मिट्टी की सेहत कैसे सुधारे-
फसलों के उत्पादन को 50 % तक बढ़ाने के लिए हमें मिट्टी में तीन महत्वपूर्ण उपाय करने चाहिए |
- मिट्टी में पोषक तत्वो की मात्रा को बढ़ाना |
- मिट्टी की भौतिक अवस्था में सुधार करना |
- मिट्टी में pH के संतुलन को बनाये रखना |
- मिट्टी में पोषक तत्व की मात्रा को बढ़ाने हेतु –
- पिछली फसल की कटाई के बाद बचे हुए फसल अवशेष को आग लगा कर नष्ट नहीं करना चाहिये |
- कटाई के उपरान्त खेत की दो बार जुताई करे, जिससे फसल के अवशेष विघटित होकर पौधों को पोषक तत्व प्रदान करेंगे |
- खेत की जुताई के समय FYM 10 टन/एकड़ या वर्मीकम्पोस्ट 2.5 टन/एकड़ + एस.एस.पी. 100 किलो/एकड़ की दर से मिला कर दे |
- 1 kg माइक्रोन्यूट्रिएंट + PSB 2 kg+ KMB 2 kg + NFB 2 kg + ZnSB 4 kg + ट्राइकोडर्मा 3 kg/एकड़ बुवाई के समय देने से पोषक तत्व की मात्रा में वृद्धि होती हैं |
- मिट्टी की भौतिक अवस्था में सुधार हेतु –
- यदि किसान के पास पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो तो फसल की कटाई के बाद खेत की जुताई करे और स्पीड कम्पोस्ट की 4kg/एकड़ की दर से मिट्टी में बिखेर कर सिचाई कर दे |
- 15 – 20 दिन में स्पीड कम्पोस्ट की सहायता से फसल अवशेष अच्छी तरह से विघटित होकर मिट्टी की संरचना को सुधारते हैं|
- मिट्टी के pH संतुलन हेतु –
- मिट्टी के pH को नियंत्रित करने लिए धीमी गति से रिलीज होने वाले पोषक तत्वों का उपयोग करना चाहिए |
- अधिक क्षार तथा अम्ल स्वभाव के उर्वरको का उपयोग संतुलित मात्रा में करना चाहिए |
- फसलों के अच्छे उत्पादन हेतु मिट्टी का pH 6.0 से 7.0 तक होना चाहिए |
- अम्लीय मिट्टी के सुधार हेतु चूने (कैल्शियम कार्बोनेट) की मात्रा मिट्टी परीक्षण की रिपोर्ट के अनुसार डालना चाहिए |
- क्षारीय मिट्टी के सुधार हेतु जिप्सम की मात्रा मिट्टी परीक्षण की रिपोर्ट के अनुसार डालना चाहिए |
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