2147

शिवपुरी

खटोरा

2015

2015

शिवपुरी

खटोरा

2015

2015

ग्वालियर

लश्कर

2250

2270

श्योपुर

श्योपुरबडोद

2186

2186

श्योपुर

श्योपुरकलां

2000

2000

श्योपुर

श्योपुरकलां

2000

2000

देवास

सोनकच्छ

2000

2327

देवास

सोनकच्छ

2000

2327

उमरिया

उमरिया

1820

2020

स्रोत: एगमार्कनेट

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भारी सब्सिडी पर शुरू करें मधुमक्खी पालन, जानें आवदेन की पूरी प्रक्रिया

बागवानी करने वाले किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा कई योजनाएं शुरू की गई हैं। इसी क्रम में मधुमक्खी पालन के तहत राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं हनी मिशन योजना चलाई जा रही है। इस योजना का उद्देश्य मधुमक्खी पालन को भूमिहीन एवं सीमांत किसानों के लिए आय का एक बेहतर स्रोत बनाना है। 

इस योजना के माध्यम से मधुमक्खी पालकों को 80% से 85% का अनुदान दिया जा रहा है। जिसकी मदद से लाभार्थियों को व्यवसाय शुरू करने के लिए सिर्फ 15% से 20% की लागत ही लगानी होगी। इसके साथ ही विशेषज्ञों के अनुसार मधुमक्खियां पर्यावरण के लिए बेहद उपयोगी और फायदेमंद जीव है। ऐसे में इस योजना के अंतर्गत मधुमक्खियों के संरक्षण में भी काफी मदद मिलेगी और इनकी घट रही संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। 

इसी कड़ी में हरियाणा सरकार ने मधुमक्खी पालन के लिए पंजीयन कराने की घोषणा कर दी है। आवदेन के लिए अंतिम तारीख 20 अगस्त 2022 निर्धारित की गई है। इसके तहत आवेदक मधुमक्खी पालन कॉलोनियों, मधुमक्खी के बक्से, मधुमक्खी पालन उपकरण व ट्रेनिंग के लिए एकिकृत बागवानी मिशन के माध्यम से लाभ उठा सकते हैं।

आवदेन की प्रक्रिया

आवेदन के लिए आपको केंद्र सरकार की आधिकारिक वेबसाइट www.india.gov.in पर जाना होगा। यहां पर मधुमक्खी पालन लोन योजना के विकल्प को सर्च करें। इसके बाद वेबसाइट से आवेदन फॉर्म को डाउनलॉड करें। इस फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरकर संबंधित दस्तावेजों के साथ मधुमक्खी पालन केंद्र में जमा कर दें।

स्रोत : कृषि जागरण

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जानिए, कपास की फसल में पत्तियों के लाल होने के कारण

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण :- 

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण सर्वप्रथम पुरानी पत्तियों पर दिखाई देते हैं, इसकी कमी से पत्तियों में हरिमाहीनता हो जाती है। पत्तियों की शिरा हरे रंग की रहती हैं, एवं शिराओं को छोड़कर बाकि पत्ती का रंग लाल भूरे रंग का दिखाई देता है। जिस कारण समय से पहले ही पत्ती गिर जाती हैं।

लाल पत्ती रोग के कारण :-

किसान भाइयों, कपास में पत्तियों के लाल होने को लाल पत्ती रोग के नाम से भी जाना जाता है। शुरुआत में पत्ती का किनारा पीला हो जाता है और बाद में लाल रंग का हो जाता है। यह विकार एक पर्यावरणीय कारक एवं नाइट्रोजन, मैग्नीशियम आपूर्ति एवं अत्यधिक जल भराव के कारण, होता है। यह किसी भी विकास के चरण में हो सकता है। रस चूसक कीट के लक्षण एवं लाल पत्ती  के लक्षण में कोई खास अंतर नहीं होता है। अक्सर लक्षण परिपक्व पत्तियों में देखा जाता है और धीरे-धीरे पूरे पत्तों  में फैल जाता है। अंत में पूरी पत्तियां सूख जाती है। 

बचाव के उपाय :-

प्राकृतिक कारक से बचने के लिए समय से बुवाई करनी चाहिए एवं खेतों में जलभराव से बचने के लिए पर्याप्त जल निकासी होना चाहिए एवं बुवाई के 40 से 45 दिन बाद, यूरिया 30 किग्रा + मैग्नीशियम सल्फेट 10 किग्रा प्रति एकड़ के हिसाब से प्रयोग करें।

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बंगाल की खाड़ी पर बने डिप्रेशन से होगी भारी बारिश

know the weather forecast,

बंगाल की खाड़ी के उत्तर भागों में बना हुआ डिप्रेशन अब उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए उड़ीसा, छत्तीसगढ़ तथा पूर्वी मध्य प्रदेश में भारी बारिश देगा। बारिश की गतिविधियां दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के साथ-साथ गंगिया पश्चिम बंगाल में भी देखी जा सकती हैं। भारत के पश्चिमी तट पर बारिश हल्की रहेगी। गुजरात के भी कुछ भागों में अच्छी बारिश संभव है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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शून्य ब्याज पर पाएं 3 लाख का लोन, जानें योजना की जानकारी

देश में ज्यादातर किसानों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इस वजह से अधिकतर किसानों को खेती करने के लिए लोन लेने की जरूरत पड़ जाती है। कई बार किसान साहुकारों और निजी संस्थाओं से ज्यादा ब्याज पर लोन प्राप्त कर लेते हैं। ऐसी स्थिति में किसानों को लोन चुकाना काफी भारी पड़ जाता है। ऐसी स्थिति में किसानों की आर्थिक मदद हेतु केंद्र सरकार किसान क्रडिट कार्ड योजना चला रही है। 

इस योजना के तहत 4% के ब्याज दर किसानों को लोन उपलब्ध कराया जाता है। इसके अतिरिक्त कई राज्यों में किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर लोन उपलब्ध कराया जाता है। जिसकी मदद से किसानों को काफी लाभ प्राप्त हुआ है। इस बात को ध्यान में रखते हुए योजना को वर्ष 2022-23 में भी जारी करने का निर्णय लिया है।

योजना के अनुसार राज्य शासन द्वारा किसानों को 3 लाख रूपये तक के अल्पावधि फसल ऋण पर  ब्याज अनुदान उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही 10% के अंतर्गत खरीफ और रबी सीजन में अल्पाविधि फसल लेने वाले सभी किसानों के लिए 3% ब्याज अनुदान दिया जा रहा है। इसके साथ ही बकाया ऋण वाले किसानों को 4% अतिरिक्त ब्याज अनुदान प्रोत्साहन स्वरूप दिया जा रहा है। 

स्रोत: किसान समाधान

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मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में होगी आफत की बारिश

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गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र अब मध्य प्रदेश के ऊपर आ गया है इसके प्रभाव से मध्य प्रदेश के कई जिलों सहित दक्षिण पूर्वी और दक्षिण राजस्थान और गुजरात में भारी बारिश हो सकती है। छत्तीसगढ़ और उड़ीसा में बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी। बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी हल्की बारिश हो सकती है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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सोयाबीन की फसल में सरकोस्पोरा लीफ स्पॉट की समस्या एवं रोकथाम

क्षति के लक्षण 

इस रोग का संक्रमण सबसे पहले पुरानी पत्तियों पर दिखाई देता है | सर्वप्रथम पत्तियों की ऊपरी सतह पर छोटे भूरे, एवं हल्के बैंगनी रंग के अनियमित, कोणीय धब्बे के रूप में प्रकट होता है और धीरे-धीरे गोलाकार धब्बों में विकसित होता है, बाद में ये धब्बे आपस में मिलकर, बड़े धब्बों में बदल जाते हैं। इससे अधिक प्रभावित पत्ते गहरे बैंगनी रंग की हो जाती हैं। अंत में सनबर्न (जली हुई) की तरह दिखाई देती है।

रोकथाम के उपाय 

जैविक नियंत्रण – मोनास-कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस 1% डब्ल्यूपी) @ 500 ग्राम/एकड़ के हिसाब से 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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