सोयाबीन की फसल में फूल अवस्था के समय ये छिड़काव जरूर करें

Do this spray at the time of flowering stage in soybean crop
  • सोयाबीन की बुवाई के 40-45 दिन बाद फसल में फूल बनने शुरू हो जाते हैं। इस समय खेत में कैटरपिलर और रस चूसने वाले कीटों का आक्रमण बढ़ सकता है, साथ ही अधिक बारिश या खेत में जल भराव की वजह से फफूंद जनित रोग होने की आशंका भी रहती है। इससेबचाव के लिए निम्नलिखित दवाओं का उपयोग कर सकते हैं।

  • एसिटामिप्रिड 20% SP @ 100 ग्राम + लैम्डा-सायलोथ्रिन 5% CS @ 200 मिली + कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोजेब 63% WP @ 500 ग्राम + होमोब्रेसिइनोइड्स 0.04% @ 100 मिली प्रति एकड़ छिड़काव करें l या

  • इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG 100 ग्राम + होमोब्रेसिइनोइड्स 0.04% @ 100 मिली + मैनकोजेब 75 % WP @ 500 ग्राम + थियामेंथोक्साम 25% WG 100 ग्राम प्रति एकड़ छिड़काव करें।

  • सोयाबीन में फूलों एवं फलियों की संख्या बढ़ाने के लिए फूल आने के 10 -15 दिन पहले और फूल आने के 10 -15 दिन बाद में जिब्रेलिक अम्ल 0.001% 300 ग्राम प्रति एकड़ छिड़काव करें।

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मिर्च की 40-60 दिनों की अवस्था में इस छिड़काव से होगी अच्छी बढ़वार

This spray will give good growth at 40-60 days stage of chilli
  • मिर्च उद्यानिकी फसलों में से एक प्रमुख फसल है और इसकी खेती ड्रिप सिंचाई प्रणाली व सीधी बाढ़ सिंचाई दोनों विधियों द्वारा की जाती है।

  • बाढ़ सिंचाई के लिए उर्वरक प्रबंधन: रोपाई के 40-60 दिन पर 25 किलो यूरिया + 25 किलो डी ए पी + 25 किलो म्यूरेट ऑफ पोटास + 12 किलो मेग्नेशियम सल्फेट/ एकड़ + फास्फोरस एवं पोटाश बक्टेरिया 2 किलो प्रति एकड़ उपयोग करें।

  • ड्रिप सिंचाई प्रणाली के लिए उर्वरक प्रबंधन: रोपाई के 40-60 दिन पर फास्फोरस तथा पोटाश बैक्टीरिया @ 250 मिली एकड़ + कैल्शियम 5 किलों + 13:00:45 – एक किलो प्रति दिन प्रति एकड़ + 00:52:34 एक किलो प्रति दिन प्रति एकड़ + यूरिया 500 ग्राम प्रति दिन प्रति एकड़ + सल्फर 90% WDG 200 ग्राम प्रति दिन प्रति एकड़ ड्रिप में चलाएं।

रोग व कीट सुरक्षा तथा अच्छे फल-फूल विकास हेतु निम्नलिखित छिड़काव करें

  • बवेरिया बेसियाना 1 किलो + प्रोपरजाइट 57% ईसी 400 मिली या स्पिरोमेसिफेन 22.9% SC @ 200 मिली + होमोब्रेसिइनोइड्स 0.04% @ 100 मिली + मिक्सोल 250 ग्राम/एकड़ का छिड़काव करें।

  • दूसरा छिड़काव एक सप्ताह बाद स्पिनोसेड 45% SC 75 मिली + एमिनो एसिड 250 ग्राम + सूडोमोनास 0.5 किलो + बेसिलस सबटिलिस 500 मिली प्रति एकड़ का छिड़काव करें।

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मध्य प्रदेश में आज भी होगी भारी बारिश, कल से राहत मिलने की संभावना

Weather Update

मध्य प्रदेश में पिछले दिनों हुई भारी बारिश के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त है। आज भी बारिश की संभावना बनी हुई है हालाँकि आज के बाद इन क्षेत्रों में बारिश से राहत मिलने की संभावना है। अगले 3 दिनों के दौरान दिल्ली सहित उत्तर पश्चिम भारत में छिटपुट बारिश जारी रहेगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड तथा पश्चिम बंगाल सहित पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश तेज हो जाएगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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7 अगस्त को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?

onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 7 अगस्त के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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पांच लाख रुपए का पुरस्कार पाने के लिए पशुपालक कर सकते हैं आवेदन

