किन फसलों के भाव में आएगी तेजी, जानें विशेषज्ञों का आकलन

Prices of which crops will increase

वीडियो के माध्यम से जानें आने वाले दिनों में किस फसल के भाव में आ सकती है तेजी।

वीडियो स्रोत: मार्केट टाइम्स टीवी

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लहसुन के भाव में आई जबरदस्त तेजी, देखें पूरी खबर

Mandi Bhaw

मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में लहसुन के भाव में अच्छी तेजी देखने को मिली है। वीडियो के माध्यम से जानें इससे सम्बंधित पूरी खबर विस्तार में।

वीडियो स्रोत: मार्केट टाइम्स टीवी

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मक्का में अधिक नाइट्रोजन के उपयोग से होगा नुकसान

Harm due to excessive nitrogen use in maize
  • मक्का की फसल में नाइट्रोज़न की कमी से पौधों का रंग हल्का हरा और बढ़वार सामान्य से कम हो जाती है। इसके कारन सबसे पहले पौधे की निचली पत्तियां सूखना प्रारंभ कर देती है और धीरे-धीरे ऊपर की पत्तियां भी सूख जाती हैं। पत्तियों का रंग सफेद हो जाता है एवं पत्तियाँ कभी-कभी जल भी जाती हैं।

  • यदि मक्का की फसल में अधिक नाइट्रोज़न का उपयोग किया जाए तो पत्तियों में पीलापन अधिक दिखाई देता है एवं इसकी अधिकता के कारण अन्य पोषक तत्वों की मात्रा भी प्रभावित होती है। इसके अलावा मक्का की फसल में मुख्य तने के पास से एक से अधिक मात्रा में कल्लो का विकास होने लगता है, जिसके कारण मुख्य तना बहुत कमजोर हो जाता है।

  • मक्का की फसल में अतिरिक्त कल्लो के उगने के कारण उपज भी बहुत प्रभावित होती है।

  • यदि इस प्रकार की समस्या किसान को अपने मक्का के खेत में दिखाई दे, तो सबसे पहले अतिरिक्त कल्लो को, पौधे से तोड़कर अलग कर दें। यह क्रिया करते समय इस बात का ध्यान रखें, की मुख्य तने को कोई नुकसान न हो और इसके बाद, तने के विकास के लिए विगरमैक्स जेल @ 400 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें एवं नाइट्रोज़न युक्त उर्वरकों का ज्यादा उपयोग ना करें।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather Update

26 जुलाई से दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी हिमालय क्षेत्रों, सहित उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान तथा गुजरात में तेज बारिश की संभावना बन रही है। वीडियो के माध्यम से देखें आज देश भर में कैसा रहेगा मौसम पूर्वानुमान।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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24 जुलाई को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?

onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 24 जुलाई के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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समूचे मध्य प्रदेश में होगी झमाझम बारिश, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather Update

मध्य प्रदेश पर ज़बरदस्त मानसूनी वर्षा का अनुमान है। समूचे मध्य प्रदेश में होगी बारिश। दिल्ली सहित उत्तर पश्चिम भारत, उत्तर प्रदेश तथा पूर्वी भारत में 26 जुलाई से बारिश बढ़ सकती है। बिहार और झारखंड में मूसलाधार बारिश से बाढ़ के आने की आशंका है। दक्षिण भारत में मानसून अब कमजोर हो जाएगा। महाराष्ट्र में जारी भारी बारिश में कमी आएगी और तेलंगाना में भी घटेगी बारिश।

स्रोत: मौसम तक

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अदरक व हल्दी की खेती पर मध्य प्रदेश के किसानों को मिलेंगे 70 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर

Farmers of MP will get 70 thousand rupees per hectare on the cultivation of ginger and turmeric

मध्यप्रदेश के उद्यानिकी विभाग ने मसाला उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक विशेष योजना शुरू की गई है। इसके अंतर्गत चयनित जिले के किसानों को अदरक एवं हल्दी की खेती पर अनुदान देने के उद्देश्य से आवदेन मांगे गए हैं।

