मक्का की उपज बढ़ाने में मक्का समृद्धि किट महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
मक्का समृद्धि किट में पोटाश एवं फास्फोरस के जीवाणु, नाइट्रोज़न के बैक्टीरिया, ज़िंक सोलुबलाइज़िंग बैक्टीरिया, ह्यूमिक एसिड, एमिनो एसिड, समुद्री शैवाल और माइकोराइजा जैसे जैविक उत्पाद हैं।
इस किट का पहला उत्पाद तीन प्रकार के बैक्टीरिया ‘नाइट्रोजन फिक्सेशन बैक्टीरिया, PSB और KMB’ से बना है। यह मिट्टी और फसल में तीन प्रमुख तत्वों नाइट्रोजन, पोटाश और फास्फोरस की आपूर्ति में मदद करता है। जिसके कारण पौधे को समय पर आवश्यक तत्व मिलते हैं, विकास अच्छा होता है, फसल उत्पादन बढ़ता है और साथ ही मिट्टी में पोषक तत्वों की उपलब्धता भी बढ़ती है।
इस किट का दूसरा उत्पाद ज़िंक सोलुबलाइज़िंग बैक्टीरिया है जो मिट्टी में मौजूद अघुलनशील ज़िंक को घुलनशील रूप में पौधों को उपलब्ध कराता है। यह पौधों के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण सूक्ष्म पोषक तत्वों में से एक है। इसकी 100 ग्राम की मात्रा प्रति एकड़ मिट्टी उपचार हेतु उपयोग की जाती है।
किट का अंतिम उत्पाद में ह्यूमिक एसिड, एमिनो एसिड, समुद्री शैवाल और माइकोराइजा तत्वों का खजाना होता है। यह 2 किलो प्रति एकड़ की दर से मिट्टी में उपयोग किया जाता है।
मक्का समृद्धि किट की 4.1 किलो (जिसमें उपरोक्त सभी जैविक उत्पाद सम्मलित है) को 4 टन अच्छी सड़ी हुई गोबर की खाद में अंतिम जुताई के समय या बुआई से पहले एक एकड़ खेत में मिला देना चाहिए ताकि फसल को इसका पूरा लाभ मिल सके।