Animal keepers can apply to get the reward of five lakh rupees

पशुपालन के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले पशुपालकों को और ज्यादा प्रोत्साहित करने के लिए सरकार कई तरह के पुरस्कारों की घोषणा करती है। इसी कड़ी में केन्द्रीय पशुपालन एवं डेयरी विभाग की तरफ से पशुपालक व डेयरी किसानों के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना चला रही है। इसके तहत गोपाल रत्न पुरस्कार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के अंतर्गत दिया जाने वाला गोपाल रत्न पुरस्कार तीन कैटेगरी में दिया जाता है। पहले कैटेगरी में पांच लाख रुपए, दूसरे में तीन लाख रुपए और तीसरे में दो लाख रुपए दिये जाते हैं।

इस पुरस्कार के लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। आवेदन की आखिरी तिथि 15 सिंतबर रखी गई है। शाम बजे तक देश के किसान इस पुरस्कार का लाभ पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। आप www.dahd.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।

स्रोत: टीवी 9 भारतवर्ष

लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों एवं कृषि सम्बंधित ख़बरों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

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टमाटर में टोस्पो वायरस का हो रहा प्रकोप, जल्द करें उपचार

Tomato spotted wilt
  • टॉस्पो वायरस टमाटर की फसल में मुख्यतः होने वाला विषाणु जनित रोग हैं इसका मुख्य कारण खराब पोषण प्रबंधन है और यह थ्रिप्स द्वारा फैलाया जाता हैl खराब पोषण प्रबंधन से तात्पर्य अमोनियम उर्वरक उपयोग, अमीनो अम्लों का अधिक उपयोग, मुर्गी खाद का उपयोग आदि से हैl

  • इसके कारण पत्तियां मुड़ जाती है और पत्तियों पर काले धब्बे व फलों पर पीले, हरे धब्बे नजर आते हैं। सूक्ष्म पोषक तत्वों का सही अनुप्रयोग और टोस्पो वायरस को फ़ैलाने वाले वाहक को नियंत्रित करके इसे प्रबंधित किया जा सकता हैl

  • पोषक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए, सूक्ष्म पोषक तत्वों का छिड़काव कर सकते हैं साथ ही टमाटर की फसल में थ्रिप्स को नियंत्रित करने के लिए नीचे दिए गए कीटनाशक का छिडकाव करें।

  • फिप्रोनिल 5% SC 400 ग्राम या सायनट्रानिलीप्रोल 10.26 % Od 240 मिली या स्पिनोसेड 45% SC 75 मिली प्रति एकड़ का छिड़काव करेंl

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कपास की फूल अवस्था में बेहतर प्रबंधन जरूर करें

Do better management in the flowering stage of cotton
  • कपास की फसल में बुवाई के 40-50 दिन बाद पुष्प/डेंडु अवस्था के समय रस चूसने वाले कीट जैसे एफिड, जैसिड, सफेद मक्खी, थ्रिप्स, मकड़ी के साथ साथ डेंडु को नुकसान पहुंचाने वाली गुलाबी सुंडी एवं कवक जनित बीमारियों जैसे पत्ती धब्बा रोग आदि का संक्रमण मुख्यतः देखा जाता है। इन कीटों एवं बीमारियों के नियंत्रण के साथ ही फसल में अधिक मात्रा में फूल आने के लिए उचित समय पर प्रबंध किया जाना चाहिए।

  • प्रबंधन: प्रोफेनोफोस 40% EC + साइपरमेथ्रिन 5% EC@ 400 मिली + कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% WP @ 500 ग्राम + जिब्रेलिक अम्ल 0.001% @ 300 मिली + एबामेक्टिन @ 150 मिली/एकड़ का छिड़काव कर सकते हैं।

  • इसके 10-15 दिन बाद नोवेलूरान 5.25 + एमाबेक्टीन बेंजोएट 0.9 SC@ 600 मिली प्रति एकड़ या बवेरिया बेसियाना @ 500 ग्राम प्रति + एमिनो एसिड @300 मिली + 0:52:34 @ 1 किलो/एकड़ का छिड़काव करें।

  • इस अवस्था में कपास की फसल को अधिक पोषण देने की आवश्यकता होती है। इस दौरान निम्नलिखित पोषक तत्वों का उपयोग कर सकते हैं।

  • यूरिया @ 30 किलो एकड़ + MOP @ 30 किलो एकड़ + मैग्नीशियम सल्फेट @ 10 किलो/एकड़ की दर से खेत में भुरकाव करें।