इस योजना के माध्यम से जड़ व कंदवाली व्यावसायिक फसलों जैसे लहसुन, हल्दी व अदरक के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कृषि खर्च का 50% भाग जिसमे अधिकतम राशि 50000 रुपये तक हो सकती है प्रति हेक्टेयर अनुदान सामान्य वर्ग के किसानों को दी जाएगी। या राशि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों के लिए 70000 रुपये प्रति हेक्टेयर की रखी गई है जो की कृषि खर्च का 70% भाग हो सकता है।

इस योजना का लाभ उठाने के लिए मध्यप्रदेश के उद्यानिकी विभाग ने फिलहाल शहडोल जिले में हल्दी और टीकमगढ़ व निवाड़ी जिले में अदरक के लिए किसानों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। इस योजना का आवेदन 23 जुलाई 2021 से http://www.mphorticulture.gov.in/hi पर कर सकते हैं।

स्रोत: किसान समाधान

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

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कपास की फसल की डेंडू अवस्था में जरूरी है पोषण प्रबध

Nutritional management during the ball formation in cotton crop

कपास की फसल में 40-45 दिनों की अवस्था डेंडू बनने की शुरुआती अवस्था होती हैं। इस अवस्था में कपास की फसल को अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इसके लिए उचित पोषक तत्वों का उपयोग कर सकते हैं, जिससे कपास की फसल में डेंडू का निर्माण एवं उत्पादन अच्छा हो एवं किसान को लाभ प्राप्त हो।

इस अवस्था में उर्वरक प्रबधन करने के लिए निम्र उत्पादों का उपयोग लाभकारी होता है।

  • यूरिया @ 30 किलो + MOP @ 30 किलो + मैग्नीशियम सल्फेट @ 10 किलो/एकड़ की दर से भूमि में मिलाएं।

  • यूरिया: कपास की फसल में, यूरिया नाइट्रोज़न की पूर्ति का सबसे बड़ा स्त्रोत है। इसके उपयोग से पत्तियों में पीलापन एवं सूखने जैसी समस्या नहीं आती है। यूरिया प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को भी तेज़ करता है।

  • MOP (पोटाश): पोटाश कपास के पौधे में संश्लेषित शर्करा को पौधे के सभी भागों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पोटाश प्राकृतिक नत्रजन की कार्य क्षमता को बढ़ावा देता है साथ ही पौधों में प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।

  • मैग्नीशियम सल्फेट: इसके उपयोग से कपास की फसल में हरियाली बढ़ती है एवं प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में तेज़ी आती है। अंततः इसकी मदद से उच्च पैदावार तो मिलती ही है साथ ही उत्पादन की गुणवत्ता भी बढ़ती है।

  • इस प्रकार पोषण प्रबधन करने से कपास की फसल में नाइट्रोज़न की पूर्ति बहुत अच्छे से होती है। पोटाश के कारण डेंडु की संख्या और आकार में बढ़ोतरी होती है। मैग्नीशियम सल्फेट सूक्ष्म पोषक तत्व की पूर्ति करता है। इससे स्वस्थ डेंडू का निर्माण होता है और कपास का उत्पादन भी बहुत अधिक होता है।

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23 जुलाई को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?

What were the prices of onions in Indore's mandi today

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 23 जुलाई के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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मध्य भारत में और बढ़ेगी मानसून की बारिश, जानें मौसम पूर्वानुमान

Madhya Pradesh Weather Update

उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा और तेलंगाना में भारी बारिश की संभावना है। अगले 2 दिनों के बाद दक्षिण भारत के अधिकांश भागों में मानसून कमजोर पड़ जाएगा। 26 जुलाई से बिहार और झारखंड में मूसलाधार बारिश से बाढ़ की आशंका है। 26 से 29 जुलाई के बीच उत्तर पश्चिम भारत और दिल्ली में भी बढ़ेगी बारिश।

वीडियो स्रोत: स्काइमेट वेदर

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