अगले 24 घंटों के दौरान पहाड़ों पर भारी हिमपात जारी रहेगा। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों सहित पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और पूर्वोत्तर में वर्षा। मुंबई सहित गुजरात के पूर्वी जिलों में भी छिटपुट वर्षा की गतिविधियां संभव है। आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में भी हल्की वर्षा हो सकती है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 22 जनवरी के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?
वीडियो स्रोत: यूट्यूब
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प्रिय किसान भाइयों प्याज की फसल में होने वाला गुलाबी सड़न एक प्रमुख रोग है।
इसका सबसे मुख्य लक्षण, प्याज़ की जड़ों का गुलाबी होकर सड़ जाना है, इसके कारण कंद का विकास बहुत अधिक प्रभावित होता है, कंद छोटा रह जाता है।
इसके नियंत्रण के लिए निम्न उत्पादों का उपयोग कर सकते है।
कीटाजिन 48% ईसी @ 400 मिली प्रति एकड़ या थायोफिनेट मिथाइल 70% डब्ल्यूपी @ 300 ग्राम प्रति एकड़ छिड़काव करें।
जैविक नियंत्रण के रूप में ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम प्रति एकड़ मिट्टी उपचार के रूप में उपयोग करें एवं स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम प्रति एकड़ छिड़काव करें।
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किसान मित्रों आलू की फसल जब 80 -90 दिन की हो जाती है तो कंद फटने की समस्या मुख्यतः देखी जाती है।
आलू की फसल में कंद फटने के निम्न कारण होते हैं जैसे – अत्यधिक नाइट्रोजन, खराब मिट्टी की संरचना, बोरॉन की कमी और कम रोपण घनत्व इस विकार के मुख्य कारण हैं। इसके अलावा खेत में अनियमित सिंचाई अर्थात खेत में ज्यादा सिंचाई के बाद में पूरी तरह से सूखने दें एवं अधिक सिंचाई दोबारा करने के कारण भी कंद फटने लगते है।
कंदो पर कटे निशान, गले हुए धब्बे होने के कारण फफूंदी जनित रोगों एवं कीटों प्रकोप अधिक होने की सम्भावना रहती है।
फसल उत्पादन का अच्छा बाजार मूल्य प्राप्त करने के लिए आलू अच्छा चमकदार, बड़े आकार का होना चाहिए।
आलू में अच्छी चमक एवं फटने से रोकने के लिए बोरॉन 500 ग्राम + कैल्शियम नाइट्रेट 1 किलो प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
एक समान सिंचाई और उर्वरकों की सही मात्रा उपयोग करने से कंदों को फटने से रोका जा सकता है।
जिन क्षेत्रों में यह समस्या हर वर्ष देखने को मिलती है वहाँ धीमी वृद्धि करने वाले किस्मों का उपयोग करें इससे भी इस विकार को कम कर सकते है।
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22 और 23 जनवरी के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में बहुत अच्छा स्नोफॉल हो सकता है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में अच्छी बारिश की संभावना है। मुंबई, नासिक में भी छिटपुट वर्षा संभव है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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सरकार द्वार चलाई जा रही प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना से किसानों को हर महीने 3000 रूपये पेंशन के तौर पर मिलते हैं। इस योजना के अंतर्गत 60 वर्ष की आयु के बाद किसान को पेंशन दिया जाता है।
18 वर्ष से 40 वर्ष तक के किसान इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। इसमें उम्र के आधार पर मासिक रूप से अंशदान करना होता है। यह अंशदान मासिक 55 रुपये से 200 रुपये तक हो सकता है।
इस योजना में रजिस्ट्रेशन हेतु किसान को कॉमन सर्विस सेंटर जाना होगा जहाँ किसान को आधार कार्ड तथा खसरा खतियान की छाया प्रति ले जानी होगी। साथ ही 2 पासपोर्ट साइज की फोटो व बैंक के पासबुक की भी जरुरत पड़ती है। बता दें की इस योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए आपको किसी प्रकार का फीस देने की जरुरत नहीं होती है।
स्रोत: कृषि जागरण
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किसान भाइयों को खेती की गतिविधियों को करते समय कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है और कई किसान इन समस्याओं को दूर करने के लिए अक्सर जुगाड़ तकनीक की मदद से कोई ऐसा अविष्कार कर देते हैं जिससे उनका काम आसान हो जाता है। ऐसे ही कई खोज किसान परिवार जन्में महाराष्ट्र के रहने वाले कमलेश भी करते रहते हैं। अपने इन्हीं जुगाड़ की मदद से आज उन्हें पूरा देश पहचानने लगा है। उनका एक जुगाड़ सोनी चैनल पर प्रसारित होने वाले प्रोग्राम शार्क टैंक इंडिया में दिखाया गया जिसे हर किसी ने पसंद किया।
कमलेश का यह जुगाड़ स्प्रे पंप की भारी टंकी को पीठ पर लादने की समस्या को दूर कर देता है जिससे किसान को ज्यादा श्रम करने की जरूरत नहीं पड़ती है। दरसल इस जुगाड़ में स्प्रे पम्प एक रिक्शे में फिट किया गया है जो बड़ी ही आसानी से स्प्रे का काम करता है। वीडियो के माध्यम से देखें यह जुगाड़ कितना कारगर है।
कमलेश के इस जुगाड़ को देख कर एक बड़े उद्योगपति ने उन्हें अपना पार्टनर बना लिया है और उनके लिए अपना सपोर्ट दिखाया है।
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वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के नीमच मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव ?
वीडियो स्रोत: यूट्यूब
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