सोयाबीन में तेजी का दौर, देखें मंदसौर मंडी में 6 दिसंबर को क्या रहे भाव?

Mandsaur Mandi Soybean Rate,

सोयाबीन भाव में आज कितनी तेजी या मंदी देखने को मिली? वीडियो के माध्यम से देखें की आज मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में कैसा चल रहा है सोयाबीन का भाव !

स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

6 दिसंबर को लहसुन भाव में दिखी कितनी तेजी, देखें मंदसौर मंडी का हाल

Mandsaur garlic Mandi bhaw,

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

गेहूँ की फसल में ऐसे करें पोषक प्रबंधन, मिलेगा बढियाँ उत्पादन

Nutrient Management in Wheat Crop
  • गेहूँ में उचित उर्वरक प्रबंधन करने से फसल को अच्छी शुरुआत मिलती है। साथ ही जड़ें अच्छी बनती है एवं कल्ले अच्छे फूटते हैं।

  • इस समय उचित प्रबंध करने के लिए निम्न उत्पादों का उपयोग किया जाना चाहिए:

  • बुवाई के समय डीएपी 50 किग्रा + यूरिया 20 किग्रा + पोटाश 25 किग्रा प्रति एकड़ की दर से उपयोग करें। यूरिया नाइट्रोज़न और DAP नाइट्रोज़न एवं फास्फोरस का अच्छा स्त्रोत है वहीं MOP आवश्यक पोटाश की पूर्ति करता है।

  • आवश्यक पोषक तत्व P 15% + K 15% + Mn 15% + Zn 2.5% + S 12% [मेजरसोल] 3 किग्रा + समुद्री शैवाल, अमीनो अम्ल, ह्यूमिक अम्ल और माइकोराइजा [मैक्समायको ] 2 किग्रा/एकड़ + एनपीके बैक्टीरिया का संघ [टी बी 3] 3 किलो/एकड़ + जेडएनएसबी [ताबा जी] 4 किलो/एकड़ की दर से उपयोग में लें। यह फसल के उचित वृद्धि एवं विकास में सहायक होते हैं।

  • बुवाई के 20 दिन बाद या पहली सिंचाई के साथ यूरिया 40 किलो + सल्फर 5 किलो + जिंक सल्फेट 5 किलो + सूक्ष्म पोषक मिश्रण [मेजर सोल] 3 किलो प्रति एकड़ (अगर बुवाई के समय न दिया हो तो) की दर से मिट्टी में मिलाएं।

  • पर्णीय छिड़काव प्रबंधन के लिए जिब्रेलिक अम्ल 300 मिली या अमीनो अम्ल 250 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • अगर वानस्पतिक वृद्धि सही न हो तो जल घुलनशील उर्वरक 19:19:19 या 20:20:20 @ 1 किलो प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • इस प्रकार गेहूँ की बुवाई और प्रारम्भिक वानस्पतिक अवस्था के समय पोषण प्रबंधन करने से उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

Share

कई राज्यों में अच्छी बारिश की है संभावना, देखें कहाँ कहाँ होगी बर्षा?

know the weather forecast,

एक नया पश्चिमी विक्षोभ इस समय पहाड़ी राज्यों में भारी हिमपात दे रहा है। पंजाब हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उत्तरी जिलों में वर्षा होगी। दिल्ली और उसके आसपास बादल छाए रहेंगे तथा हल्की वर्षा हो सकती है। समुद्री तूफान जवाद कमजोर हो गया है परंतु पूर्वोत्तर राज्यों सहित पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में बारिश जारी रहेगी। दक्षिण भारत में एक बार उत्तर-पूर्वी मानसून फिर सक्रिय हो सकता है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

कैसा रहेगा प्याज भाव, देखें इंदौर मंडी की साप्ताहिक समीक्षा

Indore onion Mandi Bhaw,

पिछले हफ्ते इंदौर मंडी में प्याज के भाव की साप्ताहिक समीक्षा वीडियो के माध्यम से देखें और जानें आने वाले दिनों में प्याज भाव कैसा रह सकता है?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