  • यूरिया नाइट्रोज़न की पूर्ति करने में सहायता करता है। MOP (पोटाश) डेंडु के आकार को बढ़ाने का कार्य करता है। मैगनेशियम सल्फेट सूक्ष्म पोषक तत्व मैगनेशियम की पूर्ति करता है l

  • इस प्रकार पोषण, कीट एवं रोग का प्रबंधन करने से कपास की फसल से बहुत अधिक मुनाफा मिलता है।

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मध्य प्रदेश में अगले चौबीस घंटों के दौरान भारी बारिश की संभावना

weather article

पश्चिमी मध्य प्रदेश व पूर्वी राजस्थान में अगले चौबीस घंटों के दौरान भारी बारिश की संभावना है। इसके बाद बारिश में कमी आएगी। पश्चिम बंगाल, झारखंड तथा बिहार में बारिश की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। दिल्ली सहित पंजाब हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश में छिटपुट बारिश की गतिविधियां शुरू होने के आसार। अंदरूनी महाराष्ट्र सहित दक्षिणी प्रायद्वीप में मानसून कमजोर बना रहेगा।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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6 अगस्त को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?

onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 6 अगस्त के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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ग्राम व्यापार ने रतलाम के फसल व्यापारी के व्यापार को दी नई उड़ान

Gram Vyapar gave a new high to the business of the crop trader of Ratlam

फसलों का व्यापार करने वाले व्यापारियों को फसलों के स्रोत पता करने में काफी मेहनत करनी पड़ती है। सुदूर गांवों में रहने वाले किसान हों या अलग अलग क्षेत्रों में रहने वाले अन्य विक्रेता हों, इन सबों तक अपनी पहुंच बनाने, फसल की क्वालिटी और भाव बगैरह पर बात करने में और आखिर में सौदा तय करने में काफी समय और मेहनत लगता है। इस कार्य में खर्च भी बहुत ज्यादा हो जाता है। पर अब ग्रामोफ़ोन एप के ग्राम व्यापार पर व्यापारी ये काम बड़ी आसानी से घर बैठे ही कर रहे हैं। इन्हीं व्यापारियों में से एक हैं रतलाम जिले के अशोक कुमार पाटीदार जो पिछले कई महीने से ग्राम व्यापार से फसलों का व्यापार कर रहे हैं।

अशोक कुमार पाटीदार ने ग्राम व्यापार से फसलों के व्यापार के अपने अनुभवों के बारे में बात करते हुए कहा की “मैं पिछले 10 वर्षों कई सारे फसलों का व्यापार कर रहा हूँ पर इस दौरान मुझे अपने व्यापार को बढ़ाने का कोई बड़ा प्लेटफॉर्म नहीं मिला था। कुछ महीने पहले मुझे ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार के रूप में एक बड़ा प्लेटफॉर्म मिला। ग्राम व्यापार पर मुझसे कई व्यापारी और बहुत सारे किसान मुझे मिल गए। इससे अब मैं अपना व्यापार देश के कई दूसरे राज्यों में भी आसानी से कर पा रहा हूँ।”

उन्होंने आगे कहा की “ग्राम व्यापार से जो किसान मुझे मिले उनके फसलों को मैंने खरीदा, इससे किसानों को भी लाभ हुआ और मुझे भी लाभ हुआ। ग्राम व्यापार ने किसानों को मंडियों में जानें और व्यापारियों के चक्कर काटने में होने वाली परेशानी को दूर कर दिया है। अब किसान घर बैठे हम जैसे व्यापारियों से सम्पर्क कर सौदा तय कर लेते हैं।”

अशोक जी ने कहा की ग्राम व्यापार से उन्होंने पिछले एक महीने में इतना व्यापार किया जितना कभी कभी छह महीने में भी नहीं हो पाता था। उन्होंने बताया की व्यापार से जुड़े जो काम करने में पहले 2 दिन लग जाते थे अब वो काम कुछ घंटों में हो जाते हैं।

ग्राम व्यापार ने फसलों के व्यापार को आधुनिक बनाना शुरू कर दिया है। वैसे अभी तो यह बस एक शुरुआत भर है, आने वाले महीनों में ऐसी उम्मीद है की ‘ग्राम व्यापार’ से फसलों का व्यापार पूरी तरह से बदल जाएगा और किसानों के साथ साथ व्यापारियों के भी खुशहाली की वजह बनेगा।

ग्राम व्यापार पर अपनी फसल का सूची बनाएं

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