कुछ क्षेत्रों में बारिश तो कुछ क्षेत्रों में भीषण गर्मी के आसार

Weather Forecast

पिछले दो दिनों के दौरान दिल्ली सहित पंजाब हरियाणा राजस्थान गुजरात मध्य प्रदेश तथा मुंबई में तापमान काफी गिरे हैं। यह राहत अगले 3 दिनों तक जारी रह सकती है। आंतरिक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक तथा उत्तर पूर्वी राज्यों में प्री मानसून बारिश जारी रहेगी। पहाड़ों पर हल्की बारिश और हल्का हिमपात संभव है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

खेती में हुआ नुकसान तो सरकार करेगी 3 साल तक भुगतान

If there is a loss in agriculture then the government will pay for 3 years

कृषि में रासायनिक उर्वरकों के लगातार प्रयोग से मृदा स्वास्थ्य एवं उपज की गुणवत्ता गिरती जा रही है। इसके अलावा रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग से पर्यावरण पर भी बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे में इन समस्याओं का एकमात्र उपाय प्राकृतिक खेती है। इसे अपनाकर रासायनिक खाद से हो रहे नुकसान से बचा जा सकता है। इसलिए सरकार देशभर में प्राकृतिक खेती या जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है। इसके साथ ही केंद्र और राज्य सरकारें किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं भी चला रही हैं।

हालाकि सरकार के प्रयासों के बावजूद भी किसान प्राकृतिक खेती करने से झिझक रहे हैं। किसानों को डर है कि इस पद्धति को अपनाने से उत्पादन में कमी आएगी और उन्हें नुकसान होगा। इसके साथ ही जैविक उत्पाद बेचने के लिए बाजार भी उपलब्ध नहीं होंगे। किसान भाईयों की इन्हीं आशंकाओं को खत्म करने के लिए हरियाणा सरकार एक योजना लेकर आई है। इसके तहत राज्य के किसानों को प्राकृतिक खेती की फायदें गिनाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं अगर प्राकृतिक खेती से किसानों की पैदावार को नुकसान पहुंचता है, तो सरकार द्वारा 3 सालों तक इसकी भरपाई की जाएगी।

बता दें कि हरियाणा सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट में प्राकृतिक खेती को महत्व दिया है। इसके लिए सरकार ने इस बार 32 करोड़ रुपए के बजट प्रावधान की घोषणा की है। जिसकी मदद से प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों की आर्थिक तौर पर मदद की जाएगी। वहीं अगर पैदावार में किसी भी तरह का नुकसान होता है, तो सरकार 3 साल तक इसकी भरपाई करेगी।

स्रोत: ट्रैक्टर जंगशन

कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को शेयर बटन के माध्यम से अपने दोस्तों के साथ साझा करें।

Share

रतलाम मंडी में 23 मार्च को क्या रहे नए गेहूँ के भाव?

Ratlam Mandi wheat Rate

नए गेहूँ भाव में आज कितनी तेजी या मंदी देखने को मिली? वीडियो के माध्यम से देखें की आज मंडी में कैसा चल रहा है गेहूँ का भाव !

स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

कपास के भाव में जबरदस्त तेजी का दौर, देखें विशेषज्ञ रिपोर्ट

Rise in Cotton Rates

कपास किसानों के लिए अच्छी खबर आ रही है। कपास के भाव में तेजी देखने को मिल रही है। वीडियो के माध्यम से देखें कपास के भाव में कौन कौन से कारकों के कारण तेजी देखने को मिल रही है।

वीडियो स्रोत: मार्केट टाइम्स टीवी

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

इंदौर मंडी में 23 मार्च को क्या रहे प्याज भाव?

Indore onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 23 मार्च के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

प्याज की पत्तियां पीली होकर ऊपर से सूखने लगे तो हो जाएँ सावधान

Onion bolting or flowering problem and its remedy
  • किसान भाइयों प्याज में बोल्टिंग की समस्या एक रोग नहीं बल्कि भौतिक परिवर्तन एवं व्याधि है जिसे आम भाषा में किसान प्याज में फूल आना या पाइप बनना आदि नामों से जानते है। यह समस्या प्याज में प्राय: 4-5 पत्ती अवस्था में देखने को मिलती है।

  • इस व्याधि में प्याज की पत्तियां पीली होकर ऊपर से सूखने लगती है एवं पत्तियों पर फूल बनने लगते हैं जिसके कारण प्याज के कंदो के आकार के साथ उपज भी प्रभावित होती है।

  • इसके संभावित कारणों में फसल में नाइट्रोजन की कमी एवं अधिकता, अधिक सिंचाई, मौसम के अनुसार किस्म का चयन न करना, मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी, पौध रोपाई में देरी, वातावरण में नमी आदि प्रमुख हैं।

  • इससे बचाव के लिए उचित समय पर सही मात्रा में नाइट्रोजन एवं पोषक तत्वों का उपयोग करें। ध्यान रखें की कंद बनते समय यूरिया का उपयोग न करें।

  • बुवाई के लिए मौसम के अनुसार अच्छी गुणवत्ता वाली किस्म का ही चयन करें एवं अधिक सिंचाई से बचें।

  • प्याज की रोप 30-45 दिनों में रोपाई के लिए तैयार हो जाती है, रोपाई में देरी से भी इस व्याधि की संभावना बढ़ जाती है।

  • फसल में फूल दिखते ही उसे तोड़ दें, ऐसा करना आवश्यक है अन्यथा कंदो को पर्याप्त पोषण नहीं मिलता है और कंद छोटे रह जाते है।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

Share

जानें आखिर मिट्टी परीक्षण करवाना क्यों बेहद जरूरी?