अगले हफ्ते किन फसलों के भाव में आ सकती है तेजी, देखें विशेषज्ञ समीक्षा

The prices of which crops may increase next week, see expert review

वीडियो के माध्यम से जानें आने वाले दिनों में किस फसल के भाव में आ सकती है तेजी।

वीडियो स्रोत: मार्केट टाइम्स टीवी

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

प्याज की फसल में कंद बनते समय ऐसे करें पोषण प्रबंधन

Nutritional management at the time of tuber formation in onion crop
  • बुआई पश्चात अंकुरण अवस्था के बाद जब तक 3 पत्ती नहीं निकलती, तब तक फसल जमीन के ऊपर और मिट्टी में धीरे-धीरे बढ़ती है।

  • एक बार 3 पत्ती निकलने के बाद, फसल का विकास तेज हो जाता है। यह विकास जमीन के अंदर होता है।

  • पौधे प्रकाश संश्लेषण की गतिविधि को बढ़ाने के लिए और बड़े पत्तों को बढ़ाने व बेहतर बल्ब विकास के लिए आवश्यक पदार्थों का भंडारण करने लगते हैं।

  • इस स्तर पर पौधों में पोषण प्रबंधन बल्ब के गठन, फसल के विकास और अंतिम पैदावार की शुरुआत के लिए महत्वपूर्ण है।

  • कैल्शियम नाइट्रेट@ 10 किलो/एकड़ + पोटाश@ 25 किलो/एकड़ की दर से मिट्टी उपचार के रूप में उपयोग करें।

  • रोपाई के 100 दिन बाद पैक्लोब्यूट्राजोल 40% SC@ 30 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

Share

रबी की फसल में अच्छे उत्पादन के लिए तापमान नियंत्रण के उपाय

Temperature Control Measures for Good Production in Rabi Crop
  • आइये जानते हैं अच्छी फसल उत्पादन के लिए तापमान (कम होने की दशा में) नियंत्रण के क्या क्या उपाय उपयोग किये जा सकते हैं।

  • खेतों की सिंचाई जरूरी: जब भी तापमान कम होने की संभावना हो या मौसम पूर्वानुमान विभाग से पाले की चेतावनी दी गई हो तो फसल में हल्की सिंचाई देनी चाहिए। जिससे तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं गिरेगा और फसलों को तापमान कम से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है सिंचाई करने से 0.5 – 2 डिग्री सेल्सियस तक तापमान में बढ़ोतरी हो जाती हैं।

  • पौधों को ढकें: तापमान कम होने का सबसे अधिक नुकसान नर्सरी में होता है। नर्सरी में पौधों को रात में प्लास्टिक की चादर से ढकने की सलाह दी जाती है। ऐसा करने से प्लास्टिक के अंदर का तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाता है। जिससे सतह का तापमान जमाव बिंदु तक नहीं पहुंच पाता। पॉलीथिन की जगह पर पुआल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। पौधों को ढकते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि पौधों का दक्षिण पूर्वी भाग में खुला रहे, ताकि पौधों को सुबह व दोपहर को धूप मिलती रहे।

  • वायु अवरोधक: ये अवरोधक शीत लहरों की तीव्रता को कम करके फसल को होने वाले नुकसान से बचाते हैं। इसके लिए खेत के चारों ओर ऐसी फसलों की बुवाई करनी चाहिए जिससे की हवा को कुछ हद तक रोका जा सके जैसे चने के खेत में मक्का की बुवाई करनी चाहिए। फलवृक्षों की पौध को पाले से बचाने के लिए पुआल या किसी अन्य वस्तु से धूप आने वाली दिशा को छोड़कर ढक देना चाहिए।

  • खेत के पास धुंआ करें: तापमान नियंत्रण के लिए आप अपने खेत में धुंआ पैदा कर दें, जिससे तापमान जमाव बिंदु तक नहीं गिर पाता और फसलों को नुकसान से बचाया जा सकता है।

  • पाले से बचाव के लिए स्यूडोमोनास का छिड़काव 500 ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब करें।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

Share

तूफानी प्रभाव से कई राज्यों में भारी वर्षा, पहाड़ों पर होगी भारी बर्फबारी

Jawad storm will cause heavy rain

समुद्री तूफान जवाद ओडिशा के तट के पास पहुंच चुका है। उड़ीसा तथा पश्चिम बंगाल में भारी वर्षा की संभावना। पूर्वोत्तर राज्यों में भी बढ़ेगी वर्षा। सशक्त पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर भारी हिमपात देगा। उत्तर भारत में बारिश की संभावना बन रही है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

इंदौर मंडी में 4 दिसंबर को प्याज भाव में दिखी कितनी तेजी?

Indore onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 4 दिसंबर के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share