कपास की फसल में छिड़काव प्रबंधन13/06/202012/01/2021 पर प्रकाशित किया गया Gramophone द्वारा कपास की बुआई के 15-20 दिनों के बाद उसमे आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति की बहुत आवश्यकता होती है। बुआई के कुछ दिनों बाद कवक जनित एवं किट जनित बीमारियों का प्रकोप होने लगता है। इसका निवारण बहुत आवश्यक होता है। एसीफेट @ 300 ग्राम/एकड़ + मोनोक्रोटोफ़ॉस 36% SL@ 400 मिली/एकड़ + सीविड @ 400 मिली/एकड़ + क्लोरोथायोनिल @ 400 ग्राम/एकड़ का छिड़काव करें। इस छिड़काव का महत्व रस चूसने वाले कीट जैसे थ्रिप्स/एफिड एवं कवक से होने वाली बीमारियों के प्रारंभिक संक्रमण को रोकना और पौधों को पोषक तत्व उपलब्ध करवाना है। Share More Stories बुआई के 25 से 30 दिनों बाद कपास की फसल में करें छिड़काव प्रबंधन कपास की फसल में 60-70 दिनों में छिड़काव प्रबंधन कपास की 60 से 80 दिनों की फसल में छिड़काव प्रबंधन