Why soil test is necessary
  • मिट्टी परीक्षण, उर्वरकों के सार्थक उपयोग और बेहतर फसल उत्पादन के लिए बेहद जरूरी है। 

  • मिट्टी परीक्षण से मिट्टी पीएच, विद्युत चालकता, जैविक कार्बन के साथ-साथ मुख्य पोषक तत्वों और सूक्ष्म पोषक तत्वों का पता लगाया जा सकता है, जो उपज बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी है। 

  • इससे मिट्टी में उपलब्ध पोषक तत्वों के स्तर की जांच करके फसल एवं किस्म के अनुसार तत्वों की संतुलित मात्रा का निर्धारण किया जा सकता है। इसी के साथ ही खेत में खाद एवं उर्वरक मात्रा की सिफारिश भी इससे की जा सकती है।

  • मिट्टी की अम्लीयता, लवणीयता एवं क्षारीयता की पहचान भी इससे होती है। जिसके सही अनुपात के लिए सुधारकों की मात्रा व प्रकार की सिफारिश कर इस तरह की भूमि को कृषि योग्य बनाने के लिए महत्वपूर्ण सलाह एवं सुझाव अपनाए जा सकते हैं।

  • इसकी मदद से बागवानी के लिये भूमि की उपयुक्तता का पता लगा सकते हैं।

  • मृदा उर्वरता मानचित्र तैयार करने और मानचित्र में विभिन्न फसल उत्पादन योजना निर्धारण के लिये भी यह महत्वपूर्ण होता है, जो क्षेत्र विशेष में उर्वरक उपयोग संबंधी जानकारी देता है l

कृषि क्षेत्र से जुड़ी ऐसी ही अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

इन राज्यों में हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की है संभावना

Weather Forecast

समुद्री तूफान अब अंडमान और निकोबार के उत्तर में चला गया है। यह एक डीप डिप्रेशन के रूप में देखा जा सकता है। 22 मार्च के दोपहर के आसपास यह उत्तरी म्यानमार के ऊपर एक डिप्रेशन के रूप में लैंडफॉल करेगा ज्यादा नुकसान की आशंका नहीं है। हवाओं की दिशा में परिवर्तन होने से दिल्ली पंजाब हरियाणा तथा राजस्थान सहित गुजरात के कुछ भागों में तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की गई है। दक्षिण भारत के अधिकांश राज्यों में हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें संभव है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

सस्ते में बनाएं अपना घर, ग्रामीण हाउसिंग फाइनेंस होगी मददगार

Grameen Housing Finance

ग्रामीण हाउसिंग फाइनेंस की मदद से आप भी अपना घर सस्ते में बना सकते हैं। वीडियो के माध्यम से जानिए इसकी सम्पूर्ण जानकारी।

स्रोत: यूट्यूब

लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

ग्रीन हाउस पर किसानों को 70% की बंपर सब्सिडी, जानें पूरी प्रक्रिया

Bumper subsidy of 70% to farmers on a greenhouse

आज के समय किसानों के लिए संरक्षित खेती एक अच्छा विकल्प है। इसके माध्यम से देश के कई किसान ग्रीन हाउस में सब्जी एवं फूलों की खेती कर बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं। हालाकि संरक्षित खेती के लिए देश का हर किसान आर्थिक तौर पर सक्षम नहीं है। किसानों की इस परेशानी को कम करने के लिए सरकार इच्छुक किसानों को अनुदान देती है, ताकि किसानों की आर्थिक मुश्किल का हल निकाला जा सके।

इसी कड़ी में राजस्थान सरकार अपने राज्य के किसानों के लिए एक बंपर योजना लेकर आई है। इसके तहत राज्य में किसानों को ग्रीन हाउस लगाने एवं उसमें खेती करने के लिए 70 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है। इसकी मदद से किसान ग्रीन हाउस, पॉली हाउस, शेड नेट हाउस आदि बनाकर संरक्षित खेती कर सकते हैं।

राजस्थान में राष्ट्रीय बागवानी मिशन एवं राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत इस कार्यक्रम को चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत राज्य के सामान्य श्रेणी के किसानों को ग्रीन हाऊस निर्माण के लिए 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। वहीं लघु, सीमांत, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान के अलावा 20 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान प्रदान किया जाता है।

बता दें कि इससे पहले किसानों को ‘पहले आओ पहले पाओ’ योजना के आधार पर अनुदान दिया जाता था। फिलहाल किसानों को चयन करने की इस प्रक्रिया को बदल दिया गया है। गत वर्ष से इस योजना तहत लॉटरी द्वारा चयनित किसानों को ही अनुदान दिया जाता है। आप भी राज्य की इस किफायती योजना से जुड़कर संरक्षित खेत के माध्यम से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

स्रोत: किसान समाधान

